- प्रोडक्शन-प्रोडक्टिविटी की मीटिंग के साथ ही बोनस मीटिंग की संभावना जताई जा रही। एनजेसीएस यूनियन इस दावे को खारिज कर रही।
अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited) -सेल (SAIL) के कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर है। सोशल मीडिया पर तरह-तरह के बोनस फॉर्मूला (Bonus Formula) परोसने वालों के लिए बड़ा झटका है। सेल प्रबंधन (SAIL Management) कोई भी फॉर्मूला बदलने नहीं जा रहा है। बोनस फॉर्मूला बनाया जा चुका है। सीटू, एटक को छोड़कर सभी यूनियनों ने साइन भी किया है। इसलिए इसी बोनस फॉर्मूले पर ही इस साल भुगतान होने जा रहा है।
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नेशनल ज्वाइंट कमेटी फार स्टील इंडस्ट्री (National Joint Committee for Steel Industry)-एनजेसीएस (NJCS) के सदस्य राजेंद्र सिंह ने इस बात को खुद स्वीकारा है। Suchnaji.com से उन्होंने कहा कि प्रोडक्शन प्रोडक्टिविटी की मीटिंग के बाद एनजेसीएस की मीटिंग होगी। इस बैठक में पहले से तय बोनस फॉर्मूले के आधार पर ही कर्मचारियों को और अधिक राशि दिलाने के लिए बातचीत की जाएगी। राशि तय होने के बाद ही एग्रीमेंट पर साइन किया जाएगा। बोनस फॉर्मूला बनाया जा चुका है, उसी के तहत 3 साल तक भुगतान होगा।
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राजेंद्र सिंह ने इस संभावना से भी इन्कार किया कि प्रोडक्शन-प्रोडक्टिविटी (Production Productivity) की मीटिंग के साथ ही एनजेसीएस की बैठक की जा सकती है। दिल्ली में मौजूद एनजेसीएस सदस्यों के साथ प्रबंधन बोनस पर चर्चा कर सकती है? इस बात को राजेंद्र सिंह ने अफवाह बताया। उन्होंने कहा-प्रोडक्शन और प्रोडक्टिविटी की बैठक और बोनस की बैठक के लिए अलग-अलग सदस्य होते हैं। इसलिए तमाम दावों में कोई दम नहीं है।
इधर-सेल बोनस (SAIL Bonus) को लेकर दुर्गापुर स्टील प्लांट (Durgapur Steel Plant) के ईडी वर्क्स कार्यालय का घेराव किया गया। रैली निकाली गई और प्रबंधन विरोधी नारेबाजी की गई। सीटू के बैनर तले प्रदर्शन किया गया। बकाया एरियर, बोनस, स्थानीय मुद्दे को लेकर आवाज उठाई गई।
दूसरी ओर, भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) की यूनियन इस्पात श्रमिक के महासचिव राजेश अग्रवाल का कहना है कि जल्द से जल्द एनजेसीएस की बैठक बुलाकर बोनस की राशि घोषित की जाए। देरी से करने से कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ रहा है। प्रोडक्शन-प्रोडक्टिविटी की मीटिंग के साथ ही एनजेसीएस की बोनस मीटिंग भी की जा सकती है।