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Bhilai Steel Plant: BWU की मांग रात में भी खोलें कैंटीन, अतिरिक्त खाद्य पदार्थ की बिक्री पर न लगाएं रोक, पेय पदार्थ का करें इंतजाम

Bhilai Steel Plant: BWU की मांग रात में भी खोलें कैंटीन, अतिरिक्त खाद्य पदार्थ की बिक्री पर न लगाएं रोक, पेय पदार्थ का करें इंतजाम
  • अतिरिक्त खाद्य सामग्री का भी रेट निर्धारित करें।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। बीएसपी वर्कर्स यूनियन का प्रतिनिधि मंडल कैंटीन की व्याप्त समस्या को लेकर कैंटीन सेल प्रभारी उप महाप्रबंधक राजीव कुमार के पास पहुंचा। यूनियन ने मांग की है कि जब टेंडर हो तो उसे लेने वाले कॉन्ट्रैक्टर अपने कॉट्रैक्ट को किसी भी कीमत में पेटी-कॉट्रैक्ट पर अन्य कॉन्ट्रैक्टर को न दें। इस तरह की व्यवस्था की जाए, क्योंकि कॉन्ट्रैक्ट सबलेट होने, रिवर्स आक्सन (below tender) के कारण ही खाने की क्वालिटी खराब हो जाती है।

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अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता ने कहा कि कैंटीन में निर्धारित समय में कैंटीन मैनुअल का निर्धारित खाना निर्धारित रेट में अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाए। कैंटीन प्रबंधन के द्वारा मूल निर्धारित खाद्य पदार्थ के अतिरिक्त मिलने वाले सभी खाद्य सामग्री को बंद करने का जो प्रबंधन ने तुगलकी फरमान जारी किया है, यह निहायत ही दोयम दर्जे कि मानसिकता को बताता है।

इसलिए बीएसपी वर्कर्स यूनियन के प्रतिनिधि मंडल ने यह मांग किया कि प्रबंधन अपने इस तुगलकी फरमान को तत्काल वापस ले। और मूल खाद्य सामग्री के अतिरिक्त अन्य सामग्री को भी तत्काल चालू करें। साथ ही अतिरिक्त खाद्य सामग्री का भी रेट निर्धारित करें।

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यूनियन नेताओं ने कहा कि भयानक गर्मी के बावजूद कोई भी पेय पदार्थ किसी भी कैंटीन में उपलब्ध नहीं है, उसे तत्काल चालू करें। संयंत्र में आज 35 % कर्मी बीपी और शुगर के शिकार हैं। इस कारण उनको ध्यान में रखते हुए भी खाद्य पदार्थ कैंटीन में रखा जाए, जिससे इन्हें भी उपर्युक्त खाद्य सामग्री मिल सके।

श्रमिक नेताओं ने कहा कि संयंत्र में ज्यादातर केंटीन 6 बजे तक बंद हो जाते हैं, जिस कारण सेकंड या नाइट शिफ्ट के कर्मियों को नाश्ता तो छोड़िए चाय तक नसीब नहीं होती है। इसलिए कर्मियों की सुविधा के लिए प्लांट में जहां, कर्मियों की संख्या ज्यादा है, रात्रि पाली में भी कैंटीन की सुविधा रखी जाए, जिससे सेकंड और नाइट शिफ्ट में भी कर्मियों को भोजन उपलब्ध हो सके।

कैंटीन में खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता के साथ बिल्कुल भी समझौता न किया जाए। साप्ताहिक नियमित रूप से खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता की जांच किया जाए। और गुणवत्ताहीन पाए जाने पर उस कैंटीन पर त्वरित कार्यवाही किया जाए।

कैंटीन के खाद्य सामग्री गुणवत्ता की जांच हेतु एक कमेटी का गठन किया जाए, जिसमे कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधि को भी शामिल किया जाए। हर कैंटीन में बुनियादी सुविधा जैसे साफ पानी के लिए प्यूरीफायर, कूलर और एसी, साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए।

प्रतिनिधि मंडल में यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता, कार्यकारी महासचिव शिवबहादुर सिंह, अतिरिक्त महासचिव दिलेश्वर राव, उपाध्यक्ष अमित बर्मन, सहायक महासचिव संदीप सिंह, वरिष्ठ सचिव मनोज डडसेना, प्रबंधन की तरफ से उप महाप्रबंधक एवं कैंटीन प्रभारी राजीव कुमार, वरिष्ट प्रबंधक जॉर्ज विलियम उपस्थित थे।