भिलाई इस्पात संयंत्र गैस हादसे पर ताज़ा अपडेट: पाइप में दिखा बड़ा छेद, 2 घंटे तक गैस रिसाव

BSP gas accident latest update: Big hole seen in pipe, gas leakage for 2 hours
बीएसपी की टीम जब मौके पर पहुंची तो उसको हवा में बीएफ गैस मिली। 150 पीपीएम तक गैस की मात्रा थी।
  • ब्लास्ट फर्नेस-6 स्टोव नंबर 18 के पास 3 मजदूर आए गैस रिसाव की चपेट में।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel plant) में गैस रिसाव (Gas Leakage) का कारण सामने आना शुरू हो गया है। दावा किया जा रहा है कि पाइपलाइन में मेंटेनेंस का कार्य किया जा रहा था। वाल्व को बंद नहीं किया गया, जिसकी वजह से गैस रिसाव की घटना हुई। जांच के बाद ही इसकी तस्वीर और साफ हो सकेगी। फिलहाल, वह पाइप मिल गई है, जहां ऊपरी हिस्से पर एक बड़ा छेद दिख रहा है।

ये खबर भी पढ़ें: Breaking News: भिलाई स्टील प्लांट में गैस रिसाव, 3 मजदूर आइसीयू में भर्ती

हैरान करने वाली बात यह है कि गैस रिसाव की घटना दोपहर करीब डेड़ बजे की है। लेकिन, ब्लास्ट फर्नेस 6 के स्टोव नंबर 18 के आसपास दोपहर साढ़े 3 बजे तक गैस रिसाव होती रही। बीएसपी की टीम जब मौके पर पहुंची तो उसको हवा में बीएफ गैस मिली। 150 पीपीएम तक गैस की मात्रा थी।

ये खबर भी पढ़ें: BSP गैस रिसाव हादसा: फर्नेस लाइट-अप पर रोक, एरिया सील, सेफ्टी आफिसर पर गिरेगी गाज, एक्शन में राज्य सरकार

ब्लास्ट फर्नेस 6 कैपिटल रिपेयर पर होने की वजह से यहां किसी की आवाजाही नहीं होती है। अन्यथा भारी नुकसान होना तय था। मेंटेनेंस कार्य में लगे मजदूर खाना खाने के बाद वहीं आराम करने के लिए लेट गए थे।

ये खबर भी पढ़ें: 14वें पीआरसीआई एक्सीलेंस अवॉर्ड 2024 में एनएमडीसी की जय-जयकार, चाणक्य समेत मिले 12 अवॉर्ड

गैस प्रभावित एरिया में बगैर गैस मानीटर प्रवेश वर्जित है। लेकिन, यहां किसी के पास गैस मानीटर तक नहीं था। मजदूर आराम से जमीन पर लेटे हुए थे। खाना खाने के बाद जैसे ही गैस की चपेट में मजदूर आए, उल्टी होने लगी। मेडिकल इमरजेंसी के लिए एम्बुलेंस को बुलाकर तीनों मजदूरों को सेक्टर 9 हॉस्पिटल के आइसीयू में भर्ती कराया गया।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई स्टील प्लांट गैस रिसाव पर प्रबंधन का आया बयान,पढ़िए डिटेल

भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel plant) के ब्लास्ट फर्नेस-6 में कैपिटल रिपेयर का कार्य में लगे 3 ठेका श्रमिक गैस की चपेट में आए। दोपहर करीब डेढ बजे ठेका श्रमिक मोहम्मद मेराज (36 वर्ष), हरिचरण (47 वर्ष) और मोहन लाल गुप्ता (55 वर्ष) खाना खाने के बाद वहीं बैठे थे। अचानक उनकी हालत बिगड़ने लगी। आसपास मौजूद कर्मचारियों द्वारा इसकी खबर उच्चाधिकारियों को दी गई और तत्काल मौके पर एम्बुलेंस को भेजा गया।

ये खबर भी पढ़ें: Bhilai Steel Plant: एसएमएस-3 को बधाई हो, हॉट मेटल परिवहन के लिए कार्मिकों ने बनाई स्टील कार, ढाई करोड़ की बचत