- दीपावली से पहले एनजेसीएस कोर ग्रुप की मीटिंग बुलाकर सारे मामले हल करने की मांग।
अज़मत अली, भिलाई। सेल कर्मचारियों के खाते में 23 हजार रुपए बोनस आने के बाद भी विवाद शांत नहीं हुआ है। एक और घेराबंदी हो गई है। सेल प्रबंधन के खिलाफ इंटक ने भी मोर्चा खोल दिया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष डाक्टर जी. संजीवा रेड्डी की अध्यक्षता में जूम मीटिंग हुई।
भिलाई स्टील प्लांट, दुर्गापुर, बोकारो, इस्को बर्नपुर, राउरकेला स्टील प्लांट, दिल्ली मुख्यालय आदि के इंटक नेता जूम मीटिंग में शामिल हुए। नेताओं ने स्पष्ट रूप से बोल दिया है कि आंदोलन के सिवाय अब कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है।
हड़ताल पर जाने की घोषणा की जाए। नेताओं से फीडबैक लेने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष डाक्टर जी संजीवा रेड्डी ने सेल के डायरेक्टर पर्सनल केके सिंह को पत्र लिखकर जल्द मीटिंग बुलाने की बात कही है, ताकि सारे मुद्दों को एक साथ हल किया जाए। लगातार मीटिंग बुलाकर लंबित मुद्दों को हल करने की बात की है।
एनजेसीएस कोर कमेटी की बैठक बुलाकर बोनस के विषय पर आम सहमति से राशि तय की जाए और बची हुई राशि कर्मचारियों के खाते में डाली जाए।
एनजेसीएस (NJCS) सदस्य इंटक (INTUC) की मीटिंग में दुर्गापुर से रजत दीक्षित, बोकारो से बीएन चौबे, आइएसपी से हरजीत सिंह, भिलाई से वंश बहादुर सिंह, राउरकेला से एसके बेहरा, परिनकर मैडम, दिल्ली से पीजे राजू आदि ने अपनी-अपनी बात रखी।
दीपावली से पहले लगातार मीटिंग बुलाकर मामले को हल करने की आवाज उठी है। एनजेसीएस कोर कमेटी को बाइपास करने के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।
डाक्टर संजीवा रेड्डी ने डायरेक्टर पर्सनल को चिट्ठी लिखा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा-हैरानी की बात यह है कर्मचारियों को बोनस देने की बातचीत के बीच में ही प्रबंधन ने बोनस भुगतान का सर्कुलर जारी कर एकतरफा निर्णय ले लिया है। सभी कर्मचारियों को 23,000 रुपए की राशि कुछ ही समय में खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर के माध्यम से भुगतान किया गया।
एनजेसीएस या कोर ग्रुप में संबंधित यूनियनों के परामर्श और सहमति के बिना प्रबंधन ने ऐसा एकतरफा निर्णय लिया है, जिससे लोगों में आक्रोश है।
कर्मचारी अलग-अलग तरीकों से अपना विरोध जता रहे हैं। भुगतान पर प्रबंधन द्वारा लिये गये एकतरफा निर्णय पर आपत्ति व विरोध जताया।