- कर-पश्चात लाभ (पीएटी) में लगभग 32% की वृद्धि हुई, जो परिचालन दक्षता और लागत अनुकूलन है।
- मार्च 2023 के स्तर की ओर पूरी गति से बढ़ने के प्रयास के कारण ऋण घटकर 26427 करोड़ रुपये रह गया।
सूचनाजी न्यूज, नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की महारत्न कंपनी, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने आज 30 सितंबर 2025 (वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही) को समाप्त छमाही के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की, जिसमें कंपनी के मज़बूत परिचालन प्रदर्शन और बेहतर लाभप्रदता का प्रदर्शन हुआ।
दूसरी ओर कर्मचारी यूनियनों का कहना है कि दूसरी तिमाही मे सेल को 552.89 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ हुआ है। दोनों तिमाही अर्थात छह माह में 1443 करोड़ रुपया कर पूर्व लाभ हुआ है। जो EBITDA (5754 cr) का मात्र 25% है। यह आँकड़ा किसी भी कंपनी के आर्थिक सेहत के लिए ठीक नहीं है। जिसमें EBITDA का 75% हिस्सा अन्य कार्यो में खर्च हो जाए।
Performance of H1 FY 26 (Standalone) at a glance:
| Unit | H1 24-25 | H1 25-26 | |
| Crude Steel Production | Million Tonne | 9.46 | 9.50 | 
| Sales Volume | Million Tonne | 8.11 | 9.46 | 
| Revenue from Operations | Rs. Crore | 48,672 | 52,625 | 
| Earnings Before Interest, Tax, Depreciation and Amortisation (EBITDA) | Rs. Crore | 5,593 | 5,754 | 
| Profit Before Exceptional Items and Tax | Rs. Crore | 1,439 | 1,781 | 
| Exceptional Items | Rs. Crore | (312) | (338) | 
| Profit Before Tax (PBT) | Rs. Crore | 1,127 | 1,443 | 
| Profit After Tax (PAT) | Rs. Crore | 844 | 1,112 | 
 आप भी जानिए मुख्य विशेषताएं
आप भी जानिए मुख्य विशेषताएं
• कच्चे इस्पात का उत्पादन 95 लाख टन पर स्थिर रहा।
• कंपनी द्वारा खुदरा और अन्य उपभोक्ताओं तक पहुँच बढ़ाने से बिक्री में 16.7% की वृद्धि हुई।
• मूल्य निर्धारण के मोर्चे पर चुनौतियों के बावजूद, बिक्री में वृद्धि के कारण परिचालन राजस्व 52,600 करोड़ रुपये को पार कर गया।
• कर-पश्चात लाभ (पीएटी) में लगभग 32% की वृद्धि हुई, जो परिचालन दक्षता और लागत अनुकूलन को दर्शाता है।
• मार्च 2023 के स्तर की ओर पूरी गति से बढ़ने के प्रयास के कारण ऋण घटकर 26427 करोड़ रुपये रह गया।
वित्तीय रिजल्ट पर सेल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने कहा:
वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही का प्रदर्शन परिचालन और वित्तीय, दोनों ही मानकों पर सेल की निरंतरता को दर्शाता है। कंपनी ने स्थिर उत्पादन के लिए उच्च क्षमता उपयोग बनाए रखा है। दृढ़ संकल्प और सामूहिक टीम प्रयासों से, हमने वैश्विक इस्पात बाजारों में उतार-चढ़ाव के बावजूद बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हासिल की है। दक्षता में सुधार और लागत को युक्तिसंगत बनाने की दिशा में प्रयासों के साथ, यह मजबूत वित्तीय प्रदर्शन में परिवर्तित हुआ है।
जैसे-जैसे भारत एक निम्न-कार्बन अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, सेल इस परिवर्तन में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है, साथ ही उत्पाद विविधीकरण, ग्राहक-केंद्रित रणनीतियों, डिजिटलीकरण और चल रहे प्रयासों के पूरक के रूप में परिकल्पित विस्तार के माध्यम से स्थायी लाभप्रदता सुनिश्चित करता है।













