- भिलाई निगम आयुक्त रोहित व्यास खुद पहुंचे। भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा डेंगू नियंत्रण के लिए किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया जिला प्रशासन की टीम ने।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। दुर्ग जिला और इस्पात नगरी भिलाई (Steel City Bhilai) में डेंगू (Dengue) के प्रकरण सामने आ रहे हैं। इसके रोकथाम के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र के जन स्वास्थ विभाग एवं जिला मलेरिया विभाग दुर्ग के संयुक्त रूप से चलाये जा रहे, वृहद सर्वेक्षण एवं लार्वानाशी के निःशुल्क वितरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
भिलाई नगर निगम (Bhilai Nagar Nigam) के आयुक्त रोहित व्यास और जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ओपी मेश्राम, नगर निगम से स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेन्द्र मिश्रा (Dharmendra Mishra) और रायपुर से आए स्वास्थ्य अधिकारी और चिकित्सकों के टीम सहित अन्य अधिकारियों ने विभिन्न सेक्टरों में चलाये जा रहे अभियान का निरीक्षण किया और सेक्टर-2 (Sector 2) में चल रहे अभियान का अवलोकन किया।
भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) द्वारा जनस्वास्थ्य विभाग और दुर्ग जिला मलेरिया एवं स्वास्थ्य अधिकारी के सहयोग से डेंगू की रोकथाम के लिए काफी सघन प्रयास के बावजूद डेंगू के प्रकरण में इजाफा ही हुआ है। विगत सप्ताह तक लगभग 100 से अधिक डेंगू के प्रकरण सामने आये है। यह स्थिति भिलाई के लिये चिंतनीय और एलर्ट करने वाली रही है।
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इसी परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए आज दुर्ग संभाग के कमिश्नर के नेतृत्व में जिला के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य दल रायपुर से आयी स्वास्थ्य अधिकारियों (Health Authorities) की टीम, नगर निगम भिलाई (Nagar Nigam Bhilai) और भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) के नगर सेवा विभाग के जनस्वास्थ्य अनुभाग के सदस्य उपस्थित थे।
संयंत्र की ओर से महाप्रबंधक (नगर सेवाएं) केके यादव ने अवलोकन करने वाली टीम को संयंत्र द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी और 24 अगस्त को किए गए सर्वे की रिपोर्ट से भी अवगत कराया।
गुरुवार को इस्पात नगरी में कुल 1731 घरों का सर्वेक्षण किया गया, जिसमें से 1538 पात्रों, कूलर, और अन्य जल एकत्र किए स्थानों का सर्वे किया और उन्हें साफ भी करवाया गया। इस सर्वेक्षण में 54 घरों में दवाई का छिड़काव और 1125 घरों में टेमीफास दवाई का वितरण किया गया। इस सर्वे में 235 स्थानों पर लार्वा पाए जाने की संभावना को देखते हुए एकत्रित जल की सफाई की गयी और दवा का छिड़काव किया गया। इसके साथ ही सेक्टर-2 में आयलिंग, बैकलाइन में दवाइयों का छिड़काव, वाटर फॉगिंग, मिष्ट ब्लोअर मशीन से स्प्रे आदि किया गया।
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इस्पात नगरी क्षेत्र के सभी निवासियों से अपील की गई है कि वे सतर्क हो जाये और मच्छरों और लार्वा को समाप्त करने के लिये सामूहिक रूप से निरंतर प्रयास करें। डेंगू (Dengue) पर नियंत्रण हेतु जन स्वास्थ्य विभाग ने, भिलाई की प्रबुद्ध जनता से अपील की है, कि मच्छर नियंत्रण हेतु व्यक्तिगत स्तर पर किये जा सकने वाले उपाय में सहयोग करें। स्वयं भी सुरक्षित रहें एवं दूसरों को भी सुरक्षित रखें।
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बाल रोग विभाग और भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) द्वारा संयुक्त रूप से इस्पात नगरी की विभिन्न शालाओं में डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से लड़ने एवं उनके रोकथाम के लिए स्कूली बच्चों को भी जागरूक किया जा रहा है। इस दौरान विद्यार्थियों को डेंगु के लक्षण व रोकथाम एवं इलाज के बारे में विस्तार से समझाया गया। इस जागरूकता अभियान में विद्यालय के छात्र-छात्राओं सहित शिक्षक व शिक्षिकाओं ने भी भाग लिया। शालेय बच्चों को जागरूक करने और घर-घर पहुंचने के अभियान की शुरूआत कर दी गई थी।
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डेंगू, मलेरिया एवं मच्छर जनित अन्य रोगों के प्रसार का कारक बनती है। विगत वर्षों में भिलाई टाउनशिप में डेंगू के अनेक संदिग्ध प्रकरण सामने आने के कारण ऐहतियातन एवं रोकथाम हेतु जन-मानस में जागरूकता लाने, जन स्वास्थ विभाग, नगर सेवाएं भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा, जिला मलेरिया विभाग दुर्ग से भुगतान के आधार पर प्राप्त 48 ब्रीडिंग चेकर्स के माध्यम से 13 जून 2023 से आज तक लगातार वृहद सर्वेक्षण एवं जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
इस अभियान के तहत ब्रीडिंग चेकर्स द्वारा टाउनशिप (Township) के प्रत्येक आवास सहित सभी दुकानों एवं भवनों में जाकर, ऐसे स्थल जहां मच्छर पनप सकते हैं, जैसे पशु-पक्षियों के लिए रखे पानी के पात्र, कूलर, पुराने टायर, नारियल के खोल, पुराने बर्तन, पानी की टंकिया, तथा अन्य जल-पात्र व जल जमाव के अन्य स्थानों का निरीक्षण किया जा रहा है। साथ ही मच्छरों के लार्वा विनिष्टीकरण, निरोधक उपायों तथा लोगों को जागरूक करने जानकारीयुक्त पाम्पलेट एवं निःशुल्क लार्वानाशी-टेमीफोस का वितरण किया जा रहा है।