- PM नरेन्द्र मोदी के गृह राज्य गुजरात के अलावा हिंदी भाषीय राज्यों के छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तरप्रदेश (UP), हरियाणा और मध्यप्रदेश (MP) जैसे प्रदेशों में जहां BJP अपना शानदार परफॉर्मेंस कर चुकी हैं।
सूचनाजी न्यूज, नई दिल्ली। पिछले लोकसभा चुनाव में जिन एक सौ 61 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हार का सामना करना पड़ा था वहां पार्टी पिछले पांच साल से जमीनी कार्य कर रही है। वर्ष 2019 में चुनाव हारने के बाद से ही बीजेपी इन क्षेत्रों में काम कर रही है।
ऐसे सीटों पर केन्द्रीय मंत्रियों के लगभग चार-चार दौरे हो चुके है। साथ ही क्षेत्रीय लेवल पर भी सांगठनिक गतिविधियों में बढ़ोत्तरी भी कर दी गई।
केन्द्रीय मंत्री धड़ाधड़ कर रहे दौरें
हम आपको बता दें कि प्रधानमंत्री (PM) नरेन्द्र मोदी ने इस बार BJP को 370 और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को चार सौ पार सीट्स जीतने का टॉर्गेट तय किया हुआ हैं।
BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी.नड्डा ने हारी हुई सीट पर जीत के लिए पांच साल की रणनीति के हिसाब से कामकामज का ब्यौरा पब्लिक किया था। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी.नड्डा ने जानकारी दी थी कि एक सौ 61 हारीं हुई सीट पर केन्द्रीय मंत्रियों ने कुल चार सौ 30 दौरे कर चुके है।
हिन्दी भाषीय राज्य है मजबूत किले
आगामी लोकसभा इलेक्शन में BJP ने जहां आत्मविश्वास के साथ तीन सौ 70 सीट पार का टॉर्गेट तय किया हैं। मगर राजनैतिक पंडित प्रश्न कर रहे हैं कि BJP आखिर इतने बड़े टॉर्गेट को कैसे पार कर पाएगी।
PM नरेन्द्र मोदी के गृह राज्य गुजरात के अलावा हिंदी भाषीय राज्यों के छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तरप्रदेश (UP), हरियाणा और मध्यप्रदेश (MP) जैसे प्रदेशों में जहां BJP अपना शानदार परफॉर्मेंस कर चुकी हैं। ऐसे में वहां बढ़त की कितनी संभावना शेष हैं कि यह संख्या तीन सौ 70 तक पहुंच जाएं ? यह देने वाली बात होगी।
प्रबंधित ढंग से हो रहा काम
‘BJP तीन सौ 70 का टॉर्गेट कैसे पाएगी’ इस बात का जवाब BJP के उस प्रबंधन में छिपा हुआ हैं, जिसमें उसने बड़े टॉर्गेट का यह बिगुल जिताऊं धरातल के बजाए विपक्ष के तगड़े किलों में सेंध लगाने की रणनीतिक निर्णय लिया हैं।
BJP का फोकस पिछले लोकसभा चुनाव में हारी हुई उन एक सौ 61 सीट्स पर हैं, जहां अब सेंध लगाने की रणनीति पर तगड़ा काम हो रहा हैं।
NDA के लिए 400 पार का टॉर्गेट
PM नरेन्द्र मोदी ने इस बार BJP को तीन सौ 70 और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA-राजग) को चार सौ पार सीट पर जीत का टॉर्गेट रखा हैं। PM ने पदाधिकारियों और पार्टी सदस्यों को समझाया है कि यदि हर बूथ पर 2019 के इलेक्शन में मिले मत से तीन सौ 70 ज्यादा वोट भी जुटा लिए तो इस बड़े टॉर्गेट को बगैर किसी मुसीबत के हासिल किया जा सकता हैं।
161 सीट पर ये है BJP की रणनीति
बीते दिनों BJP के राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी प्रेसीडेंट जेपी.नड्डा ने पराजित सीट्स पर विजयश्री के लिए पांच साल के प्रबंधन के हिसाब से कामकाज का डिटेल पब्किल किया था। इस दरमियान नड्डा ने कहा कि एक सौ 61 पराजित सीट्स पर केन्द्रीय मंत्रियों ने टोटल चार सौ 30 दौरे किए हैं। हर एक सीट पर केन्द्रीय मंत्रियों के लगभग चार-चार दौरे हुए है। साथ-साथ क्षेत्रीय लेवल पर भी सांगठनिक गतिविधियां में इजाफा हुआ हैं।
सेन्ट्रल की स्कीम से वोट बैंक
इसके अलावा हारी हुई एक सौ 61 लोकसभा सीट्स पर केन्द्र सरकार की बड़ी स्कीम्स को आरंभ कराया और सेन्ट्रल की स्कीम का बड़ा हितग्राही वोट बैंक बनाने का प्रयास किया गया है। सूत्रों की मानें तो इन सीट्स पर भी कठिन, औसत और तुलनात्मक तौर पर आसान मानते हुए A, B और C कैटेगिरी में बांट कर रखा गया हैं। BJP केन्द्रीय नेतृत्व मानता हैं कि सौ से ज्यादा सीट्स पर उसके प्रयासों से पॉजिटिव रिजल्ट मिलेगा।