- सीटू के सहायक महासचिव टी.जोगा राव ने कहा-नो एंट्री टाइम के दरमियान जब मुर्गा चौक से लेकर मेन गेट तक एक हाइवा आ रही है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल के भिलाई स्टील प्लांट के एसपी 3 में हाइवा ने साइकिल सवार मजदूर को रौंदकर मौत के घाट उतार दिया। कुछ इसी तरह का मंजर दोहराने का खेल बुधवार को खेला गया। ड्यूटी जा और आ रही कर्मचारियों-अधिकारियों की भीड़ को चीरते हुए हाइवा मेन गेट के प्रवेश द्वार तक पहुंच गया। दोपहर 2 बजकर 10 मिनट की फोटो है।
सीआइएसएफ जवान तमाशा देखते रहे। न कोई कर्मचारी रुका और न ही अधिकारी। किसी ने हाइवा को रोकने की कोशिश नहीं की। मेन गेट से बाहर निकल रहे सीटू के सहायक महासचिव टी. जोगाराव की नज़रों के सामने यह सीन आया। देखते ही वह भड़क गए।
गाड़ी को साइड लगाया और हाइवा चालक को वहीं रोक दिया। मूवमेंट न करने की हिदायत दी। चालक पर चिल्लाना शुरू हुए। पूछा-यहां तक गाड़ी लेकर कैसे आए। नो-इंट्री टाइम में हाइवा मेन गेट तक कैसे लेकर आए।
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ड्यूटी जा रहे कर्मचारियों-अधिकारियों की भीड़ के बीच से हाइवा कैसे चलाया। यह देखते हुए सीआइएसएफ के एक जवान भागते हुए आए। मौके की नज़ाकत को देखते हुए जवान ने कहा-गाड़ी को यहीं रोक दो। सन्नाटा होने के बाद वापस लेकर जाना।
भिलाई टाउनशिप की सड़क पर जिम्मेदारी न लेते हुए सीआइएसएफ कहती है हमारे दायरे में नहीं आता। अब हाइवा वाला ही सीआइएसएफ के दायरे में पहुंच गया। प्रतिबंधित एरिया में हाइवा लेकर पहुंचने और संबंधित विभागों की ढिलाई उजागर हो गई।
सीटू के सहायक महासचिव टी.जोगा राव ने कहा-नो एंट्री टाइम के दरमियान जब मुर्गा चौक से लेकर मेन गेट तक एक हाइवा आ रही है। वह भी नो एंट्री के पिक टाइम में, उसी रास्ते से हजारों कर्मचारी गुजर रहे हैं और प्लांट के अंदर प्रवेश कर रहे हैं।
लेकिन किसी ने भी उसे ट्रक को रोकने को नहीं कहा। जब ट्रक चालक से बात किया तो उन्होंने कहा मैं बाहर से आया हूं। मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मुझे भिलाई स्टील प्लांट के अंदर जाना है।
यकीनन हर जिम्मेदारी मैनेजमेंट की नहीं होती है। हम एक जिम्मेदार बीएसपी कर्मी होने के नाते दुर्घटनाओं को रोकने की जिम्मेदारी कुछ हमारी भी है। हमें अपने हिस्से की जिम्मेदारी भी निभानी होगी, तभी हम दुर्घटनाओं को रोक सकते हैं।












