बोकारो स्टील प्लांट हिंसा: जिस एडीएम बिल्डिंग पर प्रेम की गई जान, पोस्टमार्टम के बाद वहीं ले गए लाश, जमकर नारेबाजी

Bokaro Steel Plant Violence: Prem's body reached the same ADM building after postmortem, sloganeering
  • बीएसएल प्रबंधन विरोधी नारेबाजी की गई। मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के बोकारो स्टील प्लांट में प्रोडक्शन बहाल हो गया है, लेकिन विस्थापितों का गुस्सा अब भी सातवें आसमान पर है। विरोध-प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज में मृत प्रेम प्रसाद महतो के परिजन को 50 लाख का चेक और नौकरी का लेटर दे दिया गया है। इसके बाद पोस्टमार्टम किया गया।

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Vansh Bahadur

पोस्टमार्टम के बाद शव यात्रा निकाली गई और एडीएम बिल्डिंग के सामने शव को रखा गया। जिस स्थान पर प्रेम को लाठी लगी थी, उसी स्थान पर लाश लाई गई। यहां बीएसएल प्रबंधन विरोधी नारेबाजी की गई। मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। कुछ समय तक शव को यहां रखने के बाद अंतिम संस्कार के लिए लेकर भीड़ रवाना हो गई।

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बीएसएल प्रबंधन का कहना है कि करीब 5 मिनट के लिए लोग यहां आए थे। श्रद्धांजलि देने के लिए भीड़ यहां रुकी थी। इसके बाद सेक्टर 9 की ओर लेकर चले गए।

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बोकारो अस्पताल से प्रेम कुमार महतो का पार्थिव शरीर पैतृक गांव धावाटांड़ ले जाया गया। अंतिम यात्रा में काफी भीड़ उमड़ी। अंतिम यात्रा में लोग नारेबाजी करते हुए जा रहे थे। वहीं, सांसद ढुलू महतो का कहना है कि BSL में नियोजन की मांग को लेकर धरना दे रहे युवाओं पर की गई बर्बर लाठीचार्ज में प्रेम की शहादत ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया।

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प्रेम के परिवार को BSL द्वारा 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है। परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जा रही है और हर महीने 50 अप्रेंटिस युवाओं को स्थायी नियोजन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। शहीद की स्मृति में प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जिसकी भूमि BSL देगा। CISF लाठीचार्ज की निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी और दोषियों पर सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही होगी। साथ ही, आंदोलन को तोड़ने और युवाओं को गुमराह करने वाले बाहरी-भीतरी तत्वों पर भी कानून का डंडा चलेगा।

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