फर्जीवाड़ा करने वाले ने वंश बहादुर नाम से फर्जी एकाउंट बनाया है। जबकि इंटक नेता का फेसबुक एकाउंट वंश बहादर सिंह नाम से है…। लेकिन दोनों की फोटो एक ही है।
अज़मत अली, भिलाई। साइबर क्राइम (Cyber Crime) का दायरा बढ़ता जा रहा है। ठगों का गिरोह हद से ज्यादा सक्रिय हो चुका है। ताजा मामला भिलाई स्टील प्लांट से जुड़ा है। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के कर्मचारी और नेशनल ज्वाइंट कमेटी फॉर स्टील इंडस्ट्री-एनजेसीएस (NJCS) सदस्य एवं इंटक के महासचिव वंश बहादुर सिंह का फर्जी फेसबुक एकाउंट बनाकर धोखाधड़ी की कोशिश की जा रही है।
इसकी जानकारी लगते ही वंश बहादुर सिंह ने अपने फेसबुक एकाउंट से एक मैसेज जारी किया, जिसमें फर्जीवाड़ा से बचने की अपील की गई। फर्जी एकाउंट से भेजे जा रहे फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार नहीं करने की अपील की है। इसकी शिकायत फेसबुक और साइबर सेल से की जा रही है।
इंटक महासचिव वंश बहादुर सिंह ने Suchnaji.com को बताया कि फर्जी फेसबुक एकाउंट किसी ठग ने बनाया है। लगातार फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर उसने 107 लोगों को जोड़ लिया है। इसके बाद SAIL भिलाई स्टील प्लांट में ही कार्यरत उनके कई फेसबुक फ्रेंड को मैसेज भेजा, जिसमें लिखा-मेरा एकाउंट काम नहीं कर रहा है, इसलिए मैं आपके एकाउंट में 20 हजार रुपए भेज रहा हूं। गूगल पे का नंबर बताइए…। यह मैसेज पढ़ते ही लोगों के होश उड़ गए और शक हो गया।
तत्काल लोगों ने मुझे इसकी जानकारी दी। फर्जीवाड़ा करने वाले ने वंश बहादुर नाम से फर्जी एकाउंट बनाया है। जबकि इंटक नेता का फेसबुक एकाउंट वंश बहादर सिंह नाम से है…। लेकिन दोनों की फोटो एक ही है। इस कारण लोग भ्रमित होकर रिक्वेस्ट को स्वीकार कर रहे हैं। इसकी प्रोफाइल चेक की गई तो अंबिकापुर का नाम आया। एक युवक की फोटो भी लगी है, जिसका जन्म 2003 बताया गया है।
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वंश बहादुर सिंह ने इस बारे में कई साइबर एक्सपर्ट से बात की तो जानकारी दी गई कि फ्रॉड का नया तरीका इस वक्त अपनाया जा रहा है। साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले पहले किसी के नंबर पर कुछ पैसा भेजते हैं। इसके बाद उसे वापस मंगवाते हैं।
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रकम को वापस लौटाने की प्रक्रिया से ही केवीसी आदि पूरी जानकारी धोखाधड़ी करने वाले बंद के पास पहुंच जाती है। इस आधार पर वह आसानी से खाते से पैसा निकाल लेता है और लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं। इसलिए इस तरह के फ्रॉड से बचें। फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार न करें और पैसा भेजने और एकाउंट नंबर मांगने वालों से सावधान रहें।