भिलाई BMS में दो फाड़, वसूली का होने जा खुलासा, मान्यता प्राप्त यूनियन का दर्जा खतरे में

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) की मान्यता प्राप्त यूनियन बीएमएस में दो फाड़ हो गया है। वर्तमान प्रमुख पदाधिकारियों पर वसूली का आरोप लगाया गया है। लाखों रुपए की हेराफेरी का आरोप लगाने वालों ने मोर्चा खोल दिया है। साथ ही नया गुट बनाकर चेतावनी भी दे दिया है। साथ ही ई-फॉर्म भी जमा कर दिया गया है। जबकि दूसरा गुट ई-फॉर्म जमा करने वाला है। इससे पहले ही हड़कंप मच गया है।

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बीएमएस (BMS) से बीएसपी सीपीएफ ट्रस्टी अरविंद पांडेय (BSP CPF Trustee Arvind Pandey) ने ट्रस्टी बनाए जाने के एवज में पैसा वसूली का आरोप पुलिस तक लगया था, अब मामला न्यायालय तक पहुंच चुका है। मय सबूत आरोप की कॉपी प्रदेश व केंद्रीय नेतृत्व को देने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया।

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इससे आक्रोशित अरविंद पांडेय (Arvind Pandey) गुट न्यायालय के शरण में पहुंच गए हैं। वर्तमान के पदाधिकारियों ने बहूमत के आधार पर अपना चुनाव कराकर ई-फॉर्म जमा कर दिया है। वर्तमान पदाधिकारियों का विरोध अध्यक्ष आइपी मिश्र, महासचिव रवि शंकर और कार्यकारी अध्यक्ष चन्ना केशवलू के खिलाफ है। पूरे घटनाक्रम को लेकर अरविंद पांडेय गुट मीडिया से मुखातिब हो रहा है। जिसमें बड़े पैमाने पर हुई धांधली आदि का खुलासा किया जाएगा।

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दो ई-फॉर्म होने से रजिस्ट्रार (Registrar) किसी को रजिस्टर्ड नहीं कर सकते हैं। इसलिए यह मामला कोर्ट में चला जाएगा। तब तक मान्यता प्राप्त यूनियन प्रबंधन की दृष्टि से शून्य की स्थिति में हो सकती है। प्रबंधन किसी भी गुट से चर्चा नहीं करेगा

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