सूचनाजी न्यूज, भिलाई। जूनियर ऑफिसर पद पर चयन के लिए 18 मार्च को ऑनलाइन लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था। भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारी इस प्रकार की लिखित परीक्षा के लिए तैयार नहीं थे। कर्मचारी यूनियन एचएमएस का आरोप है कि कई केंद्रों में कंप्यूटर स्लो था। कहीं पंखे की व्यवस्था नहीं थी। कर्मचारियों को कंप्यूटर के माध्यम से परीक्षा देने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। इसके बाद बाद जब रिजनिंग का प्रश्न पत्र देखा गया तो कर्मचारियों के होश उड़ गए।
इसके लिए पूर्व से कोई सिलेबस अथवा रीडिंग मटेरियल उपलब्ध नहीं कराया गया था। प्रश्नों का उत्तर स्टाफ सिलेक्शन कमीशन एवं बैंकिंग के स्तर का था जिसकी तैयारी कर्मचारियों ने नहीं की थी क्योंकि भिलाई इस्पात संयंत्र में प्रमोशन के लिए इस प्रकार के प्रश्नों का कोई औचित्य नहीं है।
महासचिव प्रमोद कुमार मिश्र का कहना है कि रिजनिंग का प्रश्नपत्र 20 अंकों का था तथा 20 प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य था। सेल द्वारा जारी जूनियर ऑफिसर परीक्षा पॉलिसी के अनुसार प्रत्येक प्रश्नपत्र में 40% अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। यानी 20 अंक में से 8 अंक मिलना अनिवार्य है। 8 अंक से कम प्राप्तांक वाले कर्मचारी अयोग्य घोषित कर साक्षात्कार की सूची से बाहर कर दिए जाएंगे, जो वरिष्ठ कर्मचारियों के साथ अन्याय होगा।
भिलाई श्रमिक सभा यूनियन ऐसे में किसी भी प्रकार की लिखित परीक्षा के पक्षधर नहीं है। इस संबंध में यूनियन न्यायालय तक की लड़ाई लड़ रही है। प्रबंधन ने लिखित परीक्षा के लिए एक तीसरी एजेंसी को चुना है, क्या भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन अपने कर्मचारियों के चयन की जिम्मेदारी स्वयं नहीं ले सकता?
तीसरी एजेंसी को संयंत्र की कार्यप्रणाली के बारे में कोई जानकारी नहीं है। ना ही कर्मचारियों के स्तर के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध है। यदि किसी कर्मचारी को रीजनिंग में 8 अंक से कम मिलते हैं और बाकी प्रश्न पत्रों में अच्छे अंक मिलते हैं तो अच्छे अंक मिलने के बावजूद अयोग्य घोषित किए जाएंगे।
यूनियन का कहना है कि भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों में नेतृत्व क्षमता एवं कार्य कुशलता बहुत है। अकारण ऐसे प्रश्न पत्र के कारण अयोग्य घोषित होना उचित नहीं है। इस संबंध में भिलाई श्रमिक सभा संबद्ध हिंद मजदूर सभा यूनियन ने औद्योगिक संबंध विभाग में सीनियर मैनेजर रोहित हरित को डायरेक्टर पर्सनल के नाम ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि रीजनिंग के प्रश्न पत्र में न्यूनतम प्राप्तांक की सीमा समाप्त किया जाना चाहिए।
ज्ञापन देते समय अध्यक्ष हरीराम यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आदित्य माथुर, उपाध्यक्ष विनोद वासनिक, महासचिव प्रमोद कुमार मिश्र, उप महासचिव वीके सिंह, बीजी कारे, पन्नालाल भारती आदि उपस्थित थे।