- कुछ जिले ऐसे है जहां बनाए गए प्रत्याशी दुर्ग जिले से ताल्लुक रखते है। बालोद और बेमेतरा जिले के एक-एक प्रत्याशियों का संबंध दुर्ग जिले से है।
सूजनाजी न्यूज, रायपुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) सहित पांच राज्यों में चुनावी बिगुल बज चुका है। सोमवार को निर्वाचन आयोग ने पांचों प्रदेशों में चुनावी शेड्यूल जारी कर दिया है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी (CG BJP) द्वारा अपने उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी गई है।
भाजपा ने 64 नामों की लिस्ट जारी की है। इससे पहले एक लिस्ट और जारी की गई थी, जिसमें 21 प्रत्याशियों के नाम थे। वहीं, हम आपको बताने जा रहे है कि कुछ जिले ऐसे है जहां बनाए गए प्रत्याशी दुर्ग जिले से ताल्लुक रखते है। बालोद और बेमेतरा जिले के एक-एक प्रत्याशियों का संबंध दुर्ग जिले से है।
इसमें राकेश कुमार यादव का नाम शामिल है। राकेश कुमार यादव को भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बालोद जिले की संजारी बालोद सीट से पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी बनाया है। राकेश कुमार यादव विधानसभा चुनाव में ताल ठोक रहे है। राकेश अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) श्रेणी से आते है।
भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी राकेश के पिता स्व.राम कुमार यादव भिलाई स्टील प्लांट (BSP) के कर्मचारी थे। साथ ही उनके बड़े पिताजी दुर्गा प्रसाद यादव भी जनसंघ से 1967 में चुनाव लड़े थे। राकेश कुमार यादव मूलत: कृषक परिवार से ताल्लुक रखते है। वे 1986 से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे। संगठन में नगर मंत्री, नगर अध्यक्ष और विभाग प्रमुख का दायित्व भी संभाल चुके है।
वर्ष 2004 से लेकर 2009 तक राकेश बालोद नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष भी रहे है। दो बार बीजेपी मंडल के अध्यक्ष, एक बार महामंत्री और एक बार जिला मंत्री रह चुके है। साथ ही वर्ष 2020 से लेकर 2023 तक भाजपा में प्रदेश मंत्री रहे।
बेमेतरा में इन्हें मिला टिकट
सोमवार को भाजपा प्रत्याशियों की जारी हुई दूसरी सूची में बेमेतरा जिले के नवागढ़ से दयालदास बघेल को प्रत्याशी बनाया गया है। दयालदास बघेल पूर्व में दुर्ग जिला पंचायत के सदस्य रहे है। साथ ही वे वर्ष 2012 में दुर्ग जिले का बालोद और बेमेतरा के रूप में विभाजन होने से पहले दुर्ग जिला पंचायत में अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहे है।
साथ ही दयालदास बघेल नवागढ़ अनुसूचित जनजाति (SC) सीट से चुनाव मैदान में उतरे है। वे साल 2008 से 2013 के बीच विधायक भी रहे है। साथ ही भाजपा शासन काल में प्रदेश में केबिनेट मंत्री भी रहे है।