- बीमा कर्मियों को 1995 की पेंशन योजना में शामिल किया जाना चाहिए।
- कर्मियों के लिए प्रबंधन भी अपना योगदान 10% से बढ़ाकर 14% करे।
- बीमा पेंशनर्स ने मनाया पेंशनर्स दिवस। सभी के लिए ओपीएस बहाल करने की हुई मांग।
- आम बीमा में भी परिवार पेंशन 30% किया जाए।
सूचनाजी न्यूज, रायपुर। आल इंडिया इंश्योरेंस पेंशनर्स एसोसिएशन (All India Insurance Pensioners Association) ने सभी के लिए ओपीएस बहाल करने की मांग की है। साथ ही आम बीमा में भी परिवार पेंशन 30% करने की वकालत की गई है।
प्रतिवर्ष समूचे देश में 17 दिसम्बर को अखिल भारतीय पेंशनर्स दिवस (All India Pensioners Day) का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष रविवार होने के कारण रायपुर मंडल के बीमा पेंशनर्स ने इसे 18 दिसंबर को मनाया। इस अवसर पर LIC के समस्त कार्यालयों के समक्ष भोजनावकाश के दौरान द्वार प्रदर्शन कर सभाएं ली गई। बीमा पेंशनर्स की मांगों को प्रभावी रूप से उठाया गया। इस अवसर पर सेवारत कर्मियों के संगठन रायपुर डिवीजन इंश्योरेंस एम्पलाइज यूनियन की भी पूरी सहभागिता रही।
LIC के रायपुर मंडल कार्यालय के समक्ष आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित पेंशनर्स, कर्मचारियों व अधिकारियों को संबोधित करते हुए आल इंडिया इंश्योरेंस एम्प्लाइज एसोसिएशन के सहसचिव तथा सेंट्रल जोन इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन के महासचिव धर्मराज महापात्र ने सार्वजनिक क्षेत्र के जीवन बीमा तथा आम बीमा दोनों उघोगों में पेंशन को अघतन किये जाने की मांग की।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के के पेंशनर्स की पेंशन वेतन पुनर्निधारण के साथ ही अघतन हो जाती है, लेकिन बीमा कर्मियों को इस लाभ से वंचित रखा जा रहा है। महापात्र ने नई पेंशन योजना रद्द करने तथा पुरानी पेंशन योजना तत्काल बहाल करने की मांग की।
उन्होंने छत्तीसगढ़ व राजस्थान में कांग्रेस की पराजय के बाद उसके द्वारा लागू पुरानी पेंशन योजना को समाप्त किए जाने की भाजपा सरकारों की मंशा का कड़ा विरोध किया। आह्वान किया पुरानी पेंशन योजना के समर्थन में देशभर में निर्मित हो रहे व्यापक आंदोलन को मजबूत बनाएं।
सभा को संबोधित करते हुए रायपुर डिवीजन इंश्योरेंस एम्पलाइज यूनियन के महासचिव सुरेन्द्र शर्मा ने सार्वजनिक बीमा उघोग पर जारी हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि निजीकरण की मुहिम को परास्त करने के संघर्ष में पेंशनर्स साथियों को भी अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वहन करना होगा।
सभा का संचालन करते हुए बीमा कर्मचारी पेंशनर्स एसोसिएशन रायपुर मंडल के महासचिव अतुल देशमुख ने एलआईसी में पारिवारिक पेंशन की राशि को 15% से बढ़ाकर 30% किए जाने की मांग पर हासिल सफलता तथा मेडिक्लेम योजना में शामिल होने का एक और विकल्प प्राप्त होने पर बधाईयां दी।
इसे लम्बे समय से जारी संघर्ष की विजय निरूपित किया। उद्योग में 2010 के बाद आये हुए कर्मचारियों पर नई पेंशन योजना थोपे जाने का विरोध करते हुए कहा कि समस्त बीमा कर्मियों को 1995 की पेंशन योजना में शामिल किया जाना चाहिए। इसके अलावा कर्मियों हेतु प्रबंधन भी अपना योगदान 10% से बढ़ाकर 14% करें। सभा की अध्यक्षता बीमा कर्मचारी पेंशनर्स एसोसिएशन रायपुर मंडल के उपाध्यक्ष टीआर. नारंग ने की। सार्वजनिक क्षेत्र (public area) की आम बीमा कंपनियों के मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के पेंशनर्स संगठन के अध्यक्ष वीर अजीत शर्मा भी इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित थे।
सभा स्थल से केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक प्रस्ताव पारित कर बीमा पेंशनर्स की मांगों को पूरा करने, सार्वभौमिक पेंशन योजना लागू करने तथा देश भर में नई पेंशन योजना रद्द कर पुरानी पेंशन योजना को तत्काल बहाल किए जाने की मांग की गई।