- लोकतांत्रिक प्रक्रिया में जब ठेका श्रमिकों को सरपंच, पार्षद, विधायक, सांसद, का अधिकार मिला है, तो वह यूनियन चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग क्यों नहीं कर सकता?
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) के भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में मान्यता यूनियन का दर्जा समाप्त हो चुका है। लेकिन, अब तक चुनाव को लेकर कोई तारीख सामने नहीं आ रही है। इसको लेकर तरह-तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। प्रबंधन पर दबाव डाला जा रहा है।
बीएसपी प्रबंधन (BSP Management) से मांग की जा रही है कि चुनाव की तारीख जल्द घोषित करें और ठेका मजदूरों को भी वोट देने का अधिकार दिया जाए। लोकतांत्रिक इस्पात एवं इंजीनियरिंग मजदूर यूनियन भिलाई इस्पात संयंत्र (Loktantrik Ispat Evam Engineering Mazdoor Union Bhilai Steel Plant) के डायरेक्टर इंचार्ज को संबोधित मांग पत्र औद्योगिक संबंध भिलाई को सौंप चुका है। यूनियन चुनाव यथाशीघ्र करने एवं ठेका श्रमिकों को भी यूनियन चुनाव में मताधिकार दिए जाने बाबत ज्ञापन सौंपा गया।
यूनियन के महाचिव सुरेंद्र मोहंती का कहना है कि जब ठेका श्रमिक स्थाई कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाने सतत क्रियाशील है। और इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में जब ठेका श्रमिकों को सरपंच, पार्षद, विधायक, सांसद, का अधिकार मिला है, तो वह यूनियन चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग क्यों नहीं कर सकता?
जब भी मान्यता के लिए यूनियन चुनाव की प्रक्रिया होती है। बेचारा ठेका श्रमिक मुंह ताकता रह जाता है। और शोषण का शिकार होता रहता है। यदि उसे यूनियन चुनाव में मताधिकार मिलता है तो यूनियन में भी सक्रिय रूप से ठेका श्रमिकों के लिए कार्य करने लग जाएगी और उनका शोषण पर रुक सकता है।
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यूनियन ने मांग की है कि चुनाव में ठेका श्रमिकों को भी मत देने का अधिकार मिले। ज्ञापन देने वालों में देवेंद्र सोनी, सुरेंद्र मोहंती, कुमार भारद्वाज, राजेश्वर साहू, बीबी सिंह, वेदन लाल गैदले, ओमनाथ नेताम आदि शामिल थे।