कम एमजीबी की भरपाई के लिये अतिरिक्त वेतन वृद्धि की मांग।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited) के कर्मचारी आधे-अधूरे वेतन समझौता की मार झेल रहे हैं। सेल (SAIL) प्रबंधन ने बहुमत के आधार पर एनएजेसीएस (NJCS) में एमओयू तो साइन करा लिया, लेकिन एग्रीमेंट फाइनल नहीं कर पा रहा है। 39 माह के एरियर सहित तमाम विषय लंबित है। कर्मचारियों के मुद्दों को लेकर सीटू (CITU) के पदाधिकारी दिनभर के लिए धरना शुरू कर चुके हैं। भीषण गर्मी में दिनभर का धरना और गुस्सा भड़का रहा है।
भिलाई स्टील प्लांट (BSP) के मेन गेट के समीप मुर्गा चौक पर शुक्रवार सुबह 8 बजे से धरना शुरू हो गया है। शाम 6 बजे तक धरना होगा। इसी कड़ी में अगला प्रदर्शन 28 जून को सुबह 8 से 9 बजे तक बोरिया गेट पर किया जाएगा। मुर्गा चौक पर आयोजित प्रदर्शन में यूनियन के पदाधिकारी छुट्टी लेकर शामिल हुए हैं। एक दिन के वेतन का नुकसान किया है। यूनियन नेता सेल प्रबंधन को कोसते रहे और जमकर नारेबाजी की। सेल प्रबंधन को चेतावनी दी गई है कि अधिकारियों और कर्मचारियों में भेदभाव करना बंद करे।
हिन्दुस्तान स्टील इम्प्लाइज यूनियन भिलाई (सीटू) के धरना में वक्ताओं ने कहा-पिछले वेतन समझौता में 5 वर्षीय अवधि के लिए 17%MGB हासिल करने के बाद इस समझौते में 10 वर्षीय समझौता अवधि के लिए सभी यूनियनों के साथ सीटू भी 15% MGB पर इसलिए सहमत हुआ, क्योंकि प्रबंधन के गलत प्रचार से कर्मियों में यह धारणा बनी थी कि 10 वर्षीय समझौता करने पर 15% MGB के साथ 35% पर्क्स तथा सेल पेंशन कोष में 9% प्रबंधन का अंशदान प्राप्त होगा। ऐसी परिस्थिति में 13% MGB स्वीकार करना शर्मनाक और अपमानजनक है।
एनजेसीएस की सर्वसम्मति की 50 दशक की उच्च परिपाटी को तोड़कर बहुमत यूनियनों के साथ 22.10.2021 को MoU हस्ताक्षर कर आगे बढ़ते हुए 26.11.2021को प्रबंधन ने ग्रेच्युटी कटौती संबंधित एक तरफा आदेश जारी किया।
अन्य अपमानजनक बातों में एरियर्स भुगतान न दिया जाना तथा आरआईएनएल के कर्मियों के लिए वेतन समझौता क्रियान्वयन पर अलग से चर्चा करने की बात थी। हालांकि बाद में एरियर्स भुगतान की शर्त को मसौदे से हटा लिया गया, किन्तु ‘एरियर्स’ विषय पर कुछ भी उल्लेख नहीं किया गया।
एक तरफा कटौती के क्रम में प्रबंधन ने पिछले समझौते का उल्लंघन करते हुए सेल पेंशन ट्रस्ट में 6% और 9% अंशदान को घटाते हुए घाटे के वर्षों के लिए प्रबंधन के अंशदान को 2% और 3% कर दिया।
दिनभर के लिए धरने पर बैठे सेल कर्मचारियों की ये है मांग
- कम एमजीबी की भरपाई के लिये अतिरिक्त वेतन वृद्धि।
- 39 महीने के पूरे एरियर का तत्काल भुगतान तथा इस दौरान सेवानिवृत्त हुए कर्मियों को भी इसका लाभ दिया जाए।
- अधिकारियों के तर्ज पर कर्मियों को भी पर्क्स के एरियर्स का भुगतान हो।
- वेतन समझौता की मांग को लेकर प्रदर्शन में भाग लेने वाले कर्मियों का दण्ड एवं स्थानांतरण वापस हो।
- आरआईएनएल में बिना किसी देरी के नए वेतन समझौते का क्रियान्वयन।
- ठेका श्रमिकों के वेतन में वृद्धि तथा इसका तत्काल क्रियान्वयन।
- एचआरए, रात्रि पाली भत्ता, दुर्गम क्षेत्र विशेष भत्ता (DASA) और अन्य सभी भत्तों को बढ़ाया जाए।
- सेल और आरआईएनएल में किसी भी इकाई का निजीकरण और विनिवेश नहीं।
- सेल और आरआईएनएल में आवश्यकतानुसार विस्तार और आधुनिकीकरण।
- पदनाम में उचित परिवर्तन के साथ नई पदोन्नति नीति।
- सीलिंग या कैपिंग और पेंशन के नाम पर मौजूद ग्रेच्युटी लाभ में कोई कटौती नहीं। ग्रेच्युटी और पेंशन के परिपत्र के संबंध में एक तरफा कार्यालय आदेश वापस लें।
- सेल पेंशन ट्रस्ट (एसपीटी) द्वारा पेंशन का प्रबंधन किया जाए।
- सभी के लिए नई प्रोत्साहन योजना (Incentive Scheme)।
- सभी इकाइयों में तत्काल भर्ती हो और भर्ती के लिए योग्यता के आधार पर प्रवेश स्तर पूर्ववत् मैट्रिक के लिए S-1 ग्रेड, आईटीआई के लिए S-3 और डिप्लोमा के लिए S-6 किया जाए।
- एसीटी और ओसीटी का स्टाइपेंड बढ़ाया जाए।