बगैर चेयरमैन का पहले दिन रहा SAIL, अतिरिक्त कामकाज के आदेश का होता रहा इंतजार, सेक्रेटरी एनएन सिन्हा या एडिशनल सेक्रेटरी सुकृति लिखी का ऑर्डर आएगा 2 मई को

  • सुकृति लिखी ने लेडी श्री राम कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक, दिल्ली स्कूल ऑफ से सोशियोलॉजी में मास्टर्स डिग्री अर्थशास्त्र और हार्वर्ड विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन में परास्नातक किया है। लिखी सेल, एनएमडीसी, आरआईएनएल, मॉयल, केआईओसीएल, मेकॉन और एनएसएल के बोर्ड में भी निदेशक हैं।

अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority Of India Limited) की चेयरमैन सोमा मंडल (Soma Mandal) की 30 को सेल से विदाई हो गई है। इनके स्थान पर अतिरिक्त कामकाज किए दिए जाए, इसका आदेश सोमवार को जारी नहीं हो सका है। सेल की इकाइयों में हर कोई यह जानने को बेताब था कि कार्यवाहक चेयरमैन की कुर्सी पर कौन बैठने वाला है। देर शाम तक कोई आदेश जारी नहीं होने का दावा किया जा रहा है।

सेल कारपोरेट आफिस भी इंतजार ही करती रही। नेशनल ज्वाइंट कमेटी फॉर स्टील इंडस्ट्री-एनजेसीएस के सदस्य राजेंद्र सिंह ने Suchnaji.com को बताया कि हम लोग इंतजार ही करते रहे। लेकिन कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। सेल के वरिष्ठ अधिकारियों ने जानकारी दी है कि 2 मई को आदेश जारी हो जाएगा। किन्हीं कारणों से एक मई को आदेश जारी नहीं हो सका है। वहीं, सेल कारपोरेट आफिस में यह भी चर्चा है कि सेक्रेटरी की संभावना ज्यादा जताई जा रही है। नए चेयरमैन अमरेंदु प्रकाश के नाम पर विजिलेंस और कैबिनेट की मुहर लगनी बाकी है। दो से तीन माह का वक्त लगेगा।

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इस बीच सेल (SAIL) का कामकाज संभालने के लिए इस्पात मंत्रालय के सेक्रेटरी या एडिशनल सेक्रेटरी को अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। कार्यवाहक सेल का मुखिया कौन बनेगा, इसकी घोषणा 30 अप्रैल को ही की जानी थी। फिलहाल, दो नाम पर चर्चा तेजी से चल रही है। इन्हीं में से किसी एक को मौका मिल सकेगा। अगर, इन नामों पर सहमति नहीं बनी तो कोई तीसरा भी हो सकता है।

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इस्पात मंत्रालय के सेक्रेटरी एनएन सिन्हा या इस्पात मंत्रालय (भारत सरकार) में अतिरिक्त सचिव और वित्तीय सलाहकार सुकृति लिखी सेल की कुर्सी संभाल सकती हैं। नागेंद्र नाथ सिन्हा, सचिव इस्पात मंत्रालय झारखण्ड कैडर से आते हैं। आईएएस (1987) बैच के एनएन सिन्हा विशेष सचिव के पद पर पदस्थापित होकर इस्पात मंत्रालय में आए थे। पूर्व सचिव संजय कुमार सिंह के रिटायरमेंट के बाद इन्हें इस्पात मंत्रालय में जिम्मेदारी दी गई थी।

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भारतीय प्रशासनिक सेवा-Indian Administrative Service से आने वाली सुकृति लिखी ने लेडी श्री राम कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ से सोशियोलॉजी में मास्टर्स डिग्री ली है अर्थशास्त्र और हार्वर्ड विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन में परास्नातक किया है। फिलहाल, लिखी सेल, एनएमडीसी, आरआईएनएल, मॉयल, केआईओसीएल, मेकॉन और एनएसएल के बोर्ड में भी निदेशक हैं।

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वह भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव थीं। प्रशासन में उनका अनुभव विविध है और इसमें शामिल हैं वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त मंत्रालय) में निदेशक का पद, और फिर भारत के दूतावास में काउंसलर (आर्थिक) के रूप में वाशिंगटन डीसी। हरियाणा राज्य सरकार में हैफेड के प्रबंध निदेशक के रूप में उन्हें वित्त, शहरी विकास और खाद्य खरीद में अनुभव है

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