सऊदी, दुबई, ओमान, कुवैत में भारतीयों की मानव तस्करी करने वाले बदमाशों को दुर्ग पुलिस उठा लाई मुंबई से

  • दुर्ग पुलिस ने अंतराष्ट्रीय मानव तस्करी एवं धोखाधडी के तीन आरोपी मुंबई से पकड़े।
  • आरोपितों के द्वारा विदेश में स्कैम करने देते थे प्रशिक्षण।

भिलाई। दुर्ग रेंज साइबर पुलिस ने बड़े मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने अंतराष्ट्रीय मानव तस्करी एवं धोखाधडी के तीन आरोपियों को मुंबई से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने भिलाई निवासी रफी उर्फ रफीक खान को लाओस में स्थित गोल्डन ट्राइंगल में कम्प्यूटर आपरेटर की नौकरी लगाने के नाम पर दो लाख की ठगी की थी। आरोपी अन्य लोगों को विदेश में स्कैम करने प्रशिक्षण भी देते थे।

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भिलाई निवासी प्रार्थी साइबर रेंज थाना दुर्ग आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि लाओस में कम्प्यूटर आपरेंटर के पद पर अधिक सैलरी में काम कराने का विज्ञापन दिखाकर 2 लाख प्राप्त कर धोखाधड़ी की गई। उक्त रिपोर्ट पर रेंज सायबर थाना दुर्ग में अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया।

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प्रकरण में प्राथी से पूछताछ पर यह तथ्य भी सामने आया कि उसे लाओस में कम्प्यूटर आपरेटर के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर आरोपीयों के द्वारा जहां भेजा गया था वहाँ पर जाने के बाद प्राथी को स्कैम करने कि ट्रेनिंग 02 दिन तक दिया गया।

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प्रार्थी द्वारा स्कैम करने से मना करने पर इनके एजेंट एडीअली और जैक के द्वारा एक कमरे में अपने साथ रखे थे। उसका भुगतान भी नहीं करना बताये जाने से प्रकरण में मानव तस्करी से संबंधित धारा 143 (2) बीएनएस जोड़ी गई है। पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज, दुर्ग राम गोपाल गर्ग के मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला के निर्देशन में नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग चिराग जैन व एसडीओपी बालोद देवांश सिंह राठौर, शिल्पा साहू डीएसपी के नेतृत्व में सायबर थाना दुर्ग रेंज ने आरोपी साजन शेख, रफीक उर्फ रफी एवं महिला आरोपी की पतासाजी हेतु सायबर थाना दुर्ग रेंज के द्वारा आरोपियो के संबध में तकनीकी साध्य, बैंक डिटेल एकत्र कर आरोपी का लोकेशन गोरेगांव मुम्बई एवं आसपास के क्षेत्र का होना पाया गया।

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इसके बाद पांच सदस्यीय विशेष टीम मुम्बई भेजी गई। गोरेगांव मुम्बई जाकर आरोपियों के मोबाईल नंबर के लोकेशन एवं सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियो की पहचान करने टीम द्वारा कैंप किया गया तथा आरोपी द्वारा गिरफ्तारी से बचने के लिए एवं अपनी पहचान छुपाने के लिए मुम्बई में अलग अलग लोकेशन बदल कर रह रहे थे।

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आरोपी साजन शेख एवं रफीक उर्फ रफी को गोरेगांव मुम्बई से रेलवे स्टेशन भीड़-भाड़ इलाके से दो दिनों तक सतत निगरानी रखकर घेराबंदी कर पकड़ा गया तथा प्रकरण की अन्य महिला आरोपी के घर में छिपा कर रखे थे, जहां से काफी परेशानियो से स्थानीय पुलिस की मदद से बाहर निकाला गया।

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टीम द्वारा स्थानीय थाना गोरेगांव पश्चिम मुम्बई से मदद लेकर रेड कार्यवाही कर आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 03 नग मोबाईल जप्त किया गया है एवं आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है।

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यह सामने आया मामला

पुछताछ करने पर यह तथ्य सामने आया कि साजन शेख उम्र 36 वर्ष पता लिंक रोड गोरेगांव एवं सहयोगी महिला विदेश में नौकरी करने का विज्ञापन दिखाकर इच्छुक लोगों को विदेश में नौकरी लगवाने का काम करते थे। जो वर्ष 2022 में एक कंपनी बनाये जो लाईसेंसी नहीं है।

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इस कंपनी के माध्यम से गल्फ कंट्री सऊदी अरब, दुबई, ओमान, कुवैत में नौकरी लगाने एवं विजा सर्विस देने के नाम पर पैसा लेते है। प्रकरण के प्रार्थी से रफी उर्फ रफीक खान नें ओमान लाओस में कम्प्यूटर आपरेटर का काम बताकर साजन शेख और महिला आरोपी गोरेगांव वेस्ट से मुलाकात कराया।

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रफीक ने बताया कि वह मे एजेंट का काम करता है। उक्त कंपनी का संचालक साजन शेख और सहयोगी महिला (आरोपी) है। तीनों ने प्रार्थी को विश्वास में लेकर प्रार्थी को लाओस में स्थित गोल्डन ट्राइंगल में कम्प्यूटर ऑपरेटर की नौकरी लगाने का आफर दिया।

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दोनों आरोपी मुंबई निवासी

आरोपी साजन शेख पिता शहजादा शेख उम्र 36 वर्ष पता लक्ष्मी नगर लिंक रोड गुरूदास टावर 10 फ्लोर रूम नं.1015 गोरेगांव वेस्ट, मुम्बई एवं रफी खान उर्फ रफीक खान उम्र 42 वर्ष पता कुर्ला कुरैशी नगर वर्मा सेल रेलवे लाइन उमरवाडा रूम नं. 19 मुम्बई निवासी है। वहीं तीसरी महिला आरोपी है।

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