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Bhilai Steel Plant: कर्मचारी की मौत के ये हैं जिम्मेदार, CITU ने पकड़ी लापरवाही

Bhilai Steel Plant: कर्मचारी की मौत के ये हैं जिम्मेदार, CITU ने पकड़ी लापरवाही

पूरे मामले की जांच के लिए सुबह सीटू के दो सदस्य टी जोगा राव एवं डीवीएस रेड्डी मौके पर पहुंचे।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारी आर. कोटेश्वर राव की शनिवार रात ड्यूटी जाते समय सड़क हादसे में मौत हो गई। लगभग समय 9:35 बजे खुर्सीपार जीई रोड चौक से रेलवे फाटक के बीच पीछे से ट्रक ने टक्कर मारी और मौके पर ही मृत्यु हो गई।

इस पूरे मामले की जांच के लिए सुबह सीटू के दो सदस्य टी जोगा राव एवं डीवीएस रेड्डी मौके पर पहुंचे। थाने में जाकर मृतक के परिजन एवं पुलिस से भी मुलाकात कर कई मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें कई मामले उजागर हुए हैं।

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सीटू पहले भी उठा चुका है खुर्सीपर गेट की सुरक्षा का मुद्दा

कल रात जब यह दुर्घटना घटी, तब नो एंट्री का टाइम चल रहा था। ज्ञात हो कि सीटू अपने मान्यता काल एवं उसके बाद भी लगातार खुर्सीपार गेट एवं बोरिया गेट में ट्रकों की गलत तरह से आवाजाही एवं नो एंट्री में रफ्तार के साथ ट्रकों को घुसने से नियंत्रित करने के लिए संयंत्र की सुरक्षा विभाग प्रबंधन, प्रशासन एवं सीआईएसएफ के सामने मुद्दों को उठा चुका है।

इस पर प्रबंधन, पुलिस प्रशासन, सीआईएसएफ एवं सीटू के बीच बैठक भी हुई थी। कुछ मुद्दों पर सहमति भी बनी, लेकिन अभी भी खुर्सीपार की स्थिति जस की तस बनी हुई है। नियमों का उल्लंघन करके असुरक्षित तरीके से ट्रकों की आवाजाही जारी है।

40 फीट रोड में मात्र 25 फीट रोड ही मिलता है इस्तेमाल करने को

सीटू ने बताया कि जीई रोड से खुर्सीपार रेलवे फाटक तक 40 फीट चौड़ी सड़क है। इस पर दोनों तरफ पक्की दुकान लगी हुई है। यह दुकान अपने सामान को रोड के ऊपर 5 से 10 फीट तक के घेर कर लगा देते हैं। जिसके चलते लगभग 10 से 15 फीट तक का रोड दुकानों के सामानों से पट जाता है। अर्थात मात्र 20 से 25 फीट रोड ही भारी वाहनों के आने जाने के लिए इस्तेमाल हो पाता है, जिसके चलते जाम एवं दुर्घटना होने की स्थिति हमेशा बनी रहती है।

टोल बचाने के लिए राजहरा एवं राजनांदगांव जाने वाले भारी वाहन गुजरते हैं प्लांट रोड से

इस दौरान यह बात सामने आई, जिस ट्रक से संयंत्र के कर्मी की जान गई, उस ट्रक को इस रास्ते पर आना ही नहीं था। पुलिस से पूछने पर यह बात स्पष्ट हुई कि वह ट्रक राजहरा की तरफ जा रहा था।

गौर करने वाली बात यह है कि राजहरा एवं राजनंदगांव के तरफ जाने वाली ट्रकों से आयरन ओर लेकर रायपुर सिलतरा एवं औद्योगिक क्षेत्र जाने वाली ट्रकें भिलाई इस्पात संयंत्र के ड्यूटी रोड का इस्तेमाल करती हैं, ताकि नाका में टोल देने से बचा जा सके। जांच के दौरान आज टीम ने रोड के बीचो-बीच खराब होकर खड़ी एक ऐसे ट्रक देखी, जो आयरन ओर लेकर माइंस से रायपुर सिलतरा जा रही थी।

सीटू ने फिर से दोहराई अपनी पुरानी मांग

सीटू के सहायक महासचिव टी.जोगा राव ने भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन से मांग किया है कि बाहरी भारी वाहनों का संयंत्र ड्यूटी रोड में पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाए। जिनका संबंध भिलाई इस्पात संयंत्र से नहीं है, उन्हें रोका जाए। साथ ही साथ ड्यूटी टाइम पर भारी वाहनों का आवाजाही पूरी तरह से रोकी जाए।