- क्रूड स्टील में 5.3% की वृद्धि हुई है। श्रम उत्पादकता में 10% की वृद्धि हुई है। टर्न ओवर में 1.2% की वृद्धि हुई है। मैनपॉवर में 5% की कमी हुई है। श्रम लागत में 3% की कमी हुई है।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited)-सेल (SAIL) के बोनस को लेकर बवाल मचा हुआ है। प्रबंधन प्रोडक्शन प्रोडक्टिविटी (Management Production Productivity) की मीटिंग की तैयारी में व्यस्त है। इधर-कर्मचारी यूनियन सड़क पर उतर चुकी है।
राउरकेला स्टील प्लांट (Rourkela Steel Plant) के करीब 700 कर्मचारियों ने मानव श्रृंखला बनाई। राउरकेला इस्पात कारखाना कर्मचारी संघ के बैनर तले सेल (SAIL) प्रबंधन विरोधी नारेबाजी की गई। सेल चेयरमैन अमरेंदु प्रकाश को संबोधित मांग पत्र ईडी पीएंडए तरुण मिश्र को सौंपा गया।
आरएसपी (RSP) के पावर गेट (Power Gate) यानी संस्कार गेट से लेकर रेलवे ओवर ब्रिज (Railway Over Bridge) तक मानव श्रृंखला बनाई गई। दावा किया जा रहा है कि करीब 700 लोग शामिल हुए। अध्यक्ष हिमांशु शेखर बल ने कहा-प्रतिकूल मौसम के बावजूद आज के जन आंदोलन में जिस तरह से सैकड़ों कार्यकर्ता स्वेच्छा से शामिल हुए हैं।
इससे स्पष्ट है कि यह लड़ाई आगे बढ़ेगी। बारिश के बावजूद धरने को सफल बनाने के लिए सभी RIKKS कार्यकर्ताओं का तहे दिल से धन्यवाद। मजदूर मजदूर भाई-भाई आपके लिए लड़ेंगे…।
आरएसपी (RSP) के कर्मचारियों ने पिछली बार से अधिक बोनस की मांग उठाई है। बोनस फॉर्मूले (Bonus Formula) का विरोध किया गया है। स्पष्ट रूप से कहा गया है कि जो फॉर्मूला बनाया गया है, वह गलत है। पिछली बार 40 हजार 500 रुपए बोनस मिला था, इस बार इससे अधिक बोनस का भुगतान होना चाहिए।
श्रमिक नेताओं ने कहा कि SAIL की वार्षिक रिपोर्ट 2022-23 के अनुसार, क्रूड स्टील में 5.3% की वृद्धि हुई है। श्रम उत्पादकता में 10% की वृद्धि हुई है। टर्न ओवर में 1.2% की वृद्धि हुई है। मैनपॉवर में 5% की कमी हुई है। श्रम लागत में 3% की कमी हुई है।
इस प्रकार सेल का समग्र प्रदर्शन पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर हुआ है और इस प्रकार कर्मचारियों का योगदान अधिक प्रभावी, प्रयासशील और सराहनीय है। इसलिए RIKKS की मांग है कि इस वर्ष का वार्षिक बोनस पिछले वर्ष के (40500) से कम नहीं होना चाहिए।