Bhilai के बाद अब Bokaro Steel Plant के कर्मचारी बायोमेट्रिक से तंग, सब गड़बड़, तनाव बढ़ा

After Bhilai, now the employees of Bokaro Steel Plant are fed up with biometrics, everything is messed up, tension
  • बीएसएल में फिर से गड़बड़ हुई बायोमेट्रिक।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल के बोकारो इस्पात संयंत्र में बायोमेट्रिक मशीन में आये दिन गड़बड़ी होना सामान्य सी बात हो गई है। भिलाई स्टील प्लांट के बाद अब बोकारो के कार्मिक झेल रहे हैं। बोकारो अनाधिशासी कर्मचारी संघ का कहना है कि प्रश्न यह उठता है कि उस बायोमेट्रिक में लगातार खामियां क्यों आ रही है। इसके लिए C&IT जैसे विभाग के अधिकारियों के ऊपर कोई कार्रवाई भी नहीं होती। न ही उनसे जवाब तलब किया जाता है। यह भी एक गंभीर विषय है।

प्रबंधन ने बायोमेट्रिक में कुल छह दिनों की छूट दी है, जिसमें से अधिकांश इन्हीं कारणों से व्यर्थ हो जा रहा है। कभी मोबाइल ऐप काम नहीं करता, तो कभी टाइमिंग गड़बड़। कभी मशीन काम नहीं करता। कभी नेटवर्क इश्यू हो जाता है। ऐसे में सरकार के दिशा-निर्देशों को लागू करने के लिए करीब 8 करोड़ रुपए खर्च करना व्यर्थ सा प्रतीत होता है।

इस्पात उद्योग एक जोखिम भरा उद्योग है। यह तो सरकार भी मानती है, ऊपर बायोमेट्रिक अटेंडेंस जैसे कारण से कर्मियों को मानसिक तनाव होने के कारण असुरक्षित वातावरण का निर्माण भी किया जाना उचित नहीं है।

जहां एक ओर देश के प्रधानमंत्री देश को आत्मनिर्भरता को आत्मसात करने की अपील करते हैं। वहीं, दूसरी ओर HR विभाग कर्मियों को अपने दूसरे सहकारियों के ऊपर आश्रित होने को विवश करती है, क्योंकि सारी चीजों को ऑनलाइन करने के कारण कम पढ़े लिखे कर्मियों को तो पहले से ही कठिनाई का सामना करना पड़ ही रहा है।

ऐसे में उन्हें अपने पढ़े लिखे कर्मियों से सहायता लेने के लिए उनके ऊपर निर्भर होना पड़ता है, जो कहीं से एक महारत्न कंपनी तथा ग्रेट प्लेस तो वर्क सर्टिफाइड कंपनी के कर्मचारियों के लिए उचित नहीं है। ऊपर से बायोमेट्रिक गड़बड़ी के कारण सीजीएम से लेकर अटेंडेंट तक के कर्मियों को कठिनाई होती है, जिसकी चिंता संबंधित विभाग को अवश्य ही करनी चाहिए।

बायोमेट्रिक की शिकायत दर्ज करने के लिए कोई सरल मध्यम भी नहीं है। विभाग के द्वारा एक मेल ID जारी किया गया है। इसका मतलब यह हुआ न कि जिनको मेल करना नहीं आता, उनकी सुध लेने वाले मात्र भगवान ही है। बायोमेट्रिक विभाग को उसकी तनिक भी चिंता नहीं।

अनिवार्यता समाप्त कर दिया जाना चाहिए

यदि प्रबंधन इसे चलाने में विफल है तो इसकी अनिवार्यता समाप्त कर दिया जाना चाहिए,जिससे कि कमियों में तनाव की स्थिति समाप्त हो जाए। या तो सभी संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया जाना चाहिए कि इस प्रकार की घटना की पुनरावृति क्यों तथा इसके लिए जिम्मेवारी किसकी? हरिओम, अध्यक्ष बोकारो अनाधिशासी कर्मचारी संघ