- वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान सेल ने 19.4 मिलियन टन (एमटी) हॉट मेटल और 18.3 एमटी क्रूड स्टील का उत्पादन करके रिकॉर्ड वार्षिक उत्पादन हासिल किया।
सूचनाजी न्यूज, नई दिल्ली। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने बुधवार को नई दिल्ली स्थित कंपनी मुख्यालय में अपनी 51वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) आयोजित की। सेल अध्यक्ष अमरेंदु प्रकाश ने शेयरधारकों को इस बैठक में वर्चुअल प्लेटफॉर्म के माध्यम से संबोधित किया।
कंपनी के शेयरधारकों को संबोधित करते हुए, सेल अध्यक्ष अमरेंदु प्रकाश ने भविष्य के बारे में बताते हुए कहा कि वे कंपनी के बारे में बहुत आश्वस्त और उत्साहित हैं।
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उन्होंने कहा कि सेल की अंतर्निहित ताकत और हाल के दिनों में कंपनी के मुख्य क्षेत्रों पर काम करने के प्रयास ऐसे कारक हैं जिन्होंने उन्हें आशावाद और विश्वास दिया है कि सेल इस्पात उद्योग की अनिश्चितता और अस्थिरता का सामना कर सकता है।
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वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान कंपनी के प्रदर्शन को संक्षेप में बताते हुए उन्होंने जानकारी दी कि सेल ने 19.4 मिलियन टन (एमटी) हॉट मेटल और 18.3 एमटी क्रूड स्टील का उत्पादन करके रिकॉर्ड वार्षिक उत्पादन हासिल किया।
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साथ ही कंपनी के सभी एकीकृत स्टील प्लांटों ने अपना सर्वश्रेष्ठ उत्पादन भी हासिल किया जिसके कारणवश 94% क्रूड स्टील क्षमता उपयोग हुआ, जो अब तक का सबसे अच्छा क्रूड स्टील क्षमता उपयोग है।
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उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सेल ने लगातार दूसरे वर्ष 1 लाख करोड़ रुपये का कारोबार पार किया। उन्होंने कहा कि बाजार में अस्थिरता से उत्पन्न होने वाले जोखिमों को कम करने में मदद, परिचालन प्रथाओं में सुधार पर ध्यान केंद्रित करने और प्रोडक्ट मिक्स को ऑप्टिमाइज़ करने के लिए ग्राहकों की मांग को री-अलाइन करने से मिली।
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क्षमता का अधिकतम उपयोग करना और सेल के ग्राहकों को सर्वोत्तम मूल्य प्रदान करना-कंपनी के इन दो फोकस क्षेत्रों पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इनके लिए रणनीतिक हस्तक्षेप आवश्यक है, जिसमे उत्पादन में तेजी लाने, कच्चे माल को सुरक्षित करने, इनपुट की गुणवत्ता में सुधार करने, संसाधन जुटाने में दीर्घावधि में व्यावसायिक जोखिमों को कम करने, ग्राहक अनुभव बेहतर करने, डीकार्बोनाइजेशन और सस्टेनेबिलिटी इनिशिएटिव्स पर ध्यान केंद्रित करना आदि शामिल है।
सेल अध्यक्ष के संबोधन में सेल के सस्टेनेबिलिटी इनिशिएटिव्स, उत्पाद विकास, डिजिटल हस्तक्षेप, भविष्य की योजनाएं और कंपनी द्वारा अपनाई गई नैतिक व्यावसायिक प्रथाएं भी शामिल थीं।
भारतीय इस्पात उद्योग की विकास संभावनाओं पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इस्पात उद्योग में हो रहे महत्वपूर्ण बदलावों से सेल पूरी तरह से अवगत है और कंपनी अपने प्रतिस्पर्धात्मक लाभ (कॉम्पिटिटिव एडवांटेज) को मजबूत करने और अपने हितधारकों के लिए मूल्य बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है।
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