दुर्गापुर के आंदोलन को दबा देंगे तो सेल में कहीं कुछ नहीं होगा, इसी सोच से प्रबंधन कार्रवाई कर रही है। यूनियन का कहना है कि हम लोग 2022-23 का बोनस मांग रहे हैं। हालात आज कुछ भी हो सकता है। प्रबंधन गुमराह न करे।
सूचनाजी न्यूज, दुर्गापु। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (SAIL) का दुर्गापुर स्टील प्लांट (Durgapur Steel Plant) धधक उठा है। कर्मचारियों के गुस्से का आलम यह है कि अब आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया गया है। बोनस व बकाया एरियर को लेकर शुक्रवार सुबह डीएसपी गेट पर किए गए प्रदर्शन से भड़के प्रबंधन ने दो श्रमिक नेताओं को सस्पेंड कर दिया है।
सीटू (CITU) और एचएमएस (HMS) के नेताओं को सस्पेंड करने की खबर ने कर्मचारियों के गुस्से को और भड़का दिया है। रविवार सुबह 10 बजे संयुक्त यूनियन की महाबैठक होगी। प्रबंधन को दोपहर 12 बजे तक की चेतावनी दी गई कि दोनों श्रमिक नेताओं को बहाल किया जाए, अन्यथा उत्पादन से लेकर बिड़ने वाले हालात तक का जिम्मेदार प्रबंधन ही होगा।
एचएमएस के जनरल सेक्रेटरी सुकांतो रक्षित और सीटू के ज्वाइंट सेक्रेटरी कंवीनयर सीमांता चटर्जी को सस्पेंड कर दिया गया है। शनिवार शाम को प्रबंधन ने सस्पेंड किए जाने का लेटर थमाया है।
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इसकी खबर लगते ही आरएमएचपी (RMHP) से घेराव शुरू हुआ। सीजीएम कार्यालय का घेराव किया गया। सात यूनियन ने संयुक्त रूप से आंदोलन शुरू किया है। पिछले साल भी बोनस को लेकर दुर्गापुर (Durgapur) से ही आंदोलन शुरू हुआ था। इस बार भी यहीं से शुरू हुआ।
इंटक (INTUC) के महासचिव रजत दीक्षित के मुताबिक प्रबंधन कर्मचारियों के आंदोलन को दबाना चाहता है। इसलिए शनिवार को लेटर थमाया गया। रविवार को छुट्टी रहेगी। मामला शांत रहेगा। लेकिन, ऐसा होने वाला नहीं है।
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शनिवार शाम 5 बजे से ही लड़ाई शुरू हो गई। रजत दीक्षित ने कहा-हम लोग शांत नहीं होंगे। कर्मचारियों का गुस्सा भड़क गया है। बोनस और एरियर को लेकर चिंगारी अब धधक चुकी है। प्रबंधन की सोच क्या है? क्या आंदोलन को दबाना चाहते हैं।
दुर्गापुर के आंदोलन को दबा देंगे तो सेल में कहीं कुछ नहीं होगा, इसी सोच से प्रबंधन कार्रवाई कर रही है। यूनियन का कहना है कि हम लोग 2022-23 का बोनस मांग रहे हैं। हालात आज कुछ भी हो सकता है। प्रबंधन गुमराह न करे।