- ना नाइट शिफ्ट एलाउंस, ना ग्रेच्युटी, ना ESIC, मिनिमम वेज भी भवन निर्माण का, उसमे भी छीना झपटी मतलब शोषण चरम पर है।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। एचएमएस बोकारो (HMS Bokaro) के महासचिव राजेंद्र सिंह बीमारी को मात देकर एक बार फिर ट्रेड यूनियन में सक्रिय हो गए हैं। लंबे समय के बाद दोबारा प्लांट के अंदर प्रदर्शन में शामिल हुए। मजदूरों की आवाज को बुलंद किया।
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मंगलवार को सेल बोकारो इस्पात संयंत्र के कोक-ओवन एवं कोक- केमिकल्स विभाग के कैंटीन नंबर 1 रेस्ट रूम मे प्रबंधन के तानाशाही एवं मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ क्रान्तिकारी इस्पात मजदूर संघ (हिन्द मजदूर सभा) की विशाल मीटिंग हुई।
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मीटिंग को सम्बोधित करते हुए संघ के महामन्त्री सह-सदस्य एनजेसीएस राजेंद्र सिंह ने कहा कि आज सर्वोच्च उत्पादन के बावजूद प्रबंधन के नकारात्मक रवैये के कारण उत्पादन करने वाले मज़दूरो के हाथ खाली हैं। अधिकारी गण उत्पादन का सारा श्रेय स्वयं लेकर पीआरपी का मजा ले रहे हैं।
कल उप श्रमायुक्त केन्द्रीय, धनबाद के समक्ष मीटिंग में ठेका मजदूरो के ग्रेच्युटी तथा स्किल्ड मजदूरो के ESIC पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा-अगली मीटिंग 23 जुलाई को होगी। प्रबंधन कान खोल कर सुन ले जब तक मजदूरो को न्याय और हक नहीं मिल जाता तब तक ना तो हमारा आन्दोलन रूकेगा नहीं। न ही अधिकारियो को चैन से बैठने देंगे। ना नाइट शिफ्ट एलाउंस, ना ग्रेच्युटी, ना ESIC,मिनिमम वेज भी भवन निर्माण का उसमे भी छीना झपटी मतलब शोषण चरम पर है।
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अंत में श्री सिंह ने प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रबंधन जल्द अपनी नीति और नियत में सुधार करे नहीं तो हम किसी भी हद तक आंदोलन के लिए बाध्य होंगें।
मीटिंग को शशिभूषण, जुम्मन खान, हरेराम, नागेंद्र कुमार, अमित यादव, आनंद कुमार, सिराज अहमद, टुनटुन सिंह आदि ने संबोधित किया।
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