- लेबर मिनिस्टर, EPFO को बिल्कुल भी इच्छा नहीं, कम से कम मिनिमम पेंशन 5000 ही कर दें। हम जैसे वृद्ध आदमी के जीवन यापन में थोड़ी सहूलियत मिले।
सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन(EPS 95 Minimum pension) को लेकर एक और नई बात सामने आ गई है। पेंशनर्स Vilas Ramchandra Gogawale ने मन की बात साझा की। सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। लिखा-Eps 95 पेन्शनर्स संघर्ष समिती जिंदाबाद, कमांडर अशोक राउत जिंदाबाद…।
अभी तक हम अंधकारमय जीवन काटते रहे। कुछ आशा, कुछ आकांक्षा लेकर बैठे हैं। कुछ भाई-बहन हमें छोड़कर स्वर्गवासी हो गए हैं। रोजना कम से कम 200-300 हमारे साथी स्वर्गवासी होते हैं। बहुत बड़ा दुख होता हैं। हम रोजाना उम्मीद लेकर बैठे हैं। आज कुछ तो भी हो जाएगा, सभी पेंशनर्स भाई-बहन निराश होकर सो जाते हैं। फिर नई सुबह उम्मीद लेकर जाग उठते हैं।
जिंदगी की लड़ाई एक दिन जरूर जितेंगे
पेंशनर्स ने दुखड़ा सुनाते हुए लिखा-आज नहीं कल तो हमारा काम पक्का हो जाएगा। हमारे जीवन का अंधेरा दूर हो जाएगा। फिर से हमारी आशा प्रफुल्लित होती हैं। हम फिर से रोज की लड़ाई लड़ने को तैयार होते हैं। हमें विश्वास है कि जिंदगी की लड़ाई एक दिन जरूर जितेंगे। हम कामयाबी जरूर हासिल करेंगे।
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फिर से एक दिन हमारे अंधकारमय जीवन मे उजाला आएगा। फिर एक नई जिंदगी शुरू करेंगे। ईश्वर से यही प्रार्थना करता हूं, हमारा अनशन, आंदोलन सफल हो। सब कुशल मंगल हो, सभी को सुख शांति मिले। फिर से एक नया जीवन,नई आशा, नई किरण, नया उजाला, सबके जीवन में एक नई ऊर्जा प्राप्त हो।
पेंशनर्स पर पीएम मोदी की दया दृष्टि क्यों नहीं
इसी तरह पेंशनर्स Nitin Bhagwat ने पोस्ट किया कि 1 मार्च 2024 भी आ गया। आशा के साथ आज का सूरज भी ढलने वाला है। कल नए सूरज का भी उदयमान होगा और हमारा संगर्ष Comander अशोक राउत, वीरेंद्र जी और उनकी टीम के साथ अविरल चलता रहेगा।
आश्चर्य यह है कि लेबर मिनिस्टर, EPFO को बिल्कुल भी इच्छा नहीं, कम से कम मिनिमम पेंशन 5000 ही कर दें। हम जैसे वृद्ध आदमी के जीवन यापन में थोड़ी सहूलियत मिले।
कमांडर अशोक राउत और उनकी टीम जी जान लगाए हैं। ये निश्चित है आज नहीं तो कल खुशखबरी आएगी। लेकिन उनमें से बहुत से लोग ये खुशी शायद देख नहीं पाएं। प्रधानमंत्री तो गरीबों, वृद्ध, किसानों के मसीहा कहलाते हैं। फिर हम लोगों की तरफ कृपा दृष्टि क्यों नहीं बताएं?