Rourkela Steel Plant में ऑपरेशन सिंदूर की झलक, 100 से ज्यादा पंडालों में भगवान विश्वकर्मा की पूजा

Operation Sindoor in Rourkela Steel Plant Lord Vishwakarma worshipped
  • धार्मिक उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मना विश्वकर्मा पूजा।

सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल राउरकेला इस्पात संयंत्र में रथों, अस्त्र-शस्त्रों तथा अनेक नगरों का निर्माण करने वाले, दिव्य शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की पूजा बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुई। भव्य झांकी भी तैयार की गई। ऑपरेशन सिंदूर की झांकी आकर्षण का केंद्र रही।

भगवान विश्वकर्मा की उत्कृष्ट रूप से निर्मित सुन्दर प्रतिमाएँ सुसज्जित पूजा पंडालों में स्थापित थीं, जो श्रद्धालुओं में भक्ति और आदर की भावना जागृत कर रही थीं। उल्लेखनीय है कि, उत्साही कर्मचारियों द्वारा इस्पात संयंत्र परिसर में 100 से अधिक पंडालों का निर्माण किया गया था।

राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के निदेशक प्रभारी सह बोकारो इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी के अतिरिक्त प्रभार आलोक वर्मा. कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) तरुण मिश्र, कार्यपालक निदेशक (संकार्य) बिस्वरंजन पलाई, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) अनिल कुमार, कार्यपालक निदेशक (खान ओजीओएम-सीएमएलओ), एम पी सिंह, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएँ), सुदीप पाल चौधरी, मुख्य महाप्रबंधक (वित्त एवं लेखा), राजेश दासगुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा), डॉ. जयंत कुमार आचार्य और संयंत्र के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इस्पात संयंत्र के अंदर कई पूजा पंडालों का दौरा किया।

कर्मचारियों के साथ बातचीत करते हुए डीआइसी आलोक वर्मा ने उनके उत्साह के साथ-साथ उनकी रचनात्मक और अभिनव भावना की प्रशंसा की। इस अवसर पर दीपिका महिला संघति की अध्यक्ष, श्रीमती नम्रता वर्मा और अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

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<p>हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवताओं के निवास के शिल्पकार, भगवान विश्वकर्मा को रचनात्मकता, कौशल और उद्योग के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। राउरकेला इस्पात संयंत्र जैसे प्रौद्योगिकी-केंद्रित उद्योग में, इस उत्सव का विशेष महत्व है।</p>
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