मई दिवस 2024: Bhilai Steel Plant की संयुक्त यूनियनों का भाजपा के खिलाफ वेतन, ग्रेच्युटी, पेंशन पर एक और पर्चा

  • दूसरे पर्चे में सरकार ने किस तरह से देश को कर्जदार बनाया, रसोई गैस, खाद्यान्न, खाद्य तेल, पेट्रोल डीजल आदि का दाम बढ़ाए, महिला उत्पीड़न का जिक्र।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस (International Labor Day) के अवसर पर भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) की संयुक्त यूनियनों द्वारा दूसरा पर्चा जारी कर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी राजेंद्र साहू को जिताने की अपील की गई। प्रातः अपने-अपने कार्यालय में ध्वजारोहण के पश्चात सभी यूनियनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता सीटू कार्यालय पहुंचे। लोकसभा चुनाव के लिए कर्मचारियों से आह्वान करते हुए अपना दूसरा पर्चा जारी किया।

ये खबर भी पढ़ें : ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन: ईपीएफओ, ईपीएस फंड, उच्च, न्यूनतम पेंशन और सरकार पर बड़ी खबर

पर्चा जारी करने के पश्चात सभी ने बोरेबासी खाया

पर्चा जारी करने के पश्चात सभी यूनियनों के पदाधिकारी सीटू कार्यालय (CITU Office) में एक साथ बोरी बासी खाया एवं तत्पश्चात अपने-अपने कार्यस्थल पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी के चुनाव प्रचार के लिए निकल पड़े।

ये खबर भी पढ़ें : SAIL Bhilai Steel Plant में 1 जून से फेस रिकॉग्निशन आधारित बायोमेट्रिक अनिवार्य, 15 मई तक यहां होगा रजिस्ट्रेशन

अपने पहले पर्चे में कर्मचारियों को विस्तार से वेतन, ग्रेच्युटी, पेंशन आदि में किस तरह से केंद्र सरकार द्वारा सीधे हस्तक्षेप कर कर्मियों को लाखों रुपए का नुकसान पहुंचाया गया तथा किस तरह श्रम सहिंताकरण की आड़ में कर्मचारियों पर गुलामी थोपने की कोशिश की गई है, के बारे में बताया गया था।

ये खबर भी पढ़ें : भिलाई स्टील प्लांट के अधिकारी और कर्मचारियों को मिला शिरोमणि अवॉर्ड

दूसरे पर्चे में सरकार ने किस तरह से देश को कर्जदार बनाया, रसोई गैस, खाद्यान्न, खाद्य तेल, पेट्रोल डीजल आदि का दाम बढ़ाए, महिला उत्पीड़न पर सरकार द्वारा दोषियों को बचाने की कोशिश, मणिपुर की घटना पर सरकार की उदासीनता से किस तरह देश शर्मसार हुआ, इलेक्टॉरल बांड के माध्यम से किस तरह से बड़े-बड़े उद्योगपतियों से चंदा लेकर गलत तरीके से उन्हें धंधा दिया गया है, बताया गया है।

ये खबर भी पढ़ें : भिलाई स्टील प्लांट के 126 कर्मचारी-अधिकारी रिटायर, ईडी ने दी विदाई

यूनियनों ने कहा-उनकी गारंटी पर कैसे भरोसा करें जिनके शासन काल में…

-देश पर 55 लाख करोड़ रुपए का कर्ज़ बढकर 205 लाख करोड़ रुपए हो गया है।

-पुलवामा में देश के जवानों पर हमला, जिसमें 50 जवान शहीद हुए।

-गरीबी रेखा के नीचे 40 करोड़ जनता की संख्या अब 80 करोड़ है।

-स्टील की कीमत 3600 रुपये क्विंटल से अब 6500 रुपए हो गई।

ये खबर भी पढ़ें : Employees Provident Fund Organisation: यूनिफाइड मेंबर पोर्टल की उपयोगिता, महत्ता और जरूरतें

-350 रुपए का रसोई गैस सिलेंडर 975 रुपए तक पहुंच गया।

-बेरोजगारी 2% से 6.5% हो गई।

-250 रुपए मे बनने वाला ड्राइविंग लाईसेंस अब 5500 रुपए में बनता है।

ये खबर भी पढ़ें : Employees Provident Fund Organisation: यूनिफाइड मेंबर पोर्टल की उपयोगिता, महत्ता और जरूरतें

-सरसों का तेल 70 रूपए से बढ़कर 200 रूपए हो गया है।

-20 से अधिक चीनी मिलें बंद हो गई।

-70 रूपए लीटर का पेट्रोल अब 100 रूपए में मिलता है।

ये खबर भी पढ़ें : भिलाई स्टील प्लांट: BMS लोकसभा चुनाव में करेगा शत प्रतिशत मतदान, लिया

-शिक्षा को महंगा कर छात्र-छात्राओं की शिक्षा छींन ली गई।

-4.5 लाख युवाओं की नौकरी छिन गई।

-यौन उत्पीड़न के खिलाफ आंदोलनरत ओलंपिक पदक विजेता महिला पहलवानों को सड़कों पर घसीटा और उनसे बदसलूकी की गई।

ये खबर भी पढ़ें : Pension: क्या है सदस्य पेंशन? बेहद आसानी से ऐसे ले सकते है जबरदस्त स्कीम का लाभ

-गुजरात में बलात्कारियों का सम्मान किया गया। मणिपुर की घटना ने देश को शर्मसार किया।

– प्रतिवर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का वादा करने के बाद लोगों की लाखों नौकरियां छींनी गई।

-सिर्फ भिलाई इस्पात संयंत्र में पिछले10 वर्षों में, स्थायी कर्मियों की संख्या में 15000 से अधिक की कमी आई है क्योकि सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों के स्थान पर अत्यंत अल्प वेतन पर कम संख्या में ठेका कर्मियों की नियुक्ति हो रही है।

ये खबर भी पढ़ें : Rourkela Steel Plant: इस विभाग को गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली पर एक और सर्टिफिकेट

-1 रेलवे स्टेशन और 1 ट्रेन प्रचालन को निजी हाथों में देने के साथ रेलवे को बेचने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

-एयरपोर्ट बेच दिए गए हैं।

-किसानों को गन्ने की फसलों का समय पर भुगतान नहीं मिल रहा है।

ये खबर भी पढ़ें : भिलाई स्टील प्लांट के 4 अधिकारी और 117 कर्मचारी रिटायर, बढ़ा दबाव

-किसानों को सिंचाई के लिए मिलने वाली बिजली मंहगी हो गई है।

-किसान विरोधी तीन कृषि कानून को वापस करवाने, किसानों को सड़कों पर आना पड़ा और 870 किसान शहीद हुए।

-न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए किसानो को फिर से सड़कों पर उतरना पड़ा है।

ये खबर भी पढ़ें : SAIL BSP के ABP 2024-25 पर बड़े फैसले: बंद होगी रेल मिल

-5 लाख से अधिक भारतीय कम्पनियाँ बंद हो गई, 2783 विदेशी कंपनियों ने भारत में अपना कारोबार बंद कर दिया।

-संविदा पर नौकरी कर रहे 3.5 लाख युवाओं की नौकरी छींन ली गई।

-कोरोना महामारी मे प्रदेशवासियों को मरने के लिए सड़को पर छोड़ दिया गया।

ये खबर भी पढ़ें : इंडिया गठबंधन के समर्थन में भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारियों ने संभाला मोर्चा, ये है बड़ा दावा

-सरकार बैंकों और सार्वजनिक उपक्रमों की बीमा कंपनियां के निजीकरण की ओर तेजी से आगे बढ़ रही रही है।

-यदि बैंक और बीमा कंपनियों का निजीकरण हो गया तो भारतीयों को भी वही संकट का सामना करना पड़ेगा जिसका सामना अमेरिकी नागरिकों को 2008 के वित्तीय संकट के समय करना पड़ा था ।

-भारत में 2013 तक 6 लाख से अधिक मंदिरों का निर्माण हुआ। इनमें से सैकड़ो मंदिर 500 से 5000 वर्ष प्राचीन है अर्थात मुगल शासन काल से भी पहले के हैं, फिर भी सत्ता में बने रहने के लिए हमें ‘हिंदुत्व खतरे में’ का डर दिखाया जा रहा है।

-आज पूरा देश महंगाई, बेरोजगारी, कर्जदारी आदि के संकट में बुरी तरह दबा हुआ है।

ये खबर भी पढ़ें : Bokaro Steel Plant: बोकारो जनरल हॉस्पिटल में 4 नए एम्बुलेंस की सौगात, ये है हेल्पलाइन नम्बर

इससे उबरने के लिए संयुक्त यूनियनों ने ये नारा दिया…

-अब की बार सत्ता से बाहर तथा भाजपा हटाओ देश बचाओ नारा दिया।
-बेहतर इंडिया के लिए इंडिया गठबंधन को चुनने
-दुर्ग लोकसभा से इंडिया गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र साहू को
जीताने का आह्वान किया गया है।

ये खबर भी पढ़ें : BSP सेफ्टी कप क्रिकेट टूर्नामेंट: फाइनल मैच आज शाम को, सीजी 11 और स्नाइपर में टक्कर