अगस्त 2022 से विभिन्न ठेकों के तरह कार्य करते हुए सेवानिवृत्त व मृतक कर्मचारियों के आश्रित परिवारों का अचानक ग्रेच्युटी भुगतान पर रोक लगा दिया गया है,
सूचनाजी न्यूज, दल्ली राजहरा। राजहरा खान समूह के अंतर्गत विभिन्न ठेका कंपनी के मातहत कार्य कर चुके सेवानिवृत्त कर्मचारियों व मृतक कर्मचारियों के परिवारों के साथ बीएसपी प्रबंधन का भेदभावपूर्ण रवैया का आरोप लगाया गया है। वित्त विभाग के अधिकारी पर भी सवाल उठाया जा रहा है। ग्रेच्युटी भुगतान की राशि 11 (ग्यारह) महीनों से लंबित है, जिसका शीघ्र निराकरण करने की मांग की गई है। मुख्य महाप्रबंधक लौह अयस्क समूह राजहरा को छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ के अध्यक्ष सोमनाथ उइके ने ज्ञापन सौंपा।
राजहरा खान समूह् में कार्यरत ठेका श्रमिकों की आयरन ओर उत्पादन में तथा भिलाई इस्पात संयत्र के उत्कृष्ठ उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वर्षों से ठेका श्रमिकों द्वारा उनका योगदान, कार्य कुशलता एवं वर्क–कल्चर को बनाते हुए नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। दुनिया में नियमित कर्मचारियों के साथ-साथ ठेका कर्मचारि भी भिलाई इस्पात संयंत्र का नाम रोशन करने में अग्रणी भूमिका रही है।
भारत सरकार द्वारा स्थापित नई नीतियों के तहत ठेका श्रमिकों को पूर्व में प्राप्त वेतनमान तथा अन्य सुविधाओं में भारी कटौती की गई है, जबकि आज की पीढ़ी की ठेका श्रमिक नियमित कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर तीनों पालियों में माइनिंग ऑपरेशन, प्लांट ऑपरेशन, मैकनीकल, क्लीनिंग, डिस्पैच, विभागो में कार्य कर रहे हैं।
लेकिन बीएसपी प्रबंधन इन कर्मचारियों के साथ हमेशा भेदभावपूर्ण रवैय्या अपनाते हुए उनकी तमाम सुविधाओं में कटौती करने के साथ-साथ जब कोई नियमित कर्मचारी सेवानिवृत्त होता है, तो उनका अंतिम राशि की भुगतान जैसे:– सीपीएक, ग्रेच्युटी, सेवा का निपटारा 15 से 30 दिनों के भीतर ही कर दी जाती है। परंतु ठेका मजदूरों को उपेक्षित छोड़ दिया जा रहा है।
ग्रेच्युटी भुगतान अधिनियम के तरह राजहरा खान समूह में कार्यरत ठेका श्रमिकों को प्रबंधन एवं यूनियनों के मध्य ग्रेच्युटी भुगतान के लिए नियम बनाया गया है, जिसके तहत पूर्व के हजारों ठेका कर्मचारियों को ग्रेच्युटी भुगतान किया जा चुका है।
इसी प्रक्रिया को आगे बढ़ते हुए वर्तमान समय में कार्यरत ठेका कर्मचारियों को भी बड़ी संख्या में ग्रेच्युटी भुगतान किया जा चुका है। परंतु अगस्त 2022 से (वित्त) विभाग के अधिकारी के अफसरशाही के चलते विभिन्न ठेकों के तरह कार्य करते हुए सेवानिवृत्त व मृतक कर्मचारियों के आश्रित परिवारों का अचानक ग्रेच्युटी भुगतान पर रोक लगा दिया गया है, जिससे सेवानिवृत्त ठेका कर्मचारियों एवं मृतक कर्मचारियों के परिवार को आर्थिक एवं मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सेवानिवृत्त श्रमिकों, मृतक कर्मचारियों के परिवार में असंतोष व रोष व्याप्त है। अमानवीय व शोषण की नीति के खिलाफ छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ शीघ्र ही कोई बड़ा आंदोलन कर सकती है। प्रबंधन को ज्ञापन सौंपते वक्त छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ के अध्यक्ष सोमनाथ उइके के साथ उपाध्यक्ष सुरेंद्र साहू, महामंत्री रामचरण नेताम, रवि सहारे आदि उपस्थित थे। ज्ञापन की प्रतिलिपि (१)श्रीमान अनुविभागीय दंडाधिकारी डौंडीलोहारा /दल्ली राजहरा जिला बालोद (२) श्रीमान वरिष्ठ प्रबंधक (कार्मिक )लौह अयस्क समूह राजहरा