क्या अमरेंदु ला सकेंगे SAIL कर्मचारियों के जीवन में नया प्रकाश

Will Amarendu be able to bring new light in the lives of SAIL employees

अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority Of India Limited) के नए चेयरमैन के रूप में अमरेंदु प्रकाश का चयन हो गया है। बोकारा स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant) के डायरेक्टर इंचार्ज अमरेंदु प्रकाश सेल के नए चयन होंगे। इससे बोकारो के कर्मचारियों और अधिकारियों में खासा खुशी का माहौल है।

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सोलश मीडिया पर अमरेंदु प्रकाश से मुलाकात की फोटो शेयर की जा रही है। वहीं, कर्मचारियों का एक ऐसा वर्ग भी है जो सोशल मीडिया पर बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना बनने वालों पर तंज कस रहा है। सवाल उठाया जा रहा है कि क्या अमरेंदु सेल के कर्मचारियों के जीवन में नया प्रकाश ला सकेंगे। कर्मचारियों के बीच लगातार रहने वाले नए चेयरमैन को लेकर उम्मीद ज्यादा लगाई जा रही है। सेल के आवास, स्कूल, अस्पताल काे बेहतर करने और कर्मचारियों के पे-पॉकेट को बढ़ाने को लेकर लंबी मांग की जा रही है। नाइट शिफ्ट एलाउंस, बकाया एरियर, एचआरए आदि मुद्दों को लेकर भी कर्मचारी खासा परेशान हैं।

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Suchnaji.com ने सोशल मीडिया पर हो रही चर्चाओं को प्रस्तुत कर रहा है। चेयरमैन के रिजल्ट जारी होने पर एक कर्मी ने लिखा- चेयरमैन से बड़ा ई-0 परीक्षा का परिणाम लग रहा है। क्योंकि चेयरमैन का रिजल्ट एक दिन में जाता है और दो बार परीक्षा देने के बाद भी रिजल्ट अब तक नहीं आया। एक कर्मी ने लिखा-जिस तरह मैडम ने कर्मचारियों का बकाया एरियर रोका, उसी तरह नए वाले साहब भी रोकने में माहिर हैं। वहीं, एक कर्मी ने लिखा-स्टील प्लांट में होने वाली दुर्घटना से मृत्यु, अवैध कब्जे, आवासों में कब्जे, प्रोजेक्ट में देरी, वेतन समझौता में देरी और भ्रष्टाचार के मामले से नए चेयरमैन का सामना होने वाला है।
सेल में हादसे और मौत के आंकड़े
2017: 16
2018: 22
2019: 11
2020: 08
2021: 19
2022: 17
(स्त्रोत-राज्य सभा प्रश्न-उत्तर)
जमीन-मकान अतिक्रमण
राज्यसभा में प्रश्न के जवाब के आधार पर सेल की कुल जमीन का लगभग 5% पर अवैध कब्जा है। वहीं, सेल अपने सलाना रिपोर्ट में 4000 एकड़ जमीन कब्जा तथा 6000 से अधिक आवास कब्जे का उल्लेख किया है। वहीं, राज्य सभा में प्रश्न के जवाब पर सेल के पांचों स्टील सिटी में 30-39% बिजली की चोरी के कारण लाइन लॉस है।
एक्सपांशन प्रोजेक्ट में देरी
सेल का पिछला मॉडर्नाईजेशन भी काफी विलम्ब से पूरा हुआ था। उस समय के कई छोटे प्रोजेक्ट अभी भी पूरे नहीं हुए हैं। राज्य सभा प्रश्न के जवाब का अवलोकन करने पर ज्ञात हुआ कि सेल के भिलाई, बोकारो, राउरकेला, दुर्गापुर, सेलम तथा बर्नपुर इकाई का मॉडर्नाईजेशन के लिए प्रारंभिक लागत 56588 करोड़ रुपया था, जो कि बढ़कर 65118 करोड़ रुपया हो गया था। मॉर्डनाईजेशन को 2012 में पूरा करना था, लेकिन यह 2018-19 में जैसे-तैसे पूरा हुआ। इस तरह 8530 करोड़ रुपया अधिक खर्च बढ़ गया।
सेल कर्मचारियों का अधूरा वेतन समझौता
जनवरी 2017 में सेल में लगभग 70000 गैर कार्यपालक कर्मचारी कार्यरत थे। वर्तमान मे 49800 कर्मचारी बचे हैं। लगभग 20000 कर्मचारियों का 39 माह का फिटमेंट एरियर तथा 58 माह का पर्क्स एरियर बकाया है। कर्मचारियो के आक्रोश के कारण 30 जून 2021 को पूरे सेल में ऐतिहासिक हड़ताल हुई थी। वहीं, अक्टूबर 2021 में किसी तरह तीन यूनियनों के सहमती से वेतन समझौता का एमओयू किया गया था, लेकिन अभी भी दो यूनियनें मैनेजमेंट के शर्त पर एमओए करने के लिए राजी नहीं है, जिसके कारण सेल कर्मचारियों का कई मुद्दा 75 माह के बाद भी अभी भी पेंडिंग है।
भ्रष्टाचार के 2472 मामले
वर्ष: मामलो की संख्या
2018: 574
2019: 499
2020: 492
2021: 544
2022: 363
कुल 2472

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