एनजेसीएस यूनियन सदस्यों ने प्रबंधन पर उतारा गुस्सा।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल बोनस को लेकर 28 अक्टूबर को हड़ताल है। यूनियनों का आरोप है कि प्रबंधन के एकतरफा निर्णय लेने के खिलाफ कर्मचारियों और ठेका मजदूरों की लम्बित मांगों के लिए 28 अक्टूबर की सेल व्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा बोकारो ने कमर कस ली है।
ब्लास्ट फर्नेस विभाग के कैंटीन रेस्ट रूम में मजदूरों की सभा की गई। सभा की अध्यक्षता ब्लास्ट फर्नेस के कर्मचारी परमानुज पाण्डेय ने किया। मजदूर सभा को सम्बोधित करते हुए एनजेसीएस नेताओं ने कहा कि सेल प्रबंधन सिर्फ और सिर्फ मनमानी कदम मजदूरों के हितों के खिलाफ उठा रही है। प्रबंधन का यह कदम नहीं तो प्लांट हित में है और नहीं तो मजदूरों के हित में है।
आधा-अधूरा वेतन समझौता के तहत मजदूरों को दिया गया नया वेतन का 39 माह का एरियर भी देने से प्रबंधन इन्कार कर दिया है। वेतन समझौता करना हीं नहीं चाहती है जो मजदूरों के हितों के लिए काम करने वाली एनजेसीएस कमेटी द्वारा स्थापित पावन परम्परा और मर्यादा के खिलाफ है। सेल मजदूरों का ग्रैच्युटी पर एकतरफा निर्णय लेकर सिलिंग लगाना घोर अन्यान्य है।
प्लांट का उत्पादन-उत्पादकता, मुनाफा मजदूरों के कठिन परिश्रम से लगातार बढ़ता जा रहा है। फिर भी सम्मान जनक बोनस मजदूरों को नहीं दिया जा रहा है। सभी यूनियनों ने प्रबंधन द्वारा तय किया गया बोनस राशि को ठुकराते हुए मांग किया है कि 40,500 रूपए से ज्यादा बोनस मजदूरों को देना हीं होगा।
28% पर्क्स एरियर के साथ नहीं दिया जा रहा है। ठेका मजदूरों को एडब्लूए के रूप में दी जाने वाली राशि को बेसिक पे में शामिल करना होगा। मेडिकल जांच के नाम पर छंटनी बंद करना होगा।
यूनियन नेताओं का कहना है कि इस बार प्रबंधन का कुछ भी चलने नहीं दिया जाएगा, क्योंकि सभी यूनियन और मजदूर एक हैं। 28 अक्टूबर की हड़ताल को मजदूर एतिहासिक रूप से सफल बनाएगे।
बैठक को इंटक के महामंत्री बीएन चौबे, एटक के महामंत्री रामश्रय प्रसाद सिंह, एचएमएस के महामंत्री राजेंद्र सिंह, बीएमएस के महामंत्री विनोद कुमार व सीटू के संगठन मंत्री आरके गोरांई ने संबोधित किया।