- प्रेम प्रकाश पांडेय (Prem Prakash Pandey) बीएसपी (BSP) के वाटर सप्लाई डिपार्टमेंट में काम कर चुके हैं।
अज़मत अली, भिलाई। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 (Chhattisgarh Assembly Election 2023) का बिगुल बज चुका है। भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने भिलाई नगर सीट से ऐसा प्रत्याशी मैदान में उतारा है, जिन्होंने भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी (Former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee) के लिए खून की गंगा बहा दी थी।
भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में नौकरी कर चुके प्रेम प्रकाश पांडेय ने नाम यह रिकॉर्ड है। भाजपा (BJP) से सियासत करने वाले प्रेम प्रकाश पांडेय (Prem Prakash Pandey) बीएसपी(BSP) के वाटर सप्लाई डिपार्टमेंट (Water Supply Department) में काम कर चुके हैं।
साल 1984 के चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी का भिलाई आगमन हुआ। चुनावी कार्यक्रम में पूर्व पीएम यहां पहुंचे थे। इस अवसर पर प्रेम प्रकाश पांडेय (Prem Prakash Pandey) ने रक्तदान शिविर के माध्यम से अटल जी के वजन के बराबर रक्त संग्रह कर एक कीर्तिमान स्थापित किया था।
उत्तर प्रदेश के मूल निवासी प्रेम प्रकाश पांडेय (Prem Prakash Pandey) का जन्म एक सामान्य मध्यम वर्गीय परिवार में 8 मार्च 1958 को हुआ था। इनके पिता भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में कर्मचारी थे, तथा इनकी माता सामान्य गृहणी थीं। इन्होंने भिलाई के कैंप क्षेत्र के बालमंदिर से अपनी प्रारंभिक शिक्षा करने के बाद भिलाई विद्यालय सेक्टर-2 से हाई स्कूल व साइंस कालेज दुर्ग से स्नातक की शिक्षा ग्रहण की।
स्नातक करते समय ही 1976 में छात्र राजनीति में पदार्पण किया। प्रेम प्रकाश को 1980 में युवा मोर्चा का महामंत्री बनाया गया। छात्र राजनीति में बढ़ती सक्रियता को देखते हुए संगठन ने 1987 में दुर्ग जिला भाजपा के महामंत्री बनाया।
प्रेम प्रकाश पांडेय (Prem Prakash Pandey) का कद बढ़ता गया और साल 1990 के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया गया और पहली बार विधायक चुने गए। विधायक बनने के साथ ही मंत्री पद भी मिल गया। 1990 में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री का दायित्व मिला।
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1993 में पुनः भिलाई से विधानसभा के सदस्य बने। 1995 में भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकारी सदस्य बनाए गए। सियासी सफर बढ़ता गया। केंद्र तक पकड़ मजबूत होती गई। 2003 में एक बार फिर भिलाई से टिकट मिला और विधायक बने। कांग्रेस प्रत्याशी बदरूद्दीन कुरैशी को हराया और छत्तीसगढ़ विधानसभा (Chhattisgarh Assembly) के अध्यक्ष चुने गए।
वर्ष 2013 में चौथी बार भिलाई विधानसभा (Bhilai Assembly) से निर्वाचित हुए और प्रदेश में उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, राजस्व विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री बनाए गए। इनके कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में भिलाई आईआईटी की स्थापना हुई।
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