- अजय चन्द्राकर वर्तमान में प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता है। चुनाव के पहले वे प्रदेश भर में काफी सक्रिय रहे और प्रदेश सरकार के खिलाफ काफी आक्रामक भी रहे।
अंशुल तिवारी, रायपुर। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (CG BJP) को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद पार्टी ने मुख्यमंत्री (CM) और दो उप मुख्यमंत्री (Dy CM) भी बना दिया है। तीनों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ भी ले ली है। इसके बाद से ही अब मंत्री मंडल विस्तार को लेकर हर जगह चर्चा हो रही है।
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लोग अलग-अलग क्षेत्र के साथ ही विभिन्न समाज से संबंध रखने वाले जनप्रतिनिधियों के मंत्री मंडल में शामिल होने की अटकले लगा रहे है। तो क्षेत्रीयता के साथ ही जातिगत समीकरण और उम्र और अनुभव के लिहाज से भी कई तरह से कयास लगा रहे है।
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कुछ ऐसे विधायक है जिनका मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा…
बृजमोहन अग्रवाल: विष्णुदेव साय की संभावित मंत्री मंडल में बृजमोहन अग्रवाल का नाम सबसे ऊपर है। बृजमोहन अग्रवाल रायपुर के रामसागर पारा में रहते है। वे रायपुर दक्षिण सीट से विधायक बने है। बृजमोहन अग्रवाल 2023 विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में 67 हजार सात सौ 19 वोटों के साथ सबसे बड़े मार्जिन के साथ जीते है। वे लगातार आठ बार से विधानसभा चुनाव जीत रहे है। लगातार 15 साल तक बृजमोहन मंत्री रहे है।
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सामान्य वर्ग से आते है। इस बार उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी, रायपुर स्थित दूधाधारी मठ के मुखिया महंत रामसुंदर दास को पराजित किया। महंत रामसुंदर दास पूर्व में विधायक रह चुके है। भूपेश सरकार में उन्हें गौसेवा आयोग का अध्यक्ष बनाकर कैबिनेट मंत्री का दर्ज दिया गया था।
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अजय चन्द्राकर: अजय चन्द्राकर वर्तमान में प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता है। चुनाव के पहले वे प्रदेश भर में काफी सक्रिय रहे और प्रदेश सरकार के खिलाफ काफी आक्रामक भी रहे।
अजय चन्द्राकर रमन सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके है। अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) समाज से आते है। रायपुर संभाग की धमतरी जिले की कुरुद सीट का प्रतिनिधित्व करते है। वे लगातार कुरुद से जीतते आ रहे है। इस बार वे करीब आठ हजार वोटों से चुनाव जीते है।
राजेश मूणत: राजेश मूणत रमन केबिनेट मंत्री में 15 साल तक मंत्री रह चुके है। वे 2018 का चुनाव युवा नेता और कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय से हार गए थे। काफी सक्रिय रहने वाले विकास उपाध्याय अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के राष्ट्रीय सचिव है।
इस पद पर छत्तीसगढ़ से सिर्फ दो ही नेता है। ऐसे में विकास को 41 हजार दो सौ 29 वोट से हराए राजेश मूणत को मंत्री पद देकर सम्मानित किया जा सकता है।
ओपी.चौधरी: पीएम नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह (PM Narendra Modi and Home Minister Amit Shah) की मौजूदगी में ओपी.चौधरी ने 2018 में भाजपा प्रवेश किया था। छत्तीसगढ़ कैडर के IAS रहे है। दंतेवाड़ा कलेक्टर रहते हुए बनाए गए एजुकेशन सिटी का मुआयना करने पीएम मोदी आए थे।
रायगढ़ जिले के रहने वाले है। रायगढ़ शहरी सीट से इस चुनाव में जीते है। मुख्यमंत्री की दौड़ में मीडिया में खूब नाम चला। युवा है। ओबीसी समाज से आते है।
खुशवंत साहेब: खुशवंत साहेब काफी युवा विधायक है। पहली बार सदन पहुंचे है। प्रदेश की बड़ी आबादी सतनामी समाज से ताल्लुख रखते है।
समाज के गुरु है। रायपुर जिले की आरंग सीट से कद्दावर मंत्री डॉ.शिव कुमार डहरिया को पराजित कर MLA बने है। इन्हें मंत्री बनाने से सतनामी समाज के साथ ही युवा वर्ग को भी भाजपा साध सकती है। फिर निर्वतनाम मंत्री को पराजित करने का इन्हें इनाम मिल सकता है।
इन नामों की भी है चर्चा
मंत्री मंडल में बस्तर से आने वाले आदिवासी समाज के केदार कश्यप, विक्रम उसेंडी और आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली लता उसेंडी का नाम शामिल है। तीनों पूर्व में मंत्री रह चुके है। जबकि दुर्ग संभाग के बेमेतरा जिले की नवागढ़ सीट से जीतकर आए पूर्व मंत्री दयालदास बघेल, दुर्ग जिले की अहिवारा के नव नियुक्त विधायक डोमनलाल कोर्सेवाडा आदि नामों पर भी चर्चा हो रही है। जबकि पुन्नूलाल मोहले का नाम भी मंत्रीमंडल की संभावित सूची में लिया जा रहा है।