-
2700 बच्चों को 25 विभिन्न खेलों में किया प्रशिक्षित।
-
खेल विभाग के मुखिया एसआर जाखड़ ने ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी।
-
1977 से अब तक बीएसपी द्वारा आयोजित प्रशिक्षण से 70000 बच्चे यहां से प्रशिक्षित हुए हैं।
-
लगभग 150 बच्चे अब अब तक नेशनल खेल चुके हैं और अच्छी नौकरी में पदस्थ हैं।
-
अब तक के समर कैंप के सफर में 600-800 बच्चे स्टेट खेल चुके हैं।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा आयोजित ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर का समापन हो गया है। 2700 से अधिक बच्चों ने हिस्सा लिया और खेल की बारीकी को सीखा। समापन समारोह पंत स्टेडियम, सेक्टर-01 के फुटबॉल ग्राउंड में शाम 6 बजे, संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। समारोह की अध्यक्षता कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार द्वारा की गई। बेस्ट स्पोर्ट्स ट्रेनिंग कैंप का खिताब बैडमिंटन को मिला। कोच प्रवीण और सलीम कुरैशी व बच्चों ने पुरस्कार हासिल किया।
इस अवसर पर अनिर्बान दासगुप्ता के साथ संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ एम रविन्द्रनाथ एवं कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) एके श्रीवास्तव, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) संदीप माथुर, मुख्य महाप्रबंधक (टीएसडी एवं सीएसआर) जेवाय सपकाले, मुख्य महाप्रबंधक (पर्यावरण प्रबंधन) डीएल मोइत्रा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
साथ ही मुख्य महाप्रबंधक (परियोजनाएं) आरके श्रीवास्तव, महाप्रबंधक (सीएसआर) शिवराजन नायर, महाप्रबंधक (मानव संसाधन) एच शेखर, महाप्रबंधक (नगर सेवाएं) विष्णु पाठक, महाप्रबंधक (निदेशक प्रभारी सचिवालय) अतुल नौटियाल महाप्रबंधक (कार्मिक नॉन वर्क्स एंड माइंस) एसके सोनी, महासचिव (ओए) परविंदर सिंह मंचस्थ थे।
जानिए निदेशक प्रभारी ने क्या कहा…
मुख्य आतिथि निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने उपस्थित सभी अतिथियों खिलाड़ियों प्रशिक्षकों एवं अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा, कि मुझे बहुत हर्ष हो रहा है कि हर साल इस ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर में बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है और जैसा कि कार्यपालक निदेशक पवन कुमार ने कहा, हम आपके सहयोग से जल्दी ही अंचल का सबसे बड़े पैमाने पर आयोजित होने वाले समर कोचिंग शिविर का प्रथम स्थान प्राप्त कर लेंगे।
उन्होंने प्रतिभागी बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, खेल के बहुत सारे लाभ मिलते हैं, जैसे बच्चे मोबाइल से दूर रहते हैं, शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है, एक स्पोर्ट्स पर्सन स्पिरिट के रूप में खेल भावना सीखते हैं, पढ़ाई और नजरिया में भी उन्नति होती है।
सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए बीएसपी के निदेशक प्रभारी ने कहा, कि आप सभी अपने माता-पिता, स्कूल और भिलाई के साथ साथ अपने देश का नाम रोशन करें। उन्होंने इस शिविर को आयोजित करने वाले सभी संबद्ध विभागों से कहा की प्राकृतिक परेशानियों के बावजूद भी इस ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर को बड़े पैमाने पर आयोजित करने के लिए आप सब ने बहुत मेहनत की है इसके लिए मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं।
समर कोचिंग शिविर का सफर 1977 से शुरू, आज भी जारी
समारोह की अध्यक्षता कर रहे कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार ने सभी को संबोधित करते हुए कहा, कि पहले तो इन छोटे-छोटे बच्चों को देखकर मुझे लगा कि यह मासूम बच्चे क्या कर पाएंगे और इन्होंने क्या सीखा होगा? लेकिन इन नन्हें छोटे बच्चों की परफॉर्मेंस देखकर मेरी बोलती बंद हो गई।
उन्होंने सभी प्रतिभागीशाली खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए शिविर के सफल समापन के लिए बहुत-बहुत बधाई दी। उन्होंने कहा, प्राप्त जानकारी के अनुसार यह तीसरा सबसे बड़ा समर कोचिंग शिविर है जो 1977 से शुरू किया गया है और हम आगे भी प्रयासरत रहेंगे कि हम इसे प्रथम स्थान पर ला सके। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी एवं प्रशिक्षकों को ऐसे उच्च स्तर का प्रशिक्षण देने के लिए धन्यवाद दिया।
गुब्बारे छोड़कर ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर का समापन
समापन समारोह के अवसर पर खिलाडियों द्वारा कुछ खेलों का शानदार प्रदर्शन भी किया गया। जिसमें बच्चों द्वारा शानदार मानव पिरामिड बनाया गया, साथ ही इस प्रदर्शन में जिम्नास्टिक, काता, कराते, जूडो, बॉक्सिंग, कुश्ती आदि शामिल थे। निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने आसमान में गुब्बारे छोड़कर ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर का समापन किया।
अब तक बीएसपी के कैंप से 70000 बच्चे यहां से प्रशिक्षित हुए
समापन समारोह के स्वागत उद्बोधन मे उप महाप्रबंधक (क्रीड़ा, संस्कृतिक एवं नागरिक सुविधाएं) एसआर जाखड़ ने ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण के बारे में बताते हुए कहा कि 1977 से अब तक बीएसपी द्वारा आयोजित प्रशिक्षण से 70000 बच्चे यहां से प्रशिक्षित हुए हैं।
जिसमें से लगभग 150 बच्चे अब अब तक नेशनल खेल चुके हैं और अच्छी नौकरी में पदस्थ हैं। साथ ही 600-800 बच्चे स्टेट खेल चुके हैं। श्री जाखड़ ने इस आयोजन में सहयोग करने वाले सभी सदस्यों, डीपीएस जैसी इस्पात नगरी की सभी शालाओं को भी धन्यवाद दिया।
41 खेल परिसर, 135 कोच, 2700 बच्चे और 25 खेल
ज्ञात हो कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भिलाई इस्पात संयंत्र के क्रीडा, सांस्कृतिक एवं नागरिक सुविधाएं विभाग द्वारा, 10 मई 2024 से 08 जून 2024 तक ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
इस प्रशिक्षण शिविर के दौरान 41 खेल परिसरों में 135 अनुभवी प्रशिक्षकों (कोच) द्वारा लगभग 2700 बच्चों को 25 विभिन्न खेलों में प्रशिक्षित किया गया। इस ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर के सफल आयोजन में, भिलाई इस्पात संयंत्र के क्रीडा, सांस्कृतिक एवं नागरिक सुविधाएं, सीएसआर तथा शिक्षा विभागों ने सक्रिय भूमिका अदा की।
विदित हो कि ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर-2024 का विधिवत उद्घाटन समारोह, मौसम सम्बन्धी कारणों की वजह से संयंत्र प्रबंधन द्वारा आयोजित नहीं किया जा सका। यद्यपि 10 मई से ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर में शामिल 25 खेलों का विभिन्न खेल परिसरों में बच्चों को प्रशिक्षित किया जाना प्रारंभ हो चुका था। प्रतिवर्ष आयोजित इस शिविर में बच्चे बड़ी संख्या में भाग लेकर प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं।
इन खेल की बारीकी सीखी बच्चों ने
ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर-2024 में शामिल 25 खेलों में एथलेटिक्स, बैडमिन्टन, बॉल बैडमिन्टन, बास्केटबॉल, बॉक्सिंग, शतरंज, क्रिकेट, फुटबॉल, हैंण्डबॉल, हॉकी, जूडो, पावर लिफ्टिंग, कबड्डी, टेनिस, टेबल टेनिस, वालीबॉल, योगा, सायकल पोलो, कराटे, फेंसिंग, जिम्नास्टिक, खो-खो, नेटबॉल, भारोत्तोलन तथा कुश्ती शामिल है। इन सभी खेलों का विभिन्न खेल परिसरों, शालाओं के हॉल एवं क्रीड़ागणों में प्रशिक्षण प्रदान किया गया।