Bhilai Steel Plant में लगातार चोरी, सुझाव देने पहुंचे BWU नेताओं की CGM से झड़प

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के बोरिया स्टोर से हुई चोरी के मामले पर अब सियासत गरमा गई है। बीएसपी वर्कर्स यूनियन के नेताओं और सीजीएम के बीच झड़प हो गई।

चोरी की घटना को 4 माह हो जाने के पश्चात भी आज तक स्टोर के सीजीएम द्वारा किसी भी अधिकारी पर इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई, ना ही चोरी को रोकने की दिशा में किसी प्रकार का प्रयास किया गया। इसी विषय को लेकर अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल सुझाव देने के लिए पहुंचा। लेकिन बात बिगड़ गई। अब देख लेने तक की बात आ गई है।

यूनियन का कहना है कि भिलाई इस्पात संयंत्र के सामानों की सुरक्षा एवं संयंत्र में हो रही लगातार चोरी को रोकने की दिशा में किसी प्रकार का प्रयास न होते हुए देखकर बीएसपी वर्कर्स यूनियन का प्रतिनिधिमंडल संयंत्र हित में कुछ सुझावों के साथ सीजीएम मटेरियल मैनेजमेंट तपन कुमार से मिलने गया।

इस पर सीजीएम तपन कुमार ने स्टोर में हुई चोरी के मामले से अपनी जिम्मेदारी पर पूर्ण रूप से पल्ला झाड़ लिया और यूनियन नेताओं से कहा कि प्लांट में इस प्रकार हो रही चोरी और स्टोर से लगातार गायब हो रहे सामानों के लिए मेरी कोई जिम्मेदार नहीं है।

मेरा इस पर अंकुश लगाने या रोकने की दिशा में कार्य करने की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है। जिसे सुनकर यूनियन नेता और बीएससी वर्कर्स के प्रतिनिधिमंडल जमकर भड़क गए।

अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता भड़के, सीजीएम को राष्ट्रहित समझाया

यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता ने कहा कि यह प्लांट हम सब की मां है और इसका एक-एक समान, राष्ट्र का समान है। इसके किसी प्रकार से चोरी या इसके सामानों के किसी भी नुकसान को रोकना हर कर्मचारी की जिम्मेदारी है। और संयंत्र के हर कर्मचारी और अधिकारी की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह राष्ट के संपत्ति को किसी भी प्रकार के नुकसान से बचाएं।

देश हित में अपनी जिम्मेदारी निभाएं। परंतु सीजीएम तपन कुमार एक जिम्मेदार पद में होने के बावजूद उनका इस प्रकार का विचार व्यवहार इस बात को प्रदर्शित करता है कि भिलाई इस्पात संयंत्र के कुछ जिम्मेदार अधिकारी प्लांट में हो रहे चोरी और राष्ट्रीय संपत्ति के नुकसान के प्रति अपनी जिम्मेदारी महसूस नहीं करते।

चोरों के हौसले दिनों दिन भिलाई इस्पात संयंत्र में बुलंद

यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने इस बात पर आक्रोश व्यक्त किया कि बोरिया स्टोर से चोरी होने के इतने दिन बीतने के बावजूद आज तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही किसी भी अधिकारी पर नहीं किया गया और ना ही चोरी रोकने की दिशा में कोई भी गंभीर प्रयास किया गया। जिससे भविष्य में भी चोरी को रोकने की दिशा में कोई कार्यवाही हो।

इस कारण चोरों के हौसले दिनों दिन भिलाई इस्पात संयंत्र के अंदर बुलंद होते जा रहे हैं। इससे भिलाई इस्पात संयंत्र को बहुत ज्यादा आर्थिक क्षति हो रही है। और चोर अब डकैती तक करने लगे है, जिसका स्पष्ट उदाहरण आरएमपी 3 की घटना है। जहां चोरों ने खुले आम कर्मचारियों से लूटपाट किया।

तत्काल एक टास्क फोर्स का गठन करें

इस प्रकार के गैर जिम्मेदार अधिकारियों के कारण ही चोरियों को रोक पाना असंभव होते जा रहा है। बीएसपी वर्कर्स यूनियन ने प्रबंधन से मांग किया कि तत्काल एक टास्क फोर्स का गठन करें, जिसमें प्रबंधन के साथ ही यूनियन के पदाधिकारी को भी रखा जाए और जो पूरे प्लांट के ऐसे स्थल जहां चोरियों की आशंका ज्यादा है, उसका मुआयना कर चोरियों के रोकने की दिशा में उचित कार्रवाई कर प्लांट के अंदर हो रहे चोरियों को रोक सकें।

पीएमओ तक शिकायत की आई बात

यूनियन ने निर्णय लिया कि भिलाई इस्पात संयंत्र के सीजीएम मटेरियल मैनेजमेंट द्वारा इतने गंभीर मुद्दों में जिस प्रकार से अपनी भूमिका रखे हुए हैं और उनके विचार भिलाई इस्पात संयंत्र एवं राष्ट्र के हित की दिशा में कभी भी उचित नहीं हो सकते इस कारण ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध क्षेत्रीय सांसद के माध्यम से प्रधानमंत्री एवं इस्पात मंत्री को पत्र लिख कर जानकारियां दी जाएगी।

10 साल से डटे हैं कार्मिक, विजिलेंस भी मौन

बीएसपी वर्कर्स यूनियन ने इस बात पर भी आक्रोश व्यक्त किया कि भिलाई इस्पात संयंत्र के सेक्टर 9 अस्पताल के मुख्य स्टोर में कोविड वैक्सीन आदि में अनियमितता को लेकर जब कुछ कर्मचारियों ने शिकायत की और आरोप लगाया तो तब भी कुछ कर्मचारियों को तो वहां से हटा दिया गया। परंतु अपने चाहते कर्मचारियों को वहीं पर रोक लिया गया।

इस प्रकार के दोहरी नीति के कारण भी आज तक कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। जबकि स्टोर कमर्शियल जगह होने के साथ संवेदनशील है, विजिलेंस की गाइड लाइन के अनुसार स्टोर में कार्य करने वाले अधिकारी, स्टोर कीपर, अटेंडेंट के कम से कम 3 साल और अधिक से अधिक 5 साल में उनके ग्रुप बदले जाने की अनिवार्यता है। लेकिन स्टोर में 8-10 साल से कर्मी एक ही जगह पर एक ही ग्रुप में कार्य कर रहे हैं।

सीजीएम से मिलने वालों में ये रहे शामिल

प्रतिनिधि मंडल में यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता, महासचिव खुबचंद वर्मा, कार्यकारी महासचिव शिव बहादुर सिंह, अतिरिक्त महासचिव टी डीलेश्वर राव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित बर्मन, उप महासचिव विमल पांडे,सचिव मनोज डडसेना, वरिष्ठ सचिव डी पी सिंह आदि उपस्थित थे।