- भिलाई नगर निगम में 320 करोड़ की आर्थिक अनियमितता की रिपोर्ट की उजागर।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाईनगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने भिलाई की सियासत में एक और चौका मार दिया है। भिलाई नगर निगम में 320 करोड़ की आर्थिक अनियमितता की रिपोर्ट उजागर कर दी। कांग्रेस को घेरते हुए रिपोर्ट को सार्वजनिक किया।
खुर्सीपार में भाजपा कार्यालय के उद्घाटन अवसर पर उन्होंने कहा कि नगर निगम भिलाई में एक बार फिर 320 करोड़ की वित्तीय अनियमितता सामने आई है। यह अनियमितता वित्तीय वर्ष 2016-17 में किये गये भुगतान एवं बजट से संबंधित है, जिसका ऑडिट कार्यालय उप संचालक, छत्तीसगढ़ राज्य संपरीक्षा दुर्ग द्वारा किया गया है।
रिपोर्ट में निगम को आर्थिक क्षति, वाहन संधारण पर व्यय और इंधन व्यय सत्यापन के आभाव में संदिग्ध भुगतान राशि, वाहनों में शासन द्वारा निर्धारित मात्रा से अधिक मरम्मत में व्यय किए जाने से अतिरिक्त व्यय राशि, वाहनों में जीपीएस लोकल ट्रेकिंग सिस्टम लगाए जानें हेतु विविध अग्रिम राशि वसूली योग्य, निर्माण कार्य अभिलेख अप्रस्तुत, निगम निधी से किया गया अनियमित व्यय आदि पर आपत्ति जताई गई है।
ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार
-नगर निगम के वित्तीय वर्ष के 237 करोड़ से अधिक बजट पर आपत्ति
-कार्यालय की इस रिपोर्ट में वाहन संधारण पर व्यय और इंधन व्यय सत्यापन के आभाव में संदिग्ध भुगतान राशि 4 करोड़ 79 लाख रुपए दर्ज़ है।
-भिलाई नगर के विभिन्न निर्माण कार्य में ठेकेदार को अग्रिम राशि 10 करोड़ रुपए से भी अधिक का अनियमित भुगतान की वसूली अपेक्षित दर्ज़ है।
-भिलाई इस्पात संयंत्र अधिपत्य क्षेत्र में निगम मद से किये गये विकास कार्यों से 4 करोड़ रुपए से अधिक राशि का निगम को आर्थिक क्षति।
-केंद्र राज्य प्रवर्तित योजनातर्गत निर्मित आवक/दुकान/गुमटी/चबूतरा में अवैध कब्जा/रिक्त होने से निगम को आर्थिक क्षति राशि 1 करोड़ से भी अधिक दर्ज़ है।
-विभिन्न करों की बकाया राशि 324.41 लाख की वसूली शेष
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-बकाया अव्ययीत राशि की वापसी अपेक्षित राशि 2 करोड़ से अधिक दर्ज़।
-निर्माण कार्य अभिलेख अप्रस्तुत राशि 23 करोड़ से अधिक दर्ज़।
-विभिन्न निर्माण कार्य में ठेकेदारो को अग्रिम राशि 10 करोड़ का अनियमित भुगतान की वसूली अपेक्षित।
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-अग्रिम राशि 9 करोड़ से अधिक का समायोजन लंबी अवधि से लंबित।
-सामग्री क्रय संबंधी अभिलेख अप्रस्तुत 7करोड़ से अधिक राशि।
-आमनत/ धरोहर/ सुरक्षित राशि 1 करोड़ रूपए से अधिक दर्ज़।
-इसके अतिरिक्त विभिन्न व्यय पर आपत्ति दर्ज की गई है।
वित्तीय वर्ष 2016-17 का आंकड़ा
इस दौरान उन्होंने ऑडिटर जनरल की एक रिपोर्ट जारी करते हुए भिलाई नगर निगम में वित्तीय वर्ष 2016-17 के दौरान 320 करोड़ की आर्थिक अनियमितता का भी खुलासा किया।
उन्होंने कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया और कहा कि जनता को बताएंगे कि उन्हें भिलाई बचाना है। भिलाई बचाओ अभियान के तहत घर-घर पहुंचकर लोगों को जागरूक करना है और शिक्षाधानी की पहचान वापस दिलाना है।
भिलाई की पहचान महादेव सट्टा नाम से
उन्होंने कहा कि आईआईटी के नाम से पहचाना जाने वाला भिलाई आज महादेव सट्टा आईडी के नाम से जाना जा रहा है। पूरे भिलाई के खुले मैदान ओपन बार बन गये हैं, अपराध का स्तर दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। अब जनता को खुद तय करना है कि उसे क्या चाहिए? भिलाई को बचाना है तो भाजपा को जिताना होगा।
उन्होंने कांग्रेस के केजी से पीजी तक निशुल्क शिक्षा पर कहा कि कांग्रेस जनता को गुमराह कर रही है। सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में फीस नाममात्र की होती है , वह माफ करके कांग्रेसी सबको गुमराह कर रहे हैं।