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BSP के SMS 3 ने जुगाड़ टेक्नोलॉजी से बनाया कबाड़ से रेस्ट रूम

BSP के SMS 3 ने जुगाड़ टेक्नोलॉजी से बनाया कबाड़ से रेस्ट रूम
  • एसएमएस-3 में निर्मित विश्राम कक्ष का आकार 10x12 फिट हैं जिसके सफलतापूर्वक निर्माण के बाद और भी विश्राम कक्षों के निर्माण कार्य प्रस्तावित हैं।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) ने जुगाड़ टेक्नोलॉजी से रेस्ट रूम तैयार किया है। कर्मचारियों के लिए ठहरने का बेहतर इंतजार किया गया। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक वर्क्स (ED Works) अंजनी कुमार ने एसएमएस-3 में अनुपयोगी अपशिष्ट से निर्मित विश्राम कक्ष का उद्घाटन किया।
इस विश्राम कक्ष का निर्माण एसएमएस-3 के ईडब्ल्यूएस सेक्शन की टीम द्वारा आंतरिक संसाधनों की सहायता से, कूलिंग टावरों के रखरखाव प्रक्रिया में उत्पन्न अपशिष्ट प्लास्टिक फिल का उपयोग करके किया गया।

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कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने अपशिष्ट प्लास्टिक के पुन: उपयोग के लिए एसएमएस-3 के सामूहिक प्रयासों की सराहना की और कहा कि इस औद्योगिक प्लास्टिक अपशिष्ट के पर्यावरणीय रूप से स्थायी निराकरण की दिशा में एक सतत प्रयास है, जिसके द्वारा धरती पर प्लास्टिक कचरे का बोझ कम किया जा सकेगा।

इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सेवाएं) पीके सरकार, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (एम एंड यू) असित साहा, मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस-3) संदीप कर और कार्यक्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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अनुपयोगी औद्योगिक प्लास्टिक पृथ्वी पर प्लास्टिक प्रदूषण की समस्या को बढ़ाता है। जिसको देखते हुए यह पहल अनुपयोगी औद्योगिक प्लास्टिक के पुन: उपयोग का एक आदर्श उदाहरण है। एसएमएस-3 में निर्मित विश्राम कक्ष का आकार 10×12 फिट हैं जिसके सफलतापूर्वक निर्माण के बाद और भी विश्राम कक्षों के निर्माण कार्य प्रस्तावित हैं।

इस विश्राम कक्ष का उपयोग श्रमिकों के विश्राम तथा स्टोर के लिए किया जाएगा। ईडब्ल्यूएसएस कुशलता के साथ-साथ न केवल कर्मचारियों के लिए बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाने में सक्षम है, बल्कि औद्योगिक प्लास्टिक अपशिष्ट से उत्पन्न कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में भी योगदान देता है।

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इसके अलावा जन जागरूकता कार्यक्रम के तहत सामूहिक रूप से ईडब्यूएसएस द्वारा इको-ब्रिक्स की एक प्रदर्शनी भी प्रस्तुत की गई, जिसमें अपशिष्ट प्लास्टिक के निराकरण पर चर्चा की गयी। इकोब्रिक, प्लास्टिक सीक्वेस्ट्रेशन प्रक्रिया से निर्मित, अपशिष्ट प्लास्टिक के द्वारा सघन रूप से पैक की गयी प्लास्टिक की बोतलें हैं, जिसे पुन: प्रयोज्य बिल्डिंग ब्लॉक्स के रूप में उपयोग किया जा सकता है। यह पहल हानिकारक प्लास्टिक कचरे के निपटान के लिए एक कम लागत वाला समाधान साबित हो सकता हैं जो घरों से प्रतिदिन बड़ी मात्रा में उत्पन्न होता है।

कर्मचारियों के विश्राम कक्ष के निर्माण के लिए औद्योगिक कचरे का उपयोग महाप्रबंधक प्रमोद कुमार और महाप्रबंधक मोहित आर्य के मार्गदर्शन में सहायक महाप्रबंधक कमल किशोर, प्रबंधक भवनीत कृष्णा, प्रबंधक चंद्रसेन वर्मा और ईडब्ल्यूएसएस के साइट प्रभारी बी परीडा एवं ईडब्ल्यूएसएस टीम द्वारा इसे कुशलतापूर्वक निष्पादित किया गया।