सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील इम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन-सेवा (SEWA) की गवर्निंग बॉडी बनाने की मांग की जा रही है। हिंदुस्तान स्टील इम्प्लाइज यूनियन सीटू के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य महाप्रबंधक कार्मिक संदीप माथुर से मिलकर सेवा की गवर्निंग बॉडी की मांग की।
यूनियन नेताओं ने दो टूक कहा कि सेवा गवर्निंग बॉडी अर्थात कार्यकाल समाप्ति के पश्चात भी कार्यरत कार्यकारिणी को भंग कर कार्यकारिणी में कर्मियों के उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित कर निर्णय लेने की प्रक्रिया को समावेशी एवं पारदर्शी बनाने हेतु गुप्त मतदान द्वारा प्रतिनिधियों का चुनाव कराया जाए। यदि किसी कारणवश गुप्त मतदान संभव नहीं है तो गुप्त मतदान द्वारा निर्वाचित कर्मियों के मान्यता प्राप्त यूनियन द्वारा नामित प्रतिनिधियों से सेवा (SEWA) कार्यकारिणी गठन किया जाए।
सेवा के संविधान संशोधन में पूरा सहयोग करेगा सीटू
सीटू के महासचिव जेपी त्रिवेदी ने कहा कि कार्यकाल समाप्ति के पश्चात भी वर्तमान सेवा कार्यकारिणी द्वारा अनुचित तरीके से कर्मियों के वेतन से कटौती की गई दुर्घटना बीमा राशि के विरुद्ध सीटू ने दिनांक 09/03/2023 को पत्र लिखकर यूनियन का कड़ा विरोध व्यक्त किया था। इसी क्रम में सीजीएम पर्सनल से मुलाकात कर पत्र देकर कहा कि सेवा की गवर्निंग बॉडी के लिए चुनाव कराए चुनाव ना करवा पाने की स्थिति में मान्यता यूनियन द्वारा नामित प्रतिनिधियों को लेकर सेवा कार्यकारिणी अर्थात गवर्निंग बॉडी का गठन किया जाए। इस प्रक्रिया में सेवा के संविधान में संशोधन करने की आवश्यकता होगी जिसके लिए सेवा की साधारण सभा अर्थात जनरल बॉडी मीटिंग आहूत करनी होगी इस कार्य के लिए हम पूरा सहयोग करेंगे।
पॉइंट स्कोरिंग का विषय नहीं है सेवा समिति का संचालन
सीटू नेता ने कहा कि 2012 में सेवा की साधारण सभा की बैठक आहूत की गई थी। किंतु बहुत ही चालाकी से उस बैठक में चुनाव पर चर्चा कराने की बजाय कर्मियों को अंधेरे में रखकर सीधा चुनाव करवा लिया गया। 2017 में आहूत की गई साधारण सभा की बैठक में नेहरू संस्कृतिक भवन में दो हजार से ज्यादा कर्मी पहुंच गए एवं चुनाव कराने की मांग जोर-शोर से उठी जल्द ही चुनाव कराने की बात को कह कर उस बैठक को समाप्त कर दिया गया एवं 2023 में आज की तारीख तक चुनाव पर कोई बात नहीं हुई।
जबकि यूनियने लगातार इस बात को उठाती रही है सीटू ने इस अटकलों पर पर भी विराम लगाते हुए अपने पक्ष प्रस्तुत किया कि पिछले मान्यता चुनाव में वोटों के आधार पर पहले दूसरे एवं तीसरे स्थान पर रहे यूनियन के प्रतिनिधियों को लेकर इस समिति का गठन कर लिया जाए। सीटू ने कहा कि सेवा समिति का संचालन पॉइंट स्कोरिंग कर कर्मियों के बीच अपने साथ प्रस्तुत करने वाला विषय नहीं है बल्कि कर्मियों के वेलफेयर से जुड़ा हुआ मामला है इसीलिए इसमें समझ स्पष्ट होनी चाहिए।
मान्यता यूनियन को ही दी जाए सेवा संचालन की जिम्मेदारी
सीटू नेता ने कहा कि जिस प्रकार PF ट्रस्ट में कर्मचारियों द्वारा चुनी मान्यता यूनियन द्वारा नामित सदस्य होते हैं। सुरक्षा समितियों में कर्मचारियों द्वारा चुनी गई मान्यता प्राप्त यूनियन के सदस्य होते हैं। कैंटीन व्यवस्था समितियों में मान्यता प्राप्त यूनियन के ही सदस्य होते हैं। उसी तरह सेवा समिति में भी कर्मचारियों द्वारा चुनी गई मान्यता प्राप्त यूनियन द्वारा नामित सदस्य होने चाहिए इसके लिए आवश्यकता अनुसार सेवा के बायलास में संशोधन किया जा सकता है।अन्यथा सेवा समिति के सदस्यों का पूरे संयंत्र के कर्मियों के बीच चुनाव कराया जाना ही एकमात्र विकल्प बच जाएगा।
जल्द ही देख सकेंगे कर्मी ई सहयोग में अपनी हाजिरी
बैठक में चर्चा के दौरान कर्मियों के द्वारा अपनी हाजिरी ना देख पाने की बात पर जवाब देते हुए सीजीएम पर्सनल ने कहा कि इस पर काम हो रहा है जल्द ही कर्मी ई सहयोग में जाकर अपनी हाजिरी को देख सकेंगे इसे ऐप पर कुछ कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि यह ऐप ई सहयोग में पहले से कर्मियों के हाजिरी के बारे में डाले हुए ऐप से अलग होगा। बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि अभी तक इंट्रानेट में केवल अधिकारियों के जन्मदिन बधाई का संदेश दिखता था, कर्मियों का जन्मदिन संदेश भी देखना प्रारंभ हो गया है। यह विभागवार ना होकर अल्फाबेटिकली होगा।