- कई छूट प्राप्त संस्थानों में भविष्य निधि पर 15000 की सीलिंग वाली तकनीकी अड़चन आदि पर भी चर्चा।
सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (Employee Pension Scheme 1995) के आंदोलन की लौ बढ़ती जा रही है। न्यूनतम पेंशन और हायर पेंशन पर हर तरफ से आवाज उठ रही है। कोई संगठन के बैनर तले तो कोई व्यक्तिगत रूप से पेंशनभोगियों की आवाज उठा रहा है।
RPFC Office चित्रकूट नगर उदयपुर में क्षेत्रिय भविष्य निधि आयुक्त से पेंशनभोगी Ranjeet Singh ने न्यूनतम पेंशन बढ़ोतरी के विभिन्न पहलुओं एवं हायर पेंशन भुगतान आरंभ होने में अति विलम्ब पर पौने दो घंटे विस्तार पूर्वक चर्चा की।
इस मैराथन मीटिंग में हर बिंदु पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई, जिसमें इस कार्यालय के दैनिक क्रियाकलाप एवं स्टाफ की कमी से आ रही कठिनाइयों सहित HZL एवं इसके जैसे अन्य कई छूट प्राप्त संस्थानों में भविष्य निधि पर 15000 की सीलिंग वाली तकनीकी अड़चन आदि भी शामिल थी।
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पेंशनभोगी Ranjeet Singh ने बताया कि मुख्यालय द्वारा सीलिंग वाले तकनीकी अवरोध का निराकरण नहीं हो जाता, तब तक स्थानीय कार्यालय कुछ भी करने हेतु असक्षम है।
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चूंकि यह एक नीतिगत तकनीकी समस्या है, जिसका समाधान नियोक्ता एवं कंपनी/संस्थान के पीएफ ट्रस्ट को नई दिल्ली स्थित पीएफ मुख्यालय से ही करवाना पड़ेगा।
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RPFC (UDZ) ने पौने दो घंटे का समय दिया था। हर सवाल पर नियम कानून का हवाला देते हुए बेबाकी से जवाब दिया। अब दिल्ली पहुंच कर संबंधित विभाग के उच्चाधिकारियों से संपर्क करने की बात सामने आ रही है।
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