Bhilai Steel Plant: मजदूरों से 30 से 40% सैलरी वापस ले रहे ठेकेदार, प्रबंधन-विजिलेंस का बंद है आंख और कान

Bhilai Steel Plant: Contractors are taking back 30 to 40% salary from workers
हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन करेगा उच्च प्रबंधन व प्रशासन से शिकायत। ठेका श्रमिकों से जबरिया पैसा उगाही का आरोप।
  • ठेकेदार द्वारा वेतन भुगतान के बाद श्रमिकों से दबाव पूर्वक ले रहे लगभग आधी कमाई वापस। श्रमिकों से मिल रही लगातार।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) में कार्यरत ठेका श्रमिकों से कुछ ठेकेदार द्वारा वेतन भुगतान करने के पश्चात उनसे नगद व अन्य माध्यम से पैसा दबाव पूर्वक वापस लिया जा रहा है, जिसकी शिकायत श्रमिकों द्वारा की जा रही है।

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हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन भिलाई (Hindustan Steel Contract Workers Union Bhilai) के महासचिव योगेश कुमार सोनी का कहना है कि संगठन को लगातार प्राप्त हो रही शिकायतों से मामला तूल पकड़ना तय है। श्रमिकों ने संगठन को जानकारी देकर बताया कि खाते में बराबर न्यूनतम वेतन सहित अन्य भुगतान खाते में करने के पश्चात भुगतान की गयी राशि का 30 से 40% वापस लिया जा रहा है।

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पैसा नहीं देने पर अगले माह के वेतन से हाजिरी में गड़बड़ी कर काट लिया जा रहा है या गेट पास नहीं बनाने की धमकी देकर दबाव पूर्वक पैसा वापस लिया जा रहा है।गेट पास नहीं बनाने व रोजगार छीन जाने के डर से मजदूर गाढ़ी कमाई का लगभग आधा हिस्सा वापस कर रहे। इस दिशा में प्रबंधन को कुछ ना कुछ हल निकालने व व्यवस्था मे परिवर्तन की आवश्यकता पर जोर देने की जरूरत है।

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हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन (Hindustan Steel Contract Workers Union Bhilai) द्वारा भी मजदूर से मिल रही शिकायत के आधार पर श्रमिकों को एकजुट कर जागरूक किया जा रहा। मेहनत की कमाई को लूट व शोषण के खिलाफ एकजुटता व संघर्ष के माध्यम से संगठन पुरजोर विरोध दर्ज करेगा, ताकि ऐसे शोषण करने वालों पर कार्यवाही हो और लगाम लगाया जा सके।

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ठेका मजदूर संयत्र की रीढ़

महाचिव योगेश सोनी ने कहा कि आज की तारीख पर ठेका श्रमिकों से नियमित कर्मियों के बराबर का काम लिया जा रहा है। नियमित कर्मियों के अनुपात मे ठेका श्रमिक लगभग दोगुना के बराबर है और कार्यभार भी उसी अनुपात मे ठेका श्रमिकों के कंधो पर है। देख जाए तो वर्तमान में संयत्र की रीढ़ है। बावजूद ठेकेदार द्वारा श्रमिकों की मेहनत की कमाई की लूट जारी है और मजदूर इस लचर व्यवस्था मे देने को मजबूर।

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पुख्ता सबूत और शिकायत, ठेकेदारों पर कार्यवाही की मांग

अध्यक्ष शांतनु मरकाम ने कहा कि ठेकदार द्वारा वेतन भुगतान के पश्चात पैसों को उगाही की शिकायत व सबूतों के आधार पर हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन उच्च प्रबंधन सहित विजलेंस व शासन प्रशासन से करेगा शिकायत, ताकि मजदूरों की मेहनत की कमाई को लूटने वाले ठेकेदारों पर कड़ी कार्यवाही की जा सके। श्रमिकों की मेहनत की कमाई को लूट पर लगाम लगाई जा सके।

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कुछ ठेकेदार के हौसले बुलंद, पीएफ राशि में गड़बड़ी

श्रमिकों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ ठेकेदारों द्वारा सारे नियम कायदे को ताक पर रख दिया गया है। पूरी हाजिरी होने के बावजूद खाते में कम भुगतान डाल रहे और भविष्य निधि की राशि जमा नहीं की जा रही। अर्थात इससे यही साबित होता है कि ऐसे कुछ ठेकेदार द्वारा सही दस्तावेज प्रस्तुत ना कर गलत दस्तावेज प्रस्तुत किया जा रहा है। अपना बिल पास करवा लिया जा रहा। आने वाले समय में संगठन ऐसे तमाम ठेकेदारों के दस्तावेजों की जाँच की मांग करते हुए प्रबंधन से उचित कार्यवाही की मांग करेगा।

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श्रमिकों को वेतन पर्ची हाजिरी कार्ड भी नहीं दिया जा रहा

अधिकतर विभागों में श्रमिकों को हाजिरी कार्ड व वेतन पर्ची नहीं दी जा रही, जिससे श्रमिकों को वास्तविक वेतन पीएफ सहित अन्य जानकारी नहीं हो पा रही। वेतन भुगतान के साथ-साथ वेतन पर्ची हाजिरी कार्ड मुहैया कराना ठेका प्रचालन अधिकारी की भी , जिम्मेदारी पर ठेका प्रचालन अधिकारियो द्वारा इस दिशा में कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा, जिससे ठेकेदार द्वारा मनमानी व श्रमिकों को अंधकार मे रख शोषण जारी है।

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