
- रुबीना ने 150 अनियमित/बिना टिकट यात्रा कर रहे पैसेंजर को धर-दबोचा। टिकट चेकिंग से 45,705 का राजस्व प्राप्त हुआ।
सूचनाजी न्यूज, मुंबई। भारतीय रेलवे (Indian Railway) का सीना रुबीना अकीब इनामदार ने चौड़ा कर दिया है। ऐसा रिकॉर्ड बनाया है, जिसको तोड़ पाना काफी मुश्किल होगा। अकेले दम पर ईमानदारी का सबूत पेश किया। रेलवे की आय बढ़ गई। टिकट चेकिंग का रिकॉर्ड बन गया।
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सोशल मीडिया पर प्रशंसक लिख रहे हैं कि यह सब हिजाब के साये में हुआ है। वही, हिजाब है, जो अक्सर सियासी मुद्दे बनते हैं। हिजाब को तरक्की में रोड़ा मानने वालों और इस पर सवाल उठाने वालों को शायद रुबीना ने तगड़ा जवाब दे दिया है। ईमानदारी, लगन और निष्ठा हो तो कोई भी रिकॉर्ड बना सकता है। इसी जज्बे को देखते हुए @Central_Railway को लिखना पड़ा कि A Truly Rockstar Single-Day Performance.
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टिकट चेकिंग में एक दिन का रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन की खबर मुंबई से है। मुंबई डिवीजन की तेजस्विनी 2 बैच की ट्रैवलिंग टिकट इंस्पेक्टर (TTI) रुबीना अकिब इनामदार को बधाई दी जा रही है। 24 फरवरी को कई ट्रेनों में चेकिंग के दौरान रुबीना ने 150 अनियमित/बिना टिकट यात्रा कर रहे पैसेंजर को धर-दबोचा। टिकट चेकिंग से 45,705 का राजस्व प्राप्त हुआ।
खास बात यह है कि इसमें फर्स्ट क्लास में 57 यात्री बिना टिकट यात्रा करते हुए पकड़े गए। बगैर टिकट यात्रा करने वालों पर 16,430 रुपए का फाइन वसूला गया। इस पर रेलवे ने कहा-वाकई एक दिन का रॉकस्टार प्रदर्शन है। वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल हिजाब गर्ल को मुबारकबाद दी जा रही है।
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याद आए उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के विनोद सिंह
रेलवे को समर्पित टीटी की कमी नहीं है। साल 2011-15 के बीच उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के वाराणसी रेलवे स्टेशन पर टीटी विनोद सिंह काफी सुर्खियों में रहते थे। उनका एक किस्सा काफी फेमस था। बिना टिकट यात्रा करने वालों में दहशत का पर्याय विनोद सिंह बन चुके थे।
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रेलवे बोर्ड द्वारा उन्हें सम्मानित किया जाना था। शाम को शिवगंगा एक्सप्रेस में सवार हुए। उस समय शिवगंगा एक्सप्रेस कैंट स्टेशन से चलती थी, जिसे बाद में मंडुआडी शिफ्ट कर दिया गया। विनोद सिंह अपने साथ रसीद बुक को रख लिए थे। फिर, क्या चलती ट्रेन में टिकट चेक करना शुरू किए।
देखते ही देखते कई हजार की फाइन वसूल लिए। दूसरे दिन समारोह में पहुंचे तो तत्कालीन सीनियर डीसीएम अश्विनी श्रीवास्तव को फाइन वसूली की जानकारी दी। रेलवे बोर्ड से एक अवॉर्ड लेने गए थे, लेकिन सम्मान दो-दो मिल गया।
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