बीडब्ल्यूयू ने कहा-प्रबंधन बात छोटी हो या बड़ी हर बात पर केंद्र की गाइडलाइन होने का झूठा और भ्रामक प्रचार करने से बाज नहीं आ रहा है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। बीएसपी वर्कर्स यूनियन ने भिलाई इस्पात संयंत्र और सेल प्रबंधन के खिलाफ केंद्रीय इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी को पत्र लिखा है। वर्षों से लंबित मुद्दों का अतिशीघ्र समाधान की मांग की। इस दिशा में जल्द कार्यवाही हेतु सेल प्रबंधन को निर्देशित करने और अफसरों की जवाबदेही सुनिश्चित करने की मांग की है।
बीएसपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता ने इस्पात मंत्री को भेजे गए पत्र में लिखा है कि बीएसपी और सेल प्रबंधन बात-बात पर केंद्र सरकार को बदनाम करने में लगा हुआ है। बात छोटी हो या बड़ी हर बात पर केंद्र की गाइडलाइन होने का झूठा और भ्रामक प्रचार करने से बाज नहीं आ रहा है।
किसी भी मुद्दे को सुलझाने के बजाय उलझाने पर पूरा फोकस रहता है। केंद्र सरकार के खिलाफ कर्मियों को निरंतर गुमराह किया जा रहा है। ऐसा लगता है मानो किसी साजिश के तहत ऐसा किया जा रहा है।
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दत्ता ने कर्मियों के खिलाफ किए जा रहे साज़िश को सामने रखते हुए लिखा…
-01.01.2017 से सेल के गैर कार्यपालको का वेतन समझौता लंबित है।
-प्रबंधन ने मनमाने रूप से फैसला लेते हुए NJCS के गाइड लाइन का खुला उल्लंघन कर, अक्टूबर 2023 में अपूर्ण रूप से बिना सभी NJCS यूनियन के सहमति से आधा अधूरा बिना MOA (memoram of agreement) किए लागू कर दिया।
-भिलाई इस्पात संयंत्र सहित सेल के 60,000 से भी अधिक गैर कार्यपालक और उनका परिवार बीते सात वर्षों से अपने सम्मानजनक वेतन समझौते के इंतजार में हैं। वही कार्यपालको का वेतन समझौता तुरंत हो गया।
-01.01.2017 से लंबित सेल के का वेतन समझौता के संबंध में प्रबंधन हमेशा यह दलील सामने रखते आया है कि समझौता पूर्ण हो चूका है, पर सच्चाई यह है कि अभी MOA (memoram of agreement) ही नहीं हुआ है।
-क्या सेल के गैर कार्यपालको पर डीपीई के अफॉर्डेबिलिटी क्लाज का नियम लागू होता हैं? जिसकी आड़ लेकर एरियर का भुगतान नहीं किया जा रहा है? बल्कि केंद्र सरकार को बदनाम किया जा रहा है।
-कर्मचारियों का रुका हुआ 39 महीने का फिटमेंट एरियर और 58 महीने का पर्क्स का एरियर का भुगतान कब तक होगा?
-सेल के अधिकारियों को 15% एमजीबी और 35% वैरियेबल पर्क्स दिया गया है, परन्तु कर्मचारियों को अधिकारियों की तुलना में MGB 2% और Perks 8.5% कम किस नियम के तहत दिया जा रहा है?
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प्रबंधन कर रहा कर्मियों को मानसिक रूप से परेशान, कभी भी हो सकता हादसा
बीएसपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता के नेतृत्व में यूनियन के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित बैठक में BAMS से उपस्थिति पर आपत्ति दर्ज की है। प्रबंधन कर्मियों को मानसिक रूप से परेशान कर रहा है। कर्मचारी रोज रोज हादसे के शिकार हो रहे हैं।
आपधापी के कारण से कर्मचारी सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं। प्रबंधन की तानाशाही का असर यह हो रहा है कि एक कर्मचारी दूसरे साथी कर्मचारी को गिरते देखकर भी उनकी मदद करने के बजाय उसे सड़क पर ही उसके हाल पर छोड़ कर आगे बढ़ रहे हैं।