Bhilai Steel Plant: नेवई SLRM सेंटर में दोबारा ऐग्लो उत्पादन शुरू, बड़ी कामयाबी

  • टाउनशिप को प्लास्टिक मुक्त बनाने एवं पर्यावरण संवर्धन में यह योजना मील का पत्थर साबित होगा।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) ने अपने पर्यावरणीय प्रयासों को सुदृढ़ करते हुए नेवई में कचरा निष्पादन हेतु एसएलआरएम सेंटर (SLRM Center) की स्थापना की थी। जिसके माध्यम से प्लास्टिक पालीथिन (Plastic Polythene) से ग्रेनुअल्स तथा गीला कचरा से खाद बनाया जा रहा था।

Election Commission: अभिनेता राजकुमार राव मतदाता जागरुकता अभियान के नए नेशनल आइकॉन बने

विगत कई महीनों से यहां कार्य प्रभावित था, भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) के नगर सेवाएं विभाग के पीएचडी के संयुक्त प्रयासों से नेवई स्थित एसएलआरएम सेंटर में 27 अक्टूबर 2023 को प्लास्टिक प्रसंस्करण द्वारा ऐग्लो का उत्पादन पुनः शुरू कर दिया गया है।

CG Assembly Election 2023:  “जोगी लहर से डरे हुए हैं CM भूपेश बघेल और उनका गैंग, इसलिए इन्हें उपलब्ध करवाइए सिक्योरिटी”

वेस्ट टू वेल्थ की योजना को साकार करने के साथ ही भिलाई टाउनशिप (Bhilai Township) को प्लास्टिक कचरे से मुक्त करने के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा नेवई में एसएलआरएम सेंटर (SLRM Center) प्रारंभ किया गया।

Big Breaking News: भिलाई स्टील प्लांट के ब्लास्ट फर्नेस में हादसा, आग लगी और स्ट्रक्चर गिरा, उत्पादन पर रहा असर

बायोडिग्रेडेबल अपशिष्ट (Biodegradable Waste) से खाद बनाने एवं अन्य महत्वाकांक्षी योजना जिसमें प्लास्टिक अपशिष्ट को एग्लो में परिवर्तित कर पुनः उपयोगी बनाने एवं प्लास्टिक को ईंधन के रूप में अंतिम उपयोग किये जाने के उद्देश्य से स्थापित इस सेंटर में एग्लो उत्पादन की पुनः शुरुआत जनस्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से की गई।

छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल CBAS 23 भर्ती परीक्षा 29 अक्टूबर को दो पालियों में, पढ़िए डिटेल

टाउनशिप (Township) को प्लास्टिक मुक्त बनाने एवं पर्यावरण संवर्धन में यह योजना मील का पत्थर साबित होगा। उल्लेखनीय है कि अंतिम उपयोग के प्लास्टिक जिसमें रैपर एवं पाउच आदि आते हैं का उपयोग भी एसएलआरएम सेंटर में किया जा सकेगा। चूंकि इनका रिसाइकलिंग संभव नहीं है।

CG Chunav: पूर्व विधायक प्रत्याशी रामप्यारी भारती और क्रांति सेना से ये कांग्रेस में शामिल, देवेंद्र के समर्थकों का बढ़ा कुनबा

ऐसे प्लास्टिक से बने उत्पाद को संयंत्र में कोक उत्पादन की प्रक्रिया में शामिल करने की योजना पर कार्य चल रहा है आरंभिक चरण में पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा है, साथ ही आरडीसीआईएस (RDCIS), रांची ने भी अपने परीक्षण में इसके उपयोग को उपयुक्त पाया है।

ये खबर भी पढ़ें : SAIL  Bonus 2023: दुर्गापुर में 30 को बाइक रैली, 2 को ED का घेराव, BSP के गेट पर 27 को धरना-प्रदर्शन, प्लांट में संयुक्त यूनियन उतरेगी सड़क पर