- यूनियन मान्यता चुनाव में हो रही देरी पर सीटू ने जताया रोष।
- यूनियन चुनाव कर्मियों का जनवादी अधिकार।
- राजहरा में विगत 4 वर्षों से राजहरा में चुनाव प्रस्तावित है।
- कुछ यूनियनों द्वारा सहमति नहीं दिए जाने के कारण चुनाव प्रक्रिया में तेजी नहीं आ पा रही थी।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। चार महीने पूर्व 23 सितंबर 2024 को पिछली मान्यता यूनियन का कार्यकाल समाप्त होने के तत्काल बाद 24 सितंबर को हिन्दुस्तान स्टील इम्प्लाइज़ यूनियन (सीटू) ने पत्र देकर चुनाव करने की मांग की है।
तत्पश्चात भिलाई के दोऔर यूनियनों ने भी मान्यता चुनाव हेतु पत्र दिया है। इस संदर्भ में आज सीटू का प्रतिनिधिमंडल औद्योगिक संबंध विभाग से मुलाकात कर चुनाव को लेकर हो रहे तैयारी पर चर्चा किया।
सीटू की ओर से विजय कुमार जांगड़े, जगन्नाथ प्रसाद त्रिवेदी, संतोष कुमार पणिकर, अशोक खातरकर केवेंद्र सुंदर, एसपी डे, डीवीएस रेड्डी उपस्थित थे। प्रबंधन की ओर से महाप्रबंधक जे एन ठाकुर, विकास चंद्रा, रोहित हरित उपस्थित थे।
राजहरा में आगे बढ़ रही है चुनावी प्रक्रिया
विगत 4 वर्षों से राजहरा में चुनाव प्रस्तावित है। किंतु कुछ यूनियनों द्वारा सहमति नहीं दिए जाने के कारण चुनाव प्रक्रिया में तेजी नहीं आ पा रही थी। पिछले दिनों प्रबंधन की ओर से सभी यूनियनों को पत्र देकर कहा गया है कि 10 दिसंबर 2024 तक यूनियन चुनाव हेतु अपनी सहमति पत्र देते हुए वर्तमान वार्षिक विवरण एवं यूनियन के विधान की छाया प्रति को जमा करें।
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अधिकांश यूनियनों ने इन दस्तावेजों को जमा कर दिया है। अब प्रबंधन राजहरा की चुनाव प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया है। जनवरी 2025 में ही उप मुख्य श्रम आयुक्त केंद्रीय के साथ बातचीत करने के बाद चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
भिलाई में भी जनवरी के तीसरे सप्ताह से शुरू होगी चुनावी गतिविधियां
चर्चा के दौरान सीटू प्रतिनिधि मंडल के द्वारा पूछे जाने पर महाप्रबंधक जेएन ठाकुर ने बताया कि भिलाई में भी आवश्यक तैयारियां की जा रही है। जनवरी के तीसरे सप्ताह में चुनाव के संदर्भ में गतिविधियां शुरू हो जाएगी एवं प्रबंधन भी जल्द से जल्द चुनाव करवाने के पक्ष में है।
मान्यता हेतु चुनाव ही उचित विकल्प
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि मान्यता यूनियन के साथ वैधानिक समितियां कर्मियों के प्रतिनिधित्व के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हालांकि मान्यता कार्यकाल खत्म हो जाने के बाद भी सुरक्षा समितियां अगले मान्यता चुनाव तक कार्य करते रहती है।
किंतु नियमानुसार यह समितियां मान्यता चुनाव के पश्चात प्रथम स्थान हासिल किए यूनियन अर्थात मान्यता यूनियन के साथ बनाई जाए तो ज्यादा मजबूती एवं सक्षमता से काम कर सकेंगे। इसलिए मान्यता चुनाव का समय पर होना बहुत जरूरी है।
अन्यथा कर्मियों के पक्ष में काम करने वाले बहुत सी समितियां कर्मियों के बीच से अंतर ध्यान अर्थात गायब हो जाएगा जो कि कर्मियों एवं संयंत्र के हित में नहीं है।