EPFO की ताजा रिपोर्ट: एक महीने में बने 8.41 लाख नए सदस्य, पढ़िए आंकड़े

  • दिसंबर, 2023 के दौरान ईपीएफओ के 8.41 लाख नए सदस्य बने

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees Provident Fund Organisation) की ताजा रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी गई है। EPFO की लेटेस्ट न्यूज में आंकड़े चौकाने वाले हैं। एक माह में 8.41 लाख नए सदस्य बने हैं। अकेले दिसंबर 2023 का यह आंकड़ा है। इस तरह पेरोल डेटा के मुताबिक ईपीएफओ ने दिसंबर 2023 के दौरान 15.62 लाख सदस्य जोड़े हैं।

ये खबर भी पढ़ें : भिलाई के सेक्टर 7 में विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविर, मनीष पांडेय ने संभाला मोर्चा

20 फरवरी को जारी ईपीएफओ के अनंतिम पेरोल डेटा से पता चलता है कि ईपीएफओ ने दिसंबर, 2023 के महीने में 15.62 लाख सदस्य जोड़े हैं, जो पिछले तीन महीनों में सबसे अधिक है। नवंबर 2023 की तुलना में, चालू महीने के दौरान सदस्यता वृद्धि में 11.97 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

ये खबर भी पढ़ें : ईपीएस 95 पेंशन,आरओसी क्लॉज: नियम स्पष्ट नहीं और मसौदा भी खराब!

इसके अलावा, साल-दर-साल विश्लेषण से पता चलता है कि दिसंबर 2022 की तुलना में सदस्यता बढ़ोतरी में 4.62 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। सदस्यता में यह वृद्धि विभिन्न कारकों के कारण संभव हुई है, जिसमें रोजगार के अवसरों में वृद्धि, कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता और ईपीएफओ आउटरीच कार्यक्रमों की प्रभावशीलता शामिल है।

ये खबर भी पढ़ें : EPS 95 पेंशन कामगारों के लिए एक त्रासदी, EPFO को करें बंद

युवाओं का आंकड़ा अधिक है

आंकड़ों से पता चलता है कि दिसंबर, 2023 के दौरान लगभग 8.41 लाख नए सदस्यों ने नामांकन कराया, जो पिछले तीन महीनों के दौरान सबसे अधिक है।

नवंबर 2023 के पिछले महीने की तुलना में नए सदस्यों की संख्या में 14.21 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। डेटा का एक उल्लेखनीय पहलू 18-25 आयु वर्ग का प्रभुत्व है, जो दिसंबर में जोड़े गए कुल नए सदस्यों का 57.18 प्रतिशत है।

यह आंकड़ा एक उल्लेखनीय प्रवृत्ति को रेखांकित करता है-संगठित कार्यबल में शामिल होने वाले अधिकांश व्यक्ति युवा हैं, मुख्य रूप से पहली बार नौकरी चाहने वाले हैं।

ये खबर भी पढ़ें : SAIL Durgapur Steel Plant: ट्रैक्टर ने कर्मचारी को कुचला, मौके पर मौत, कर्मचारियों का हंगामा

लगभग 12.02 लाख सदस्य ईपीएफओ को छोड़ा, फिर जुड़े

साथ ही पेरोल डेटा से यह भी पता चलता है कि लगभग 12.02 लाख सदस्य बाहर निकल गए और बाद में ईपीएफओ में फिर से शामिल हो गए। यह आंकड़ा नवंबर 2023 के पिछले महीने की तुलना में 12.61 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि दर्शाता है और पिछले पांच महीनों में सबसे अधिक है।
इन सदस्यों ने अपनी नौकरी बदल ली और ईपीएफओ के दायरे में आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए और अंतिम निपटान के लिए आवेदन करने के बजाय अपने संचित राशि को हस्‍तांतरित करने का विकल्प चुना, जिससे उनके दीर्घकालिक वित्तीय कल्याण की रक्षा हुई और उनकी सामाजिक सुरक्षा का विस्तार हुआ।

ये खबर भी पढ़ें : 55 से 200 रुपए तक हर माह कीजिए जमा, किसानों को मिलेगी 3 हजार पेंशन

पेरोल डेटा का लिंग-वार विश्लेषण

पेरोल डेटा के लिंग-वार विश्लेषण से पता चलता है कि 8.41 लाख नए सदस्यों में से लगभग 2.09 लाख नई महिला सदस्य हैं। यह आंकड़ा पिछले तीन महीनों में महिला कार्यबल में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज करने वाला आंकड़ा है।

ये खबर भी पढ़ें : रिटायरमेंट पर सवा करोड़ का फंड और 25 हजार तक पेंशन, NPS का तरीका

पिछले महीने नवंबर 2023 से तुलना करने पर 7.57 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। इसके अलावा, इस महीने के दौरान महिला सदस्य वृद्धि लगभग 2.90 लाख रही, जो पिछले महीने नवंबर 2023 की तुलना में लगभग 3.54 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है। महिला सदस्य वृद्धि में बढ़ोतरी एक अधिक समावेशी और विविध कार्यबल की ओर व्यापक बदलाव का संकेत है।

ये खबर भी पढ़ें : रिटायरमेंट पर सवा करोड़ का फंड और 25 हजार तक पेंशन, NPS का तरीका

महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, कर्नाटक और हरियाणा सबसे आगे

पेरोल डेटा के राज्य-वार विश्लेषण से पता चलता है कि सदस्य वृद्धि 5 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, कर्नाटक और हरियाणा में सबसे अधिक है।

इन राज्यों में सदस्य वृद्धि का लगभग 58.33 प्रतिशत योगदान है और महीने के दौरान कुल 9.11 लाख सदस्य जुड़े। सभी राज्यों में से, महाराष्ट्र महीने के दौरान 21.63 प्रतिशत सदस्य जोड़कर सबसे आगे है।

ये खबर भी पढ़ें : E-PPO: ऑनलाइन पेंशन मैनेजमेंट सिस्टम का उठाइए फायदा, ये है 7 मॉड्यूल

लोहा, इस्पात, भवन, निर्माण, सामान्य बीमा में वृद्धि

उद्योग-वार डेटा की महीने-दर-महीने की तुलना निम्‍नलिखित प्रतिष्ठानों में काम करने वाले सदस्‍यों में, जैसे लोहा और इस्पात, भवन एवं निर्माण, सामान्य बीमा आदि में महत्‍वपूर्ण वृद्धि दर्शाती है। कुल सदस्यता में से, लगभग 40.66 प्रतिशत की बढ़ोतरी विशेषज्ञ सेवाओं से आई है, जिसमें मैनपॉवर आपूर्तिकर्ता, सामान्य ठेकेदार सिक्‍युरिटी सेवा, मिस्‍लेनियस एक्टिविटीज़ आदि शामिल हैं।

ये खबर भी पढ़ें : EPS 95 पेंशनर्स की भड़ास निकली सरकार, EPFO पर, पढ़िए डिटेल

उपरोक्त पेरोल डेटा अनंतिम है, क्योंकि डेटा का जनरेशन एक निरंतर प्रक्रिया है, क्योंकि कर्मचारी रिकॉर्ड को अपडेट करना एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है। इसलिए, पिछला डेटा हर महीने अपडेट किया जाता है।

अप्रैल-2018 के महीने से, ईपीएफओ सितंबर, 2017 के बाद की अवधि को शामिल करते हुए पेरोल डेटा जारी कर रहा है। मासिक पेरोल डेटा में, आधार मान्य यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) के माध्यम से पहली बार ईपीएफओ में शामिल होने वाले सदस्यों की गिनती, ईपीएफओ के दायरे से बाहर निकलने वाले मौजूदा सदस्य और जो बाहर निकल गए, लेकिन सदस्यों के रूप में फिर से शामिल हो गए, उन्हें शुद्ध मासिक पेरोल पर पहुंचने के लिए लिया जाता है।

ये खबर भी पढ़ें : ईपीएस 95 पेंशन: कोर्ट के फैसले में छुपा है पेंशनर्स का अधिकार, कोई पकड़ नहीं पाया…