BSP कर्मी की होने वाली थी मौत, ऐन वक्त पर लगा ब्रेक, प्रतिबंधित समय में घुसा टैंकर, फल वाले होते जिम्मेदार

  • कर्मचारी सड़क पर गिर गया था। टैंकर का पहिया सीने के पास देख उसे चक्कर आ गया।

  • काफी देर तक उसे कुछ समझ में ही नहीं आ रहा था।

  • राहगीरों ने उसको किनारे किया और फिर घर की तरफ साथ ले गए।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल के भिलाई स्टील प्लांट का एक कर्मचारी बाल-बाल बच गया। टैंकर के नीचे आने वाला ही था कि ऐन वक्त पर ब्रेक काम कर गया। बाइक पहिए के सामने गिर चुकी थी और राहगीरों ने चिल्लाकर वाहन रोकवा दिया। अन्यथा बीएसपी के बोरिया गेट के सामने ही एक कर्मचारी को टैंकर रौंद चुका होता।

ड्यूटी से लौट रहे कर्मचारी यह मंजर देख भड़क गए। गुस्से से तिलमिलाए कर्मचारियों ने टैंकर चालक को खींचकर नीचे उतारा। चारों तरफ से घेकर पीटने की तैयारी थी। कुछ समझदार लोगों ने चालक को बचा लिया और समझाइश देकर छोड़ दिया।

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वहीं, सामने फल वाले बीच सड़क पर ठेला लगाए पूरा तमाशा देख रहे थे। इन्हीं ठेले वालों की वजह से हादसे की आशंका बनी। गुंडई इतनी की इतना-सबकुछ होने के बाद भी वह हटे नहीं। ड्यूटी से लौट रहे कर्मचारियों ने फल वालों पर भी गुस्सा उतारा। लेकिन, वे अपने स्थान से नहीं हटे।

आखिर हटें भी क्यों? बीएसपी का नगर सेवाएं विभाग जब इन पर लगाम नहीं लगा पाया, तो बेचारे कर्मचारियों की चीख-पुकार से क्या होने वाला। मनबढ़ फल वाले किसी दिन मौत का कारण बनेंगे। और यह पूरा तमाशा बीएसपी प्रबंधन देखता रहेगा।

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वहीं, जिला पुलिस पर भी बड़ा सवाल यह है कि प्रतिबंधित समय में जब मालवाहक बीएसपी के मार्ग पर नहीं चलेंगे, तो यह कैसे घुस गए। सीआइएसएफ और सेफ्टी डिपार्टमेंट भी हाथ पर हाथ धरे शांत बैठा हुआ है।

शनिवार रात 10.10 बजे बीएसपी कर्मचारी ड्यूटी से निकल रहे थे। इसी समय बीएसएनएल चौक की तरफ से एक टैंकर आया और चौराहे पर घुमाने के लिए आगे बढ़ा। उसी समय बीएसपी कर्मचारी चपेट में आने वाला था। कर्मचारी सड़क पर गिर गया था।

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टैंकर का पहिया सीने के पास देख उसे चक्कर आ गया। काफी देर तक उसे कुछ समझ में ही नहीं आ रहा था। राहगीरों ने उसको किनारे किया और फिर घर की तरफ साथ ले गए।