बीएसपी में 1 जुलाई से बायोमेट्रिक मशीन अनिवार्य की गई है।
अज़मत अली, भिलाई। एक कहावत है कि ‘धोबी से जीते नहीं, गधे का कान मरोड़े…।’ शायद इसी पर भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारी अमल कर रहे हैं। प्रबंधन से टकरा नहीं पा रहे हैं तो मशीन पर गुस्सा उतार रहे।
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) के भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में बायोमेट्रिक मशीन को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है। 17 जुलाई की रात में ब्लास्ट फर्नेस महामाया में मशीन को मामूली रूप से नुकसान पहुंचा गया था, जिसके चलते किसी तरह अटेंडेंस लग रही थी।
प्रबंधन पर गुस्सा उतारते हुए किसी कर्मचारी ने शनिवार रात मशीन को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। रविवार फर्स्ट शिफ्ट से रजिस्टर के जरिए हाजिरी लग रही है। यहां बायोमेट्रिक सिस्टम पटरी से उतर चुका है।
बताया जा रहा है कि बीती रात करीब 10 बजे तक मशीन से अटेंडेंस लगाई गई थी। फर्स्ट शिफ्ट में जब कार्मिक पहुंचे तो मशीन बंद मिली। शीशा चकनाचूर हो चुका था।
70 लोगों की अटेंडेंस
भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के ब्लास्ट फर्नेस 8 (Blast Furnace ) महामाया के स्टॉक हाउस सेक्शन में मशीन को नष्ट किया गया है। यहां इस मशीन से करीब 70 लोगों की अटेंडेंस लग रही थी।
बीएसपी के रेगुलर 30 कर्मचारियों और 40 ठेका मजदूर 40 के अलावा 5 अधिकारियों की हाजिरी मशीन से लग रही थी। चेहरे से पहचान के बाद ही कामकाज शुरू हो पाता था। अब साहब का फरमान आया कि रजिस्टर मेंटेन किया जाएगा।
मशीन को सुधारने आ चुकी टीम
विभागीय कार्मिक बता रहे हैं कि दो दिन पहले एजेंसी के कर्मचारी मौके पर पहुंचे थे। मशीन की जांच-पड़ताल के बाद इसकी फ्रेक्वेंसी हाई करके गए थे। इस वजह से किसी की अटेंडेंस ही नहीं लग पा रही थी। शिकायत होने पर दोबारा टीम पहुंची और फ्रेक्वेंसी को कम किया। इसी बीच मशीन को ही तोड़कर बंद कर दिया गया है।