- सेल, राउरकेला इस्पात सयंत्र की नई प्लेट मिल में आपातकालीन तैयारियों को बढ़ाने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल, राउरकेला iसपाट संयंत्र (आरएसपी) (SAIL – Rourkela Steel plant) में नए प्लेट मिल के फर्नेस के पास 17 जून, 2025 को कई क्षेत्रों में मिश्रित गैस (एमजी) रिसाव परिदृश्य का रोक थाम करने वाली एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया जिसका उद्देश्य आपदा तैयारियों और आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र को सुदृढ़ करना था।
यह अभ्यास मुख्य महाप्रबंधक (एनपीएम और एसपीपी) आर.के. बिसारे की करीबी देखरेख में किया गया जिसमें, महाप्रबंधक (फायर सर्विसेज), श्री जेबी पटनायक, महाप्रबंधक (सुरक्षा इंजीनियरिंग), श्री अबकासा बेहरा, साइट घटना नियंत्रक, महाप्रबंधक (मैकेनिकल) और एचओएस, श्री सुधाकर सुब्रमण्यम, महाप्रबंधक (ऑपरेशन) और एचओएस, एन. महापात्रा, उप महाप्रबंधक (इलेक्ट्रिकल) और एचओएस, अमित रावत, वरिष्ठ प्रबंधक एवं डीएसओ सुमन कुमार और एएसओ प्रज्ञा नाथ का सहयोग और समन्वय सामिल था। यह आरएसपी के चल रहे वैधानिक और आंतरिक सुरक्षा प्रोटोकॉल का एक हिस्सा था जिसका उद्देश्य इसकी ऑनसाइट आपदा प्रबंधन प्रणाली की दक्षता और तत्परता का परीक्षण करना था।
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मॉक ड्रिल परिदृश्य मिश्रित गैस के नकली रिसाव के इर्द-गिर्द घूमता था, जिसके बाद आग लग जाती थी, जिससे अग्निशमन सेवा, व्यावसायिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र (ओएचएससी), ऊर्जा प्रबंधन विभाग (ईएमडी), सुरक्षा इंजीनियरिंग और सीआईएसएफ सहित प्रमुख विभागों से समन्वित प्रतिक्रिया सक्रिय हो जाती थी।
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कई विभागों के प्रशिक्षित कर्मियों से बनी तीन समर्पित टीमों बचाव, सहायक और लड़ाकू ने नकली आपातकाल को रोकने के लिए वास्तविक समय की कार्रवाई की। प्रतिक्रिया समय, अंतर एजेंसी समन्वय और मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के पालन जैसे प्रमुख मापदंडों का गंभीरता से मूल्यांकन किया गया।
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औद्योगिक आपात स्थितियों के सामने उच्च सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए आरएसपी की रणनीतिक परिचालन इकाइयों में नियमित रूप से इस तरह की मॉक ड्रिल आयोजित की जाती हैं। ड्रिल का समापन डीब्रीफिंग और मूल्यांकन सत्र के साथ हुआ, जिसमें सीखने और सुधार के क्षेत्रों की पहचान की गई।