Rourkela Steel Plant को मिला एक और अवॉर्ड, पहली बार जीता First Prize

  • व्यापक विचार-मंथन के बाद, टीम ने लिमिट स्विच को शॉप फ्लोर में 21 मीटर के स्तर पर एक सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने का निर्णय लिया।

सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) (SAIL – Rourkela Steel Plant) के स्टील मेल्टिंग शॉप-2 (एसएमएस-II) विभाग के कर्मचारियों की एक टीम के एक अभिनव प्रयास ने सुरक्षा में उल्लेखनीय वृद्धि की है और कंपनी के लिए पर्याप्त बचत हासिल की है।

ये खबर भी पढ़ें : Sixth Lok Sabha Election 2024: थमा चुनावी शोरगुल, इन हाइप्रोफाइल कैंडिडेट पर टिकी नजरें

उल्लेखनीय है कि, टीम में शामिल एमओएमटी, एसएमएस-II (इलेक्ट्रिकल),श्री दीपक कुमार महंती, एमओएमटी, एसएमएस-II (इलेक्ट्रिकल) प्रशांत कुमार नायक और एसओएसटी, एसएमएस-II (मैकेनिकल) अमूल्य कुमार बिसोयी ने सेल सुरक्षा संगठन, राँची द्वारा आयोजित जोखिम विश्लेषण प्रतियोगिता-2024 में परियोजना प्रस्तुत कर प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया।

ये खबर भी पढ़ें : SAIL BSL के डायरेक्टर इंचार्ज ने कहा-सभी कर्मी करें मतदान, न हों परेशान, प्लांट से मिलेगा पूरा समय

उल्लेखित रूप से आरएसपी (RSP) ने पहली बार प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। परियोजना का विषय एसएमएस-II की बेसिक ऑक्सीजन फर्नेस (बीओएफ) शॉप में ‘कन्वर्टर की स्कर्ट सीमा स्विच को समायोजित करते समय श्रमिकों की सुरक्षा बढ़ाना’ था।

गौरतलब है कि कन्वर्टर हुड के नीचे लगा हुआ एक वाटर कूल्ड मूवेबल स्कर्ट, नियंत्रण कक्ष में ऑपरेटर द्वारा उठाया या उतारा जाता है और बीओएफ शॉप के एलडी कन्वर्टर पात्र के झुकाव के लिए एक आवश्यक इंटरलॉक है।

ये खबर भी पढ़ें : शेयर मार्केट न्यूज: Adani, Maruti Suzuki, L&T के शेयर से छप्पर फाड़ कमाई, Power Grid, Coal India, NTPC, SAIL से नुकसान

पहले, स्कर्ट की ऊँचाई के लिए सिग्नल भेजने वाला सीमा स्विच कूल्ड हुड ट्रॉली के अंदर स्थित था, जिससे आसपास के 70 डिग्री सेल्सियस के उच्च तापमान और खतरनाक गैसों के संपर्क और कन्वर्टर लांस से धातु की पपड़ियाँ गिरने के जोखिम जैसी असुरक्षित स्थितियों के कारण रखरखाव बेहद चुनौतीपूर्ण था।

ये खबर भी पढ़ें : SIM अब Active नहीं: दूरसंचार विभाग करेगा 6.80 लाख संदिग्ध कनेक्शनों का Reverification

विशेषतः कनवर्टर में मुख्य झटका के बाद पुन: ब्लो के लिए फिर से अंतिम रसायन गुणधर्म की सटीकता की आवश्यकता होती है, इसलिए अगर स्कर्ट इंटरलॉक समस्या को जल्द संबोधित न किया जाये तो देरी होने के परिणामस्वरूप टैप टू टैप समय बढ़ जाती है, उत्पादन में हानि उठानी पड़ती है, तापमान में गिरावट आती है, स्टील रसायन विज्ञान में विकृति आ जाती है और एकदम से कनवर्टर लाइनिंग काल कम हो जाती है।

ये खबर भी पढ़ें : लोकसभा चुनाव 2024: सेल बीएसएल के सर्कुलर पर उठा सवाल, चंद घंटे की छूट नहीं, पूरे दिन की चाहिए छुट्टी

सुरक्षा अधिकारी की मदद से एक प्रोटोकॉल विकसित किया

व्यापक विचार-मंथन के बाद, टीम ने लिमिट स्विच को शॉप फ्लोर में 21 मीटर के स्तर पर एक सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने का निर्णय लिया। उन्होंने इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और डिज़ाइन विभागों के प्रमुखों से परामर्श किया और विभाग के सुरक्षा अधिकारी की मदद से एक प्रोटोकॉल विकसित किया।

ये खबर भी पढ़ें : कर्मचारी पेंशन योजना 95: कमाऊ पिता की मौत के बाद नन्हें और दिव्यांग बच्चों की छोड़िए चिंता, ऐसे मिलेगी EPS 95 पेंशन, सबको मिलता रहेगा पैसा

लगभग 1.28 करोड़ रुपये की बचत

मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस-II), टी.पी शिवशंकर के मार्गदर्शन में पुली और काउंटरवेट तंत्र के साथ नई संशोधित प्रणाली को चालू किया गया। प्रक्रिया स्वचालन के लिए सिग्नल ले जाने के लिए साइट से प्रक्रिया कंप्यूटर कक्ष तक केबल बिछाई गईं, जो स्टील निर्माण के दौरान एलडी-कन्वर्टर संचालन के लिए इंटरलॉक के रूप में कार्य करती है।

ये खबर भी पढ़ें : Durgapur Steel Plant: RFID का विरोध करने वालों का गेट पास होगा सीज, सड़क पर उतरने जा रहे कर्मचारी

स्थानांतरित स्कर्ट लिमिट स्विच अब रखरखाव कर्मचारियों को निर्धारित समय के भीतर इसे सुरक्षित रूप से समायोजित करने में सक्षम बनाएगा। इस परियोजना ने प्रत्यक्ष लाभ के तौर पर लगभग 1.28 करोड़ रुपये की बचत प्रति वर्ष सुनिश्चित किया है।

ये खबर भी पढ़ें : Financial Year: SAIL ने Q4 और वार्षिक FY24 में लगाई लंबी छलांग, Dividend भी घोषित