सेल में एरियर कभी नहीं मिलेगा, बस कोर्ट का सहारा, संगठन में बदलाव, चुनाव में गठबंधन पर BMS अध्यक्ष का ये नज़रिया

SAIL Employees Will Never Get Arrears Only The Help of Court Read The Interview of BMS President Dinesh Kumar Pandey (1)

अज़मत अली, भिलाई। भारतीय इस्पात प्राधिकरण (Steel Authority of India Limited) के कर्मचारियों को बकाया 39 माह का बकाया एरियर मिलेगा या नहीं? भिलाई स्टील प्लांट के यूनियन चुनाव में गठबंधन का विकल्प खुला है या नहीं? संगठन में बदलाव होना तय है या इंतजार? युवा कर्मचारियों की बढ़ती संख्या और नई यूनियनों का भविष्य आगे कैसा दिखता है?

इन सवालों का जवाब भारतीय मजदूर संघ BMS छत्तीसगढ़ प्रदेश के महामंत्री एवं भिलाई इस्पात मजदूर संघ के अध्यक्ष दिनेश कुमार पांडेय ने सूचनाजी.कॉम के साथ विशेष बातचीत में दिया। तमाम जटिलताओं और संभावनाओं पर खुलकर बातचीत हुई। प्रदेश महामंत्री ने संगठन की खामियों पर भी खुलकर बात की। आइए, पढ़ते हैं आखिर सवालों का जवाब किस अंदाज़ में दिनेश कुमार पांडेय ने दिया…।

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सवाल: सेल स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited) के कर्मचारियों को 39 माह का बकाया एरियर दिला पाएंगे या नहीं?

जवाब: वर्तमान समय में विरोध के लिए विरोध-प्रदर्शन से 39 माह का बकाया एरियर नहीं मिलेगा। इसके लिए सेल स्तर पर सभी इकाइयों में एक साथ एक बड़े आंदोलन की आवश्यकता है, क्योंकि अभी एमओए (MOA) नहीं हुआ है।

एनजेसीएस (NJCS) सदस्यों ने एमओयू (MOU) किया है। इसलिए उम्मीद बरकरार है। परंतु सेल प्रबंधन के वर्तमान मनह स्थिति को देखते हुए कोर्ट ही अंतिम रास्ता लगता है। इसलिए बीएमएस कोर्ट जा चुका है, कोर्ट के द्वारा ही एरियर निश्चित मिलेगा।

इसी प्रकार ग्रेच्युटी का मामला भी कोर्ट द्वारा ही हल होगा, जिसके लिए बीएमएस कोर्ट जा चुका है और वहां भी कर्मचारियों के हितों में पूर्व की भांति ग्रेच्युटी हो, ऐसे निर्णय की भरपूर कोर्ट से उम्मीद है।

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सवाल: भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के यूनियन चुनाव से पहले एमएस (BMS) में कुछ बदलाव होने जा रहा है क्या? साफ छवि के साथ मैदान में उतरने की रणनीति है क्या?

उत्तर: भिलाई इस्पात मजदूर संघ की छवि अच्छी रही है। उसी छवि को दोबारा से बनाया जा रहा है। संगठन में कसावट लाने के लिए बड़े फैसले लिए जाएंगे। जल्द ही इसे भी सार्वजनिक कर दिया जाएगा। युवाओं का रुझान बीएमएस की तरफ है। इसलिए युवाओं को भी प्रतिनिधित्व दिया जाएगा।

सवाल: यूनियन चुनाव में गठबंधन को लेकर कोई रणनीति है क्या?

उत्तर: भारतीय मजदूर संघ (Bharatiya Mazdoor Sangh) कर्मचारी हित में फैसले लेती आ रही है। भिलाई इस्पात मजदूर संघ के पदाधिकारी तय करेंगे कि आगे क्या फैसला लेना है। समान विचारधारा वाली सोच की यूनियनों की तरफ से कुछ बातें पूर्व में आई है। संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। खुले विकल्प पर अंतिम फैसला पदाधिकारी मिलकर लेंगे।

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सवाल: नई यूनियन के भविष्य पर क्या सोचते हैं?

जवाब: सेल (SAIL) कर्मचारी पूरी ईमानदारी से प्रोडक्शन में अपना योगदान दे रहे हैं। युवाओं की संख्या बढ़ती जा रही है। वरिष्ठ कर्मचारियों के रिटायरमेंट का ग्राफ बढ़ रहा है। सभी यूनियन से युवा जुड़े हुए हैं। अगर, कोई ये दावा करे कि वे उनके पॉकेट में हैं तो यह गलतफहमी होगी।

नई यूनियन में कुछ पदाधिकारियों आपस में ही टकरा रहे हैं। इस्तीफा तक दे चुके हैं। भाषा, समन्वय का अभाव, आक्रोशित नजरिया हर कोई पसंद नहीं करता है। देखते जाइए, आगे-आगे क्या होता है।