- अंतर्राष्ट्रीय रत्नविज्ञान संस्थान यानी International Gemological Institute से डिप्लोमा कोर्स किया है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारी और कर्मचारी यूनियन इंटक के नेता संजय साहू को रत्न को परखने की इच्छा थी। अब यही इच्छा अभिरुचि में बदल चुकी है। बकायदा डिप्लोमा कोर्स करने के बाद डायमेंट और रत्नों को परखने और परीक्षण का शौक भी पूरा कर रहे हैं। प्रतिभाओं से धनी संजय साहू को रत्नों के संग्रह का भी शौक है।
अंतर्राष्ट्रीय रत्नविज्ञान संस्थान यानी International Gemological Institute से डिप्लोमा कोर्स किया है। साल 2006 में कोर्स के बाद अपनी प्रतिभा का दायरा बढ़ाया। 2006 में रविशंकर यूनिवर्सिटी से जोमोलॉजी में डिप्लोमा भी किया है। इसके लिए बकायदा भिलाई स्टील प्लांट-बीएसपी प्रबंधन से अनुमति लिया था। अनुमति मिलने के बाद ही संजय साहू ने डिप्लोमा कोर्स किया था।
इंटक ठेका यूनियन के अध्यक्ष संजय साहू बताते हैं कि एलएलबी के बाद उन्हें Gemological में भाग्य आजमाने का शौक था, जिसे वह पूरा कर रहे हैं। बहुत से लोग सही जानकारी के अभाव में गलत स्टोन धारण कर लेते हैं। किसी को स्टोन की जानकारी लेनी होती है तो मुझसे नि:शुल्क परामर्श लेते हैं। स्टोन सही है या नकली यानी सिंथेटिक है या नेचुरल है, इसके बारे में वह परख कर सकते हैं। स्टोन कहां का है, इसका भी परीक्षण करके पता लगाते हैं।
ज्योतिष का भी कोर्स किए हैं। डायमंड और रत्न विज्ञान के बारे में गहरी समझ रखते हैं। रत्न विशेषज्ञ के रूप में पहचान बना रहे हैं। जेमोलोजी आई.जी.आई. मुंबई से (हीरा और रत्न परीक्षण) में डिप्लोमा कोर्स करने का फायदा भी मिला। आई.जी.आई. पॉलिश्ड डायमंड ग्रेडिंग कोर्स सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। हीरे के आभूषण और कीमती, अर्ध कीमती, रत्नों के निःशुल्क सलाहकार भी हैं।